DD said- we will not go door to door to get secretaries to sign | कोई बेवजह विवाद पैदा कर आरोप…

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की एडहॉक कमेटी के कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने पूर्व कमेटी के फैसलों पर सवाल खड़े किए हैं। कुमावत ने कहा कि सिर्फ इस बार परफॉर्मेंस के आधार पर खिलाड़ियों का सिलेक्शन हो रहा है। पहली बार एक-एक एकेडमी के 20-20 बच्चे नहीं खेल रहे
.
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कुमावत ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में लोकपाल की नियुक्ति के साथ ही पूर्व कमेटी द्वारा लिए गए फैसलों पर सवाल खड़े किए हैं।
जयपुर में क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के काम की गणेश चतुर्थी से शुरुआत हो गई।
सवाल- राजस्थान क्रिकेटर एसोसिएशन के डोमेस्टिक क्रिकेट टूर्नामेंट की में खिलाड़ियों के सिलेक्शन को लेकर काफी आरोप लग रहे हैं। आखिर यह पूरा विवाद क्या है?
जवाब- पुरुष और महिला दोनों टूर्नामेंट की शुरुआत हो चुकी है। काफी बच्चों का मनाना होता है कि हम बहुत अच्छा खेल रहे हैं। फिर भी हमारा सिलेक्शन नहीं हो रहा है। उनकी सुनवाई करने के लिए मैं खुद हर दिन सुबह 11 से 5 बजे तक राजस्थान क्रिकेट स्टेडियम ऑफिस में मौजूद रहता हूं।
हर दिन दर्जनों बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का समाधान भी करता हूं। लेकिन यह आरोप ठीक नहीं है। क्योंकि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में इस बार परफॉर्मेंस के आधार पर ही खिलाड़ियों का सिलेक्शन हो रहा है। सभी खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस शीट ऑनलाइन भी अपडेट है। लेकिन फिर भी कोई बेवजह विवाद पैदा करने के लिए ही आरोप लगा दे, तो उसका कोई समाधान नहीं है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन सीनियर वुमन चैंपियनशिप टी- 20 टूर्नामेंट के फाइनल में विजेता टीम को ट्रॉफी देते दीनदयाल कुमावत।
सवाल- राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में सिलेक्टर्स, कोच और सपोर्टिंग स्टाफ में काफी प्राइवेट क्रिकेट एकेडमी से जुड़े हुए हैं। क्या उनकी मौजूदगी में गैर सिलेक्शन संभव है?
जवाब- राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में अब तक सिलेक्शन को लेकर काफी विवाद हुए हैं। पहले एक-एक एकेडमी से 20-20 बच्चे सिलेक्ट भी हुए हैं। लेकिन इस बार ऐसा किसी भी सूरत में संभव नहीं है। हम किसी एकेडमी से इनफ्लुएंस नहीं हैं। हम सिर्फ परफॉर्मेंस से इनफ्लुएंस हैं, उसी के आधार पर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन खिलाड़ियों का सिलेक्शन कर रही है। अगर फिर भी कोई भी RCA के नाम पर कुछ गलत करता पाया गया। तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। पिछले दिनों हमने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कुछ खिलाड़ियों को बुलाकर मौका दिया है। जिनमें एक खिलाड़ी ने तो 9वें नंबर पर उतरकर सेंचुरी तक लगाई है। उनमें एक खिलाड़ी ने 6 विकेट लिए हैं। एक ने हैट्रिक ली है। अगर इस तरह की खिलाड़ियों को नियम में कोई 19-20 की शिथिलता दी जाती है। तो यह खिलाड़ियों के लिए ही तो है। क्योंकि हम जो भी कर रहे हैं, वह उनके भविष्य के लिए ही कर रहे हैं।
सवाल-मानसून की वजह से इस बार डोमेस्टिक क्रिकेट का शेड्यूल गड़बड़ा गया है। आने वाले दिनों में क्या शेड्यूल फाइनल किया गया है?
जवाब- बारिश की वजह से पूर्व में निर्धारित कुछ क्रिकेट मैच पोस्ट पौंड हो गए थे। जिन्हें जल्द ही आयोजित कर डोमेस्टिक क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत की जाएगी। क्योंकि मानसून के दौरान काफी बच्चे प्रॉपर मैच नहीं खेल पा रहे थे। मेरा ऐसा मानना है कि कम से कम एक बच्चे को उसकी परफॉर्मेंस दिखाने के लिए दो मैच तो खिलाने ही चाहिए। ऐसे में हम अगले 7 दिनों में डोमेस्टिक क्रिकेट टूर्नामेंट का पूरा शेड्यूल जारी कर देंगे।
सवाल- 5 सितंबर को आपकी अध्यक्षता में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के 33 जिला क्रिकेट संघों की पहली एनुअल जनरल बॉडी मीटिंग आयोजित की जा रही है। AGM के प्रमुख एजेंडे क्या हैं?
जवाब- एडहॉक कमेटी की पहली बैठक में जो फैसले सर्वसम्मति से लिए गए थे। उन सभी फैसलों को एनुअल जनरल बॉडी की मीटिंग में जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी के समक्ष रखा जाएगा। इसके साथ ही लोकपाल की नियुक्ति के साथ ही लगभग आधा दर्जन से ज्यादा मुद्दों को AGM में रखा जाएगा। हम लोगों के घर-घर जाकर गलत ढंग से साइन नहीं करवा रहे हैं। हम जो भी करेंगे, सर्वसम्मति से सब को साथ लेकर सबके विश्वास के साथ ही करेंगे। ताकि राजस्थान के खिलाड़ियों और क्रिकेट का विकास और बेहतर ढंग से किया जा सके।
सवाल- प्रदेश के 33 जिलों में क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कब तक और कैसे किया जाएगा?
जवाब- राजस्थान के 33 जिलों में क्रिकेट स्टेडियम निर्माण का फैसला हमने हवा में नहीं लिया है। हमने 33 जिलों में क्रिकेट स्टेडियम निर्माण की संभावनाओं पर चिंतन, मंथन और अध्ययन किया। उसके बाद ही यह फैसला किया है कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन प्रदेश के 33 जिलों में क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण करेगी। इसके लिए हमने साथ सदस्य कमेटी का गठन भी कर दिया है। सबसे पहले हम क्रिकेट स्टेडियम की जमीन की तलाश में जुट गए हैं। जहां ग्राउंड के साथ खिलाड़ियों के पेवेलियन की प्राथमिक सुविधा हम डेवलप कर सकें। इसके लिए हमने कुछ प्राइवेट कंपनियों से बातचीत भी शुरू कर दी है। जल्द ही यह प्रक्रिया धरातल पर उतरती नजर आएगी। जिससे क्रिकेट और खिलाड़ियों दोनों को और मदद मिलेगी।