India-US Trade Deal: अमेरिका के साथ कब तक होगी ट्रेड डील? ट्रंप के टैरिफ के बीच क्या बोले पीयूष…

India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच इस समय ट्रेड डील को लेकर खींचतान चल रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है. ट्रेड डील को लेकर इसी बीच वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ा बयान दिया है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने साफ कहा है कि भारत की व्यापार वार्ताएं केवल निष्पक्षता और ठोस आधार पर होती हैं, न कि किसी समयसीमा के दबाव में.
अमेरिका के साथ जारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी सौदे को जल्दबाजी में अंतिम रूप नहीं देगा. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘हम कभी भी व्यापार समझौतों को समयसीमा में नहीं बांधते. हमारा लक्ष्य है कि समझौते अच्छे हों और दोनों देशों के लिए लाभकारी हों. भारत हमेशा समानता और निष्पक्षता पर आधारित सौदे के लिए तैयार है.’
‘अमेरिका के साथ चल रही है बातचीत’
उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर सक्रिय वार्ता चल रही है. मार्च से अब तक पांच दौर की बैठकें हो चुकी हैं. हालांकि, 27 अगस्त से अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीय उत्पादों पर 50% शुल्क लगाए जाने के बाद 25 अगस्त को होने वाली छठे दौर की वार्ता स्थगित कर दी गई. अब तक अगली बैठक की तारीख तय नहीं हुई है.
‘नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत कर रहा है नेतृत्व’
उन्होंने मंगलवार (2 सितंबर) को आयोजित 20वें ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी समिट में कहा कि भारत आज नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहा है. उन्होंने बताया कि भारत चौबीसों घंटे स्वच्छ ऊर्जा मात्र ₹4.60 से ₹5 प्रति यूनिट (करीब 5 सेंट) की दर पर उपलब्ध करा रहा है, जो दुनिया में सबसे सस्ती है.
उन्होंने आगे कहा, ‘2014 से पहले देश के कई हिस्सों में बिजली बहुत महंगी और कम मिलती थी. उस समय कुछ राज्यों में लोगों को 12 से 13 रुपये प्रति यूनिट तक बिजली खरीदनी पड़ती थी. लेकिन राष्ट्रीय ग्रिड बनने के बाद हालात बदल गए और अब दक्षिण भारत जैसे क्षेत्रों में भी पहले से करीब चार गुना सस्ती दर पर बिजली मिल रही है.
‘सौर ऊर्जा में 5 गुना विस्तार’
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र ने रिकॉर्ड प्रगति की है. सौर ऊर्जा का शुरुआती लक्ष्य 20 गीगावॉट रखा गया था, जिसे बढ़ाकर 100 गीगावॉट किया गया और समय पर पूरा भी किया गया. उन्होंने कहा कि पारदर्शी नीलामी और प्रतिस्पर्धा ने सौर ऊर्जा दरें ₹7–8 प्रति यूनिट से घटाकर ₹2 प्रति यूनिट तक ला दीं.