राष्ट्रीय

Nuh Hindu Family Conversion Story; Islam – Chetram Rekha | Haryana News | नूंह में इस्लाम कबूल…

धर्म परिवर्तन करने वाला परिवार बोला अपनी मर्जी से किया इस्लाम धर्म कबूल।

हरियाणा के नूंह जिले में अनुसूचित जाति के हिंदू परिवार का इस्लाम कबूल करने का मामला सुर्खियों में है। राजमिस्त्री का काम करने वाले चेतराम अब मोहम्मद इकराम हैं। पत्नी रेखा अब रुखसार बन चुकी हैं। इनके तीन बच्चे भी धर्म और नाम बदल चुके हैं।

.

हालांकि, चेतराम के भाई सतबीर की शिकायत पर नगीना थाने में शाहिद और सिराजुद्दीन नाम के दो व्यक्तियों पर केस दर्ज है। आरोप है कि लालच और दबाव देकर चेतराम का धर्मांतरण करवाया गया। हिंदू संगठनों ने नगीना थाने में खूब हंगामा किया। उस वक्त चेतराम का परिवार थाने में पुलिस सुरक्षा में था।

पुलिस ने चेतराम और उसकी पत्नी के नूंह कोर्ट में बयान दर्ज कराए। इसमें उन्होंने कहा कि मर्जी से इस्लाम कबूला है, किसी का कोई दबाव नहीं। इसके बाद से यह परिवार भूमिगत है। जबकि हिंदू संगठन इन्हें वापस अपने धर्म में लाने की कोशिशें कर रहे हैं।

इसी बीच चेतराम और रेखा के वीडियो सामने आए। इनमें वो कह रहे हैं कि हमने मर्जी से इस्लाम कबूला और इसी में रहेंगे। ये वीडियो कहां बनाए गए, किसने बनाए और किसने वायरल किए, ये अभी स्पष्ट नहीं है।

उधर, चेतराम का परिवार एक कॉल रिकॉर्डिंग सामने लेकर आया है। बताया गया कि इसमें चेतराम अपनी बहन से बात कर रहा है। वह कहता है- गरीब पैदा होना गुनाह नहीं, गरीब मरना गुनाह है। इस बातचीत के आधार पर चेतराम के भाई कह रहे हैं कि लालच देकर धर्मांतरण करवाया गया है।

गांव मरोड़ा के इसी मकान में चेतराम और उसका परिवार रहता था।

अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए इस चर्चित मामले में क्या-क्या हुआ

