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‘ब्राह्मण’ शब्द को लेकर अमेरिका-भारत के बीच छिड़ी बहस, TMC से लेकर उद्धव के नेताओं ने भी पीटर…

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो की हाल ही में भारत के ऊपर दी गई टिप्पणी पर भारतीय नेताओं ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. नवारो ने आरोप लगाते हुए कहा कि ब्राह्मण, भारतीयों की कीमत पर मुनाफा कमा रहे हैं.

फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में नवारो ने अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए 50 प्रतिशत टैरिफ को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली क्रेमलिन के लिए सिर्फ एक धोबीघर है. पीएम मोदी को महान नेता बताते हुए नवारो ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आ रहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के बावजूद पुतिन और शी जिनपिंग के साथ क्यों घुल-मिल रहा है.’ नवारो ने आगे कहा, ‘मैं बस इतना कहूंगा कि भारतीय लोग समझें कि यहां क्या हो रहा है. ब्राह्मण भारतीय लोगों की कीमत पर मुनाफा कमा रहे हैं और हमें इसे रोकना होगा.

शिवसेना नेता ने नवारो के बयान पर दी प्रतिक्रिया

अमेरिकी व्यापार सलाहकार पीटर नवारो के इस बयान पर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने निशाना साधते हुए कहा कि नवारो का ये बयान बुढ़ापे के चरम पर पहुंची उनकी निराशा है. सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि नवारो का भारत में किसी खास जाति का जिक्र करके अपनी बात समझाने की कोशिश करना, चाहे उनका मकसद यह दिखाना ही क्यों न हो कि कुछ लोग बाकी लोगों से अधिक फायदे में हैं, बेहद शर्मनाक और डराने वाली बात है.

प्रियंका चतुर्वेदी ने एक अलग पोस्ट में कहा, ‘अमेरिकी प्रशासन में किसी वरिष्ठ व्यक्ति की ओर से ब्राह्मण (अमेरिकी संदर्भ में, बोस्टन के कुलीन ब्राह्मण) शब्द का प्रयोग भारत के संदर्भ में अचानक नहीं हो सकता, यह जानबूझकर किया गया था. इसलिए कृपया इसके बारे में तथ्य जानने से बचें.

‘ब्राह्मण’ शब्द को लेकर बोले TMC नेता

वहीं टीएमसी नेता सागरिका घोष ने नवारो के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘बोस्टन ब्राह्मण कभी अमेरिकी में न्यू इंग्लैंड के अमीर अभिजात वर्ग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाले एक शब्द था. अंग्रेजी भाषी दुनिया में आज भी ब्राह्मण को आर्थिक और सामाजिक रूप से अमीर दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है.

साकेत गोखले ने ‘ब्राह्मण’ शब्द के प्रयोग की भी व्याख्या करते हुए कहा, ‘अज्ञानता का एक सही उदाहरण पीटर नवारो कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स से हैं. न्यू इंग्लैंड (खासकर बोस्टन और उनके आस-पास के इलाकों में) में ‘ब्राह्मण’ शब्द का इस्तेमाल किसी ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है, जो काफी अमीर हो. भाजपा के कुछ प्रवक्ताओं को असली किताबें पढ़नी शुरू कर देनी चाहिए.’

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