‘कुछ दिन के लिए…’, हिंदू त्योहारों पर नॉन-वेज की दुकानें बंद करने को लेकर RSS चीफ मोहन भागवत…

भारत में इन दिनों धर्मांतरण की समस्या को रोकने के लिए सरकार प्रतिबद्ध नजर आती है. इसके लिए तमाम कदम भी उठाए जा रहे हैं. दिल्ली में संघ की गोष्ठी के दौरान भी इससे जुड़ा सवाल पूछा गया. 100 साल पूरे होने पर हो रही इस गोष्ठी के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत ने तमाम पूछे गए सवालों का जवाब दिया. उन्होंने काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मभूमि विवाद पर भी जवाब दिया है.
विदेशी फंडिंग और धर्मांतरण पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मत पंथ संप्रदाय के लिए विदेशी धन आय न हो और जिस काम के लिए आए, उसमें उसका उपयोग हो. सवाल तब खड़ा होता है, जब धर्मांतरण में पैसा लगता है, उस पर कार्यवाही होनी चाहिए. उनके इस जवाब से धर्मांतरण पर RSS का रुख बिल्कुल स्पष्ट हो गया.
नॉन वेज विवाद को लेकर क्या बोले मोहन भागवत ?
इस दौरान एक और सवाल पूछा गया, जिसपर बीते दिनों जमकर विवाद हुआ था. ये सवाल नॉन वेज की दुकानों को बंद कराने वालों पर था. उन्होंने कहा कि पर्व त्योहारों में लोग नॉन वेज नहीं खाते, उससे किसी की भावना को ठेस पहुंचती है तो कुछ दिन के लिए नहीं करना चाहिए, ऐसी समझदारी रखनी चाहिए.
इसी दौरान उनसे कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ विवाद में संघ की भूमिका और योगदान से जुड़ा था. इसपर संघ प्रमुख ने कहा कि सिर्फ राम मंदिर आंदोलन में संघ जुड़ा और आगे तक ले गया. इससे आगे किसी आंदोलन में नहीं गया. संघ नहीं जाएगा, लेकिन स्वयंसेवक जा सकते हैं, लेकिन अब हर जगह मंदिर ढूंढना बंद कर देना चाहिए.
उत्तर प्रदेश में विवादों को लेकर बोले मोहन भागवत
उन्होंने अपने जवाब में आगे कहा कि एक हिंदू संगठन ने प्रमुख के नाते मैं ये कह रहा हूं, लेकिन सिर्फ तीन ही जगह मांगी है वो दे देनी चाहिए. ऐसी बातें भी सामने से आनी चाहिए. दरअसल, बीते कुछ सालों के दौरान उत्तर प्रदेश में ऐसे तमाम जगहों पर विवाद उठे हैं, लेकिन संघ प्रमुख ने स्पष्ट किया कि संघ हर मुद्दे पर सहयोग नहीं करेगा.
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