  • मरोड़ा में ज्यादातर मुस्लिम, सिर्फ 15 SC परिवार : नूंह के गांव मरोड़ा मुस्लिम बाहुल्य है। 6,000 आबादी वाले गांव में बमुश्किल 200 हिंदू वोटर हैं। इन्हीं में से 15 परिवार अनुसूचित जाति (SC) के हैं, जिनमें एक परिवार चेतराम का है। 45 वर्षीय चेतराम राजमिस्त्री (चिनाई) का काम करता है। पत्नी रेखा, 21 साल का बेटा शिवम, 18 साल की बेटी और 8 साल का एक बेटा अरुण है। पांच सदस्यों का यह परिवार एक कमरे के छोटे से मकान में रहता था। घर की हालत कुछ ज्यादा ठीक नहीं हैं। चेतराम का छोटा भाई सतबीर और अन्य परिजन भी गांव में ही रहते हैं।
  • पड़ोसी गांव अटेरना में कर रहा था 6 साल से काम : मरोड़ा से 5 किलोमीटर दूर गांव अटेरना है। चेतराम करीब 6 साल से इसी गांव में दिहाड़ी करने जाता था। खासकर शाहिद के घर में निर्माण का काम करता आ रहा था। चेतराम के पास मुस्लिम मजदूर अल्ली काम करता है, जो बलई गांव का रहने वाला है। शाहिद का नगीना के बड़कली चौक पर बिरयानी बेचने का काम है। कहा जाता है कि चेतराम अब शाहिद से इतना प्रभावित था कि जहां वो काम के लिए भेजता था, चेतराम वहीं जाता था। चेतराम सुबह 5 बजे घर से निकल जाता था और रात को करीब 11 बजे लौटता था।
  • पहले भी धर्म बदलने की बात कही, तो परिवार ने समझाया : सतबीर बताते हैं कि बड़ा भाई चेतराम करीब दो साल पहले भी धर्म बदलने की बातें करने लगा था। तब पूरे परिवार ने उसे मिलकर समझाया था। इस पर चेतराम मान गया। परिवार को लगा अब ऐसी जिद नहीं करेगा। नहीं पता था कि उसके मन में क्या चल रहा था।
  • होली-दीवाली मनाने बंद कर दिए, दाढ़ी बढ़ाने लगा : सतबीर बताते हैं कि चेतराम ने कुछ समय से हिंदू तीज-त्योहार मनाने बंद कर दिए थे। ब्रज मंडल नजदीक होने की वजह से क्षेत्र में होली धूम-धाम से मनाई जाती है। चेतराम ने इस बार न तो किसी पर रंग डाले और न डलवाए। परिवार को कुछ अजीब लगा, लेकिन सोचा उसका मन नहीं होगा। कई महीनों से चेतराम दाढ़ी बढ़ाने लगा था, हमने सोचा- वैसे ही बढ़ा रहा होगा।

मामले की जानकारी देते चेतराम उर्फ इकराम के भाई सतबीर।

परिवार को धर्मांतरण का कैसे पता चला ….

  • 25 अगस्त को घर पर ताला लगाकर परिवार गायब हुआ : 25 अगस्त को चेतराम बीवी रेखा और तीनों बच्चों के साथ घर से बिना किसी को बताए निकल गया। भाइयों ने देखा कि चेतराम के घर पर ताला लगा था। सतबीर की पत्नी ने अपनी जेठानी रेखा के मोबाइल पर कॉल लगाई। पूछा अचानक ताला लगाकर कहां चले। जवाब मिला- घूमने निकले हैं। हालांकि यह नहीं बताया कि कहां गए हैं और कब लौटेंगे।
  • वॉट्सऐप पर शपथपत्र भेजा, इस्लाम कबूलने की बात लिखी : 26 अगस्त को चेतराम ने पलवल में रहने वाले अपने साले के मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप मैसेज भेजा, जिसे देख उसे झटका लगा। क्योंकि इसमें नोटरी से सत्यापित शपथपत्र थे। इसमें इस्लाम कबूलने की बात कही गई थी। चेतराम अब मोहम्मद इकराम, रेखा अब रुखसार और बड़े बेटे शिवम के मोहम्मद माहिर बनने की बात थी। इसके अलावा बाकी दो बच्चों के नाम शबनम और रेहान लिखे थे। चेतराम और शिवम के शपथपत्र ही सामने आए हैं, बाकियों के नहीं। चेतराम के साले ने ये शपथपत्र सतबीर को भेजे। यह देखकर सतबीर के पांव तले जमीन खिसक गई।
  • शपथपत्र में लिखा था-इस्लाम धर्म की अच्छाई से प्रभावित : चेतराम के शपथपत्र में लिखा- इस्लाम धर्म की अच्छाई से प्रभावित होकर अपनी मर्जी से बगैर किसी डर या लालच के खुद, पत्नी व बेटी-बेटे के साथ इस्लाम कबूल लिया है। अब नाम चेतराम से मोहम्मद इकराम हो गया है। भविष्य में इसी नाम से पुकारा जाए। यह भी लिखा-किसी संस्था, व्यक्ति विशेष या ग्रुप का कोई दबाव नहीं रहा। अब पिछले धर्म से कोई संबंध नहीं रहेगा। ना ही कुनबा-काबिल या रिश्तेदारों से कोई संबंध रहेगा। हमने हिंदू धर्म से संबंधित सभी मान्यताओं और रिश्तों को अपनी मर्जी से त्याग दिया है।
  • शपथपत्र पर सिराजुद्दीन बना गवाह : इन शपथ पत्रों पर 3 अप्रैल 2025 की तारीख लिखी है। चेतराम और शिवम के शपथपत्रों पर सिराजुद्दीन पुत्र हुसैन खान ने बतौर गवाह साइन किए हैं। सिराजुद्दीन मरोड़ा गांव से करीब 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित राजाका गांव का रहने वाला है। चेतराम के भाई सतबीर ने अपनी शिकायत में सिराजुद्दीन का नाम भी लिखा है। नगीना थाने में दर्ज केस में शाहिद के अलावा सिराजुद्दीन भी नामजद है।

