JLN is only 30 km from Chaksu, but the rain is 8 inches more | मौसम विभाग: चाकसू से जेएलएन…

राजधानी में मानसून का 75 दिन का सफर पूरा हो चुका है। इस बार मानसून तय समय पर आया लेकिन विदा लेट होगा। 75 में से 25 दिन सुस्त रहा और अब तक औसत से 73.16 फीसदी ज्यादा यानी 772.74 मिमी बारिश हो चुकी है। औसत बारिश का आंकड़ा केवल 446.25 मिमी है।
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सितंबर महीने में मानसून जोरदार बरसने के आसार हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन हफ्ते बंगाल की खाड़ी से बैक-टू-बैक सिस्टम सक्रिय रहने से राजधानी में सामान्य से ज्यादा बारिश होने और पिछले साल का रिकॉर्ड टूटने की संभावना जताई है।
पहला हफ्ता: मौसम विभाग जयपुर केंद्र निदेशक आरएस शर्मा के अनुसार सितंबर के पहले हफ्ते में मानसून सक्रिय रहेगा। 24 घंटे में नया सिस्टम सक्रिय रहेगा और हल्की से मध्यम दर्जे के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश का अनुमान है।
दूसरा हफ्ता: बैक-टू-बैक बंगाल की खाड़ी से मानसून तंत्र सक्रिय रहेंगे। इससे राजधानी में लगातार बारिश के आसार हैं। हफ्ते में 4 से 5 दिन बारिश का अनुमान है और आंकड़ा सामान्य से ज्यादा रहेगा।
तीसरा हफ्ता: 17 सितंबर तक मानसून कमजोर होकर पश्चिमी जिलों से विदा हो जाता है। इस बार तीसरे हफ्ते में मानसून सक्रिय रहेगा और सामान्य से ज्यादा बारिश होने के आसार हैं।
चौथा हफ्ता: आखिरी हफ्ते में मानसूनी गतिविधियों में कमी आएगी और हल्की बारिश का दौर चलेगा। सामान्य से कम बारिश होगी और तापमान सामान्य से ज्यादा रहने से गर्मी बढ़ेगी।
जयपुर में औसत से 73% ज्यादा बारिश क्यों?
इस बार 18 जून को मानसून की एंट्री हुई। जिले में चाकसू, चौमूं, कोटखावदा, माधोराजपुरा, जेएलएन मार्ग पर 900 से 1100 मिमी बारिश हो चुकी है। बंगाल की खाड़ी से सक्रिय बैक-टू-बैक सिस्टम सक्रिय रहा। सिस्टम को पूर्वी जिलों में भरपूर नमी मिलने और लो प्रेशर एरिया बनने से इन इलाकों में अच्छी बारिश हुई है।