Labubu डॉल का ऐसा चढ़ा क्रेज कि कंपनी के मालिक ने बटोर लिए अरबों डॉलर रुपये, नेटवर्थ 24000…

Labubu Doll: मार्केट में हाल के दिनों में चीनी गुड़िया ‘लाबुबू’ काफी मशहूर हुआ था. नुकीले कान, दांत, शरारती मुस्कान, गोल-गोल सी आंखें, जिन्हें देखते ही आपको एक अजीब सा एहसास होने लगा. हालांकि, लोगों में इसका जबरदस्त क्रेज देखने को मिला. आम आदमी से लेकर बॉलीवुड सेलेब्रिटीज तक इसे खरीदते और एक्सेसरीज के रूप में इस्तेमाल करते नजर आए. आज के समय में यह पॉप कल्चर का एक हिस्सा बन चुका है. चीन की मशहूर कंपनी पॉप मार्ट के बनाए गए इस छोटे से ‘लाबुबू’ डॉल ने पूरी दुनिया में कुछ ऐसी धूम मचाई कि इससे कंपनी के सीईओ की किस्मत चमक गई.
अलीबाबा के जैक मा से आगे निकले निंग
साल 2025 में ‘लाबुबू’ डॉल इतनी ज्यादा मात्रा में बिके कि पॉप मार्ट इंटरनेशनल ग्रुप के चेयरमैन और सीईओ वांग निंग (Wang Ning) की नेटवर्थ में इसका असर दिखने लगा. फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, निंग अब अलीबाबा के जैक मा से भी अमीर हैं. 27.5 अरब डॉलर (24,240 करोड़ रुपये) की कुल संपत्ति के साथ वह चीन के टॉप 10 अमीर लोगों में से आठवें स्थान पर हैं. फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, निंग की दौलत में यह इजाफा ‘लाबुबू’ की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री से हुआ है. इसके चलते कंपनी के मार्केट कैप में भी 435.7 अरब हांगकांग डॉलर (56 अरब डॉलर) का तगड़ा उछाल आया है.
अमेरिका में भी चीनी कंपनी का जबरदस्त क्रेज
इसी ‘लाबुबू’ डॉल के चलते वांग निंग की कंपनी भी अमेरिका में तेजी से फेमस होती जा रही है. यहां पॉप मार्ट का मोबाइल ऐप सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप बन गया है. महज एक दिन में इसकी बिक्री से निंग की संपत्ति 1.6 अरब डॉलर (लगभग 13 हजार करोड़ रुपये) बढ़ गई.
1987 में चीन के हेनान प्रांत में पैदा हुए निंग 2010 में पॉप मार्ट की शुरुआत की थी, जो छोटे-छोटे खिलौने ‘ब्लाइंड बॉक्स’ में भरकर बेचती है. इससे कस्टमर्स को पता नहीं होता कि बॉक्स में कौन सा खिलौना है, यही सरप्राइज फैक्टर लंबे समय तक रोमांच को बनाए रखता है और लोगों को पूरा कलेक्शन खरीदने के लिए प्रेरित करता है.
कई सेलेब्रिटीज की बनी फेवरेट
‘लाबुबू’ डॉल का क्रेज अब भी खत्म नहीं हुआ है. बॉलीवुड एक्ट्रेस अनन्या पांडे व शिल्पा शेट्टी से लेकर रिहाना, ब्लैकपिंक की लिसा, किम कार्दशियन, दुआ लिपा, सिंगापुर की सोशलाइट जेमी चुआ जैसी फीमेल सेलेब्रिटीज की यह डॉल फेवरेट बनी हुई है. इसकी जबरदस्त डिमांड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ब्रिटेन में इस डॉल की खरीद को लेकर ग्राहक आपस में भिड़ गए. इसे काबू में करने के लिए डॉल की बिक्री ही रोकनी पड़ गई. कई जगह तो दुकानदारों और ग्राहकों की सुरक्षा को देखते हुए भी कदम उठाए गए हैं.
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