शपथ पत्र सामने आने के बाद से मामले में हंगामा शुरू…

एक कमरे के पुराने घर से 3 कमरों के बड़े घर में शिफ्ट हो गया शपथ पत्र सामने आते ही पूरा परिवार चेतराम को ढूंढने लगा। गांव के कुछ मुस्लिम युवकों ने बताया कि चेतराम परिवार के साथ नगीना के बड़कली चौक के पास 3 कमरों के बड़े और नए मकान में रह रहा है। दिल्ली-अलवर रोड पर जिस जमीन पर यह मकान बना है, वो एकदम रोड के किनारे है और काफी कीमती है।

बताया जा रहा है कि यह शाहिद की जमीन है और इस मकान का निर्माण राजमिस्त्री चेतराम से ही करवाया। 26 अगस्त को ही सतबीर और अन्य परिजनों ने चेतराम से संपर्क किया। चेतराम ने कहा कि इस्लाम अपना लिया है, यहीं रहेगा। इसके बाद सतबीर ने नगीना थाने में शिकायत दर्ज कराई।

थाने में जुटे हिंदू संगठन, चेतराम बोला- आप भी इस्लाम कबूल लो सतबीर की शिकायत पर FIR दर्ज होने के बाद 26 अगस्त शाम को ही नगीना पुलिस ने चेतराम उर्फ इकराम के परिवार को सुरक्षा में लिया और थाने ले आए। इसकी भनक लगते ही हिंदू संगठन थाने में जुटने शुरू हो गए। देखते ही देखते ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के संयोजक नत्थू राम गुर्जर, विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री खिलोनी राम शर्मा, मरोड़ा गोशाला संचालक परमार्थी समेत हिंदू संगठनों के सैकड़ों लोग थाने पहुंच गए। आधी रात तक थाने में गहमा-गहमी रही। हिंदू संगठनों ने चेतराम के परिवार से बात की।

चेतराम ने एक ही जवाब दिया-

मैंने पूरी तरह से इस्लाम कबूल किया है, अब नहीं बदलूंगा। आपको भी कबूलना है तो कबूल लें, नहीं तो यहां से जाएं, ये हमारी जिंदगी है…।

शाहिद और सिराजुद्दीन के खिलाफ भी केस दर्ज कराया सतबीर की शिकायत पर शाहिद और सिराजुद्दीन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 127 (6) के तहत केस दर्ज हुआ है। यह धारा “गलत तरीके से कारावास” के अपराध से संबंधित है, विशेष रूप से गुप्त कारावास को अपराध बनाती है। यानी जो कोई भी किसी व्यक्ति को गलत तरीके से इस तरह से कैद करता है कि वह व्यक्ति उस कारावास के बारे में किसी भी ऐसे व्यक्ति को, जिसे उसमें रुचि हो, या किसी लोक सेवक को, या उसके कारावास के स्थान को पता न चलने दे, वह इस धारा के तहत दंडनीय होगा। इस अपराध के लिए तीन साल तक की जेल की सजा और जुर्माना हो सकता है, और यह धारा 127 के अन्य उपबंधों के अतिरिक्त एक सजा है।

