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Lakhs of rupees were defrauded by pretending to sell a turtle | कछुआ बिकवाने का झांसा देकर…

सवाई माधोपुर की रवांजना डूंगर थाना पुलिस ने करोड़ों रुपए में कछुआ बेचने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड किया है। पुलिस ने गिरोह के एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। पुलिस नेमुखबिर सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपी रामनिव

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कछुआ बिकवाने के नाम पर की ठगी

रवाजंना डूंगर थानाधिकारी हरिमन मीणा ने बताया कि दिनांक 29 अगस्त को पप्पूलाल पुत्र मोतीलाल माली निवासी कुश्तला ने रिपोर्ट दी थी। जिसमें पप्पू ने बताया कि आरोपी रामनिवास मोग्या निवासी शम्भूनगर, थाना केकड़ी, जिला अजमेर व उसके साथी रामराज मोग्या और तथाकथित “डॉक्टर साहब” मनीष शर्मा ने उसे बहला-फुसलाकर यह कहकर 6.50 लाख रुपए ठग लिए कि वे एक कछुए को 1 करोड़ रुपए में बिकवा देंगे। शुरुआत में आरोपियों ने उसको कछुआ सौंपा और लालच दिया कि इस कछुए से उसे करोड़ों मिल सकते हैं। बाद में यह कछुआ मर गया और आरोपी फरार हो गए। मामला दर्ज होने पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई।

पुलिस पूछताछ में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

गिरफ्तारी के लिए किया टीम का गठन

SP अनिल कुमार के निर्देशन, ASP रामकुमार कस्वां और CO ग्रामीण पिन्टू कुमार के सुपरविजन में थानाधिकारी हरिमन मीणा के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।अनुसंधान के दौरान मुखबिर सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपी रामनिवास मोग्या (विकलांग) को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे

थानाधिकारी मीणा ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि उनका 5-6 लोगों का गिरोह है, जो अलग-अलग गांवों व शहरों में जाकर 18 या 20 नाखून वाले एवं पीले रंग के कछुओं के नाम पर लोगों से ठगी करता है।कछुओं को इंजेक्शन लगाकर अस्थाई रूप से पीला रंग दिया जाता था। कछुआ बेचने के कुछ घंटों बाद उसकी मृत्यु हो जाती थी। आरोपियों के साथी महंगी गाड़ियों से आकर करोड़ों के सौदे का नाटक रचते थे।ठगी के दौरान नोटों से भरे कार्टून दिखाए जाते थे, जिनमें ऊपर असली नोट व नीचे कागज रखा जाता था। इस तरह अब तक गिरोह लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है।

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