अन्तराष्ट्रीय

भारत ने अफगानिस्तान में भूकंप के बाद भेजी राहत सामग्री, अब तक 800 से ज्यादा की मौत

Earthquake in Afghanistan: पूर्वी अफगानिस्तान में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें कम से कम 812 लोगों की मौत और 2,817 घायल हुए. राहत कार्य तेजी से चल रहा है. ये जानकारी सरकारी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने दी हैं. तालिबान अधिकारी के अनुसार, यह पिछले एक दशक का सबसे घातक भूकंप है. प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल अस्पताल, आश्रय, भोजन और स्वच्छ पानी की आवश्यकता है.

अफगानिस्तान में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.0 मापी गई. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र 27 किलोमीटर दूर और आठ किलोमीटर की गहराई पर था. देश कई भूकंपीय फॉल्ट लाइनों पर स्थित है, जिससे इसे भूकंप और भूस्खलन के खतरे अधिक रहते हैं.

मदद को आगे आया भारत

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्तकी से बात की और अफगानिस्तान में आए भूकंप में हुई जनहानि पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. डॉ. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर बताया कि भारत ने आज काबुल में एक हजार परिवारों के लिए तंबू भेजे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय मिशन ने काबुल से कुणर जिले तक 15 टन राहत सामग्री पहुंचाई है. मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि कल से और राहत सामग्री भारत से भेजी जाएगी. डॉ. जयशंकर ने घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की और कहा कि इस मुश्किल समय में भारत अफगानिस्तान के साथ खड़ा है.

राहत कार्य और चुनौतियां
भूकंप के तुरंत बाद बचाव दल राहत कार्य में जुट गया है. दूरदराज के पहाड़ी इलाकों में सड़कें बंद होने और भूस्खलन के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है. प्रभावित क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल भारी दबाव में हैं. कई लोग सुरक्षा की चिंता के कारण अपने घरों में नहीं रह पा रहे हैं और खुले में सोने को मजबूर हैं.

अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटी के जॉय सिंघल ने अल जजीरा को बताया कि उनकी टीमों ने प्रभावित समुदायों में तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया. हालांकि, कई दूरदराज के पहाड़ी और कम आबादी वाले क्षेत्रों तक अभी तक मदद नहीं पहुंच पाई है. टेंट की संख्या भी काफी नहीं है और भूस्खलन वाले क्षेत्र में पहुंचना कठिन हो रहा है. अफगानिस्तान पूर्वी और पश्चिमी भागों में भूकंप के प्रति संवेदनशील रहा है. पिछले साल पश्चिमी भाग में आए भूकंप में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. 7 अक्टूबर 2023 को भी देश में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था. 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button