27 अगस्त कोर्ट में बयान देने के बाद से परिवार भूमिगत 27 अगस्त को नगीना पुलिस ने चेतराम उर्फ इकराम और उसके परिवार के नूंह कोर्ट में बयान दर्ज कराए। पुलिस के मुताबिक, कोर्ट में भी परिवार ने यही कहा है कि मर्जी से बगैर किसी दबाव या लालच ने इस्लाम अपनाया है। बयानों के बाद से चेतराम उर्फ इकराम का परिवार भूमिगत है। वो कहां गए, किसी को नहीं पता। बताया ये भी जा रहा है कि वो जान का खतरा बता पुलिस प्रोटेक्शन चाह रहे हैं। यह बात भी सामने आ रही है कि चेतराम उर्फ इकराम का परिवार अब शाहिद के गांव अटेरना में है।

नगीना थाना, जहां धर्मांतरण के इस मामले में शिकायत दी गई है।

चेतराम और उसके परिवार के लगातार जारी हो रहे वीडियो… चेतराम उर्फ इकराम परिवार समेत भूमिगत है। कहां है, किसी को नहीं पता। इसी बीच 29 अगस्त को 2 वीडियो वायरल हुईं। इनमें इकराम और रुखसार नजर आ रहे हैं। वीडियो इस तरह से शूट किया गया है कि आसपास का कुछ नजर नहीं आ रहा। ये वीडियो कहां रिकॉर्ड हुआ, किसने की और किसने वायरल की, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। इसके अलावा चेतराम और उसकी पत्नी रेखा ने वीडियो में कई बातें कहीं।

चेतराम उर्फ इकराम।

चेतराम उर्फ इकराम बोला- छोटा बच्चा नहीं, जो बहकावे में आ जाऊं अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म कबूल किया है। दो लोगों पर जो आरोप लगाए गए हैं, यह गलत हैं। वैसे तो काफी समय पहले से है इस्लाम धर्म में थे, लेकिन जनवरी में पूरी तरह से इस्लाम धर्म को कबूल कर लिया। तभी से हम नमाज पढ़ते हैं, इस्लाम धर्म को फॉलो कर रहे हैं। जिन दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनका मुझे मुस्लिम बनाने में कोई हाथ नहीं है।

शाहिद और सिराजुद्दीन पर इसलिए दबाव बनाया जा रहा है कि मैं वापस हिन्दू धर्म के आ जाऊं। मैं कोई छोटा बच्चा नहीं हूं, जो किसी के बहकावे में आ जाऊं। मैं अच्छा-बुरा जनता हूं। इस बात को लेकर ज्यादा अफवाह न फैलाएं कि जबरदस्ती इस्लाम धर्म परिवर्तन कराया है। ऐसा नहीं, मैं पूरे होश हवास में कह रहा हूं कि मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म कबूल किया है। हमें परेशान मत करें, मालिक का नाम लेने दें।

रेखा उर्फ रुखसार।

रेखा उर्फ रुखसार ने कहा- खुद इस्लाम धर्म कबूल किया किसी का कोई जोर दबाव नहीं है। हमने सभी ने खुद इस्लाम धर्म को कबूल किया है। इस्लाम धर्म यह नहीं कहता कि किसी से पैसे लेकर इस्लाम धर्म कबूल करो। इस्लाम ऐसी चीज नहीं है। चाहे करोड़ों की चीज उसके सामने हो वह फिर भी नहीं झुकेगा। ये झूठी अफवाह हैं। हमारा पीछा मत करो, हमें सताओ मत। हमारे खिलाफ कोई करवाई मत करो। हम जहां हैं, सही हैं। कोई किसी के दबाव में इस्लाम धर्म कबूल नहीं करता।

