106 criminals with a bounty of Rs 5.50 lakh arrested in a year; a criminal hiding as a ‘girl’,…

झुंझुनूं पुलिस ने पिछले एक साल में संगठित अपराध पर बड़ा प्रहार करते हुए कुल 5 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किए गए 106 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों के पीछे पुलिस की साइबर एक्सपर्ट टीम, मजबूत मुखबिर नेटवर्क, और जमीनी स्तर पर
.
केस स्टडी: ऐसे पकड़े गए कुछ शातिर बदमाश
1. लड़की के भेस में छिपा बदमाश
सूरजगढ़ में 15 जुलाई को सरपंच पर हमला करने वाला रोहित उर्फ मोनू, जिस पर 5 हजार का इनाम था, पुलिस से बचने के लिए लड़की के कपड़े पहनकर छिपा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे उसी भेस में गिरफ्तार किया और मौके पर पैदल चलाकर तस्दीक करवाई। इस कार्रवाई पर कस्बे के लोगों ने पुलिस के लिए “जिंदाबाद” के नारे लगाए।
सरपंच-बिजनेसमैन को पीटने वाला लड़की बनकर नदी किनारे बैठा थाः चुन्नी हटाई तो फरार हिस्ट्रीशीटर निकला
2. अहमदाबाद से हुई 20 हजार के इनामी की गिरफ्तारी:
सुलताना पुलिस और डीएसटी की संयुक्त टीम ने साइबर एक्सपर्ट की मदद से एक महिला से लूट और अपहरण की कोशिश करने वाले रजनीश उर्फ मिंटू को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया। 20 हजार के इनामी इस बदमाश ने पुलिस से बचने के लिए कई बार ठिकाने बदले, लेकिन तकनीकी निगरानी से आखिरकार वह पकड़ा गया।
अहमदाबाद से हुई 20 हजार के इनामी की गिरफ्तारी
3. रंगदारी मांगने वाला दबोचा:
गोठड़ा पुलिस ने 50 हजार की रंगदारी मांगने और एक युवक पर हमला करने के आरोपी अनिल धींवा को गिरफ्तार किया। अनिल पर 5 हजार का इनाम घोषित था। उसके खिलाफ पहले भी फायरिंग और तोड़फोड़ के कई मामले दर्ज थे।
4. 10 महीने बाद पकड़ा गया ‘सिरफिरा आशिक’:
शादी से इनकार करने पर एक युवती की हत्या करने वाला जयवीर 10 महीने तक पुलिस से बचता रहा। अपनी पहचान छिपाने के लिए उसने अपना नाम बदला, कभी हरियाणा में क्रेन चलाई तो कभी राजस्थान में मजदूरी की। अंत में वह मंडा रीको इलाके में एक चाय की दुकान पर बर्तन धोने का काम करने लगा। साइबर सेल और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे दबोच लिया। जयवीर पर 20 हजार का इनाम था और उसने पूछताछ में हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।
शादी से इनकार करने पर एक युवती की हत्या करने वाला जयवीर 10 महीने तक पुलिस धक्के चढ़ा
ये मामले दिखाते हैं कि झुंझुनूं पुलिस अपराध की जड़ तक पहुँचने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए फरार और इनामी अपराधियों की धरपकड़ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और इसके लिए पुलिस टीमों को आधुनिक तकनीक और मुखबिरों के नेटवर्क को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय— “झुंझुनूं में रहना है तो बदमाशी छोड़नी होगी, अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने कहा कि पुलिस ने संगठित अपराध और कुख्यात बदमाशों पर लगातार प्रहार किया है। हमारी टीम हर अपराध की जड़ तक पहुंचकर आरोपियों को पकड़ने में सफल हो रही है। उन्होंने साफ संदेश दिया कि झुंझुनूं में बदमाशों के लिए केवल दो ही विकल्प हैं—या तो झुंझुनूं छोड़ें या फिर बदमाशी छोड़ दें। अगर यहां रहना है तो कानून का पालन करना ही होगा। उन्होंने बताया कि पुलिस तकनीक और मुखबिर नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए फरार और इनामी अपराधियों को दबोच रही है। उपाध्याय ने कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और आमजन की सुरक्षा व शांति हमारी पहली प्राथमिकता है।