30 अगस्त को कॉल रिकॉर्डिंग आई सामने… सोशल मीडिया पर 30 अगस्त को एक ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई। बताया जा रहा है कि इसमें चेतराम उर्फ इकराम और उसकी बहन राजवती की बातचीत है। इसमें रामवती उसे समझा रही है। हालांकि दैनिक भास्कर एप इस रिकॉर्डिंग की पुष्टि नहीं करता। इसमें शामिल बातचीत के कुछ अंश:

चेतराम- अगर कोई गरीब घर में पैदा होता है, तो उसे गरीब मरना चाहिए या अपना कमा कर मकान बनाना चाहिए। गरीब घर में पैदा होना गुनाह नहीं है, गरीब मरना गुनाह है। जब तक आदमी किसी चीज के पास नहीं पहुंचता, जब तक उसे वह चीज बेकार लगती है। मुसलमान हैं तो हिन्दू धर्म बुरा लगता है, हिंदू को मुसलमान धर्म बुरा लगता है। राजवती- इस्लाम धर्म में औरत की कोई इज्जत नहीं है। हमारे धर्म में औरत को देवी मानते हैं। चेतराम- देवी… यही तो गलती है। क्या होती है देवी। मेरे ऊपर दबाव मत दो। मैं किसी की नहीं मान रहा। राजवती- जब तुझे मैंने पहले बुलाया था तो तूने मुझसे कलमा पढ़ने के लिए बोला था। लेकिन, मैं तेरी बात नहीं समझ सकी। चेतराम मैं तो मना करूंगी इस्लाम धर्म में जाने के लिए, ठीक है..।

इस मामले में पुलिस, हिंदू संगठन और परिवार ने क्या-क्या कहा…

मामले की जानकारी देते विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री खिलौनी राम शर्मा।

विहिप ने कहा- यह धर्मांतरण का मामला, प्रशासन एक्शन ले विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री खिलौनी राम शर्मा ने कहा कि हरियाणा विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन निवारण अधिनियम एवं नियम, 2022 के तहत किसी नाबालिग बच्चे, महिलाओं का या दो से ज्यादा लोगों का अगर धर्मान्तरण करते हैं, तो यह नियम के विरुद्ध और कानून के विरुद्ध मामला है।

प्रशासन को इसमें एक्शन लेना चाहिए। धर्म बदलने के लिए 6 महीने पहले जिला के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी पड़ती है। जो शरारती लोग मेवात के भाईचारे को खराब करने और हिंदू मुस्लिम के बीच खाई पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

आज हिंदू हाई स्कूल में बुलाई अनुसूचित जाति की पंचायत चेतराम के परिवार से जुड़े सतीश कुमार विश्व हिंदू परिषद के जिला सहमंत्री हैं। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त को अनुसूचित जाति के लोगों की एक पंचायत बुलाई गई है। इसमें इस पूरे मामले पर चर्चा होगी। आगे क्या करना है, इस पर भी रणनीति तैयार होगी। यह पंचायत नूंह के हिंदू हाई स्कूल में रखी गई है।

अभी दोनों आरोपी फरारः एसएचओ नगीना थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि इस मामले में अभी दोनों आरोपी शाहिद अटेरना और सिराजुद्दीन राजाका फरार हैं। चेतराम और उसके परिवार की तरफ से किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं मांगी गई है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

चेतराम उर्फ इकराम की ओर से भेजा गया शपथ पत्र…

————–

धर्मांतरण से जुड़ी ये खबर पढ़ें…

नूंह में एक ही परिवार के 5 लोगों का धर्मांतरण:भाई बोला- बहला-फुसलाकर ले गए; एफिडेविट में कहा- स्वेच्छा से इस्लाम कबूला

नूंह जिले के नगीना में धर्मांतरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां हिंदू समुदाय से जुड़े एक ही परिवार के पांच सदस्यों के इस्लाम धर्म कबूल करने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि उन्हें बहला-फुसलाकर और लालच देकर धर्मांतरण कराया गया, जबकि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एफिडेविट के मुताबिक अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है। (पूरी खबर पढ़ें)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button