‘पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स ने UK के 85 इलाकों में बच्चों का किया शोषण’, ब्रिटिश सांसद ने जांच…

ब्रिटेन के एक सांसद ने यूनाइटेड किंगडम में यौन शोषण मामले पर बड़ा खुलासा किया है. ब्रिटिश संसद के निर्दलीय सांसद रूपर्ट लोव ने खुलासा करते हुए कहा कि पूरे ब्रिटेन में कम से कम 85 इलाकों में गैंग आधारित बाल यौन शोषण (Gang-based Child Sexual Explotation) हो रहा है. ब्रिटिश सांसद ने यह खुलासा तब किया है जब पूरे देश में ग्रूमिंग गैंग मामले पर राष्ट्रीय स्तर की जांच चल रही है.
सांसद रूपर्ट लोव ने इस मामले की निजी रूप से जांच कराई. जांच में उन्होंने पाया कि यौन शोषण करने वाले गिरोह में ज्यादातर पाकिस्तानी मूल के पुरुष शामिल हैं. इसके अलावा, यौन शोषण का ये घिनौना कृत्य देश में कई दशकों से जारी है और यह समस्या अब पहले से ज्यादा व्यापक हो गई है. वहीं, जांच के बाद यह भी आरोप लगाया गया है कि मामले से संबंधित अधिकारियों ने इस टारगेटेड शोषण को रोकने और उस पर सख्त कार्रवाई करने में विफलता दिखाई है.
ब्रिटिश सांसद ने मामले को लेकर शेयर की जांच रिपोर्ट
इस जांच के बाद मंगलवार (26 अगस्त, 2025) को सांसद रूपर्ट लोव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान जारी किया. बयान में उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में मुख्य रूप से पाकिस्तानी मूल के पुरुषों के शामिल होने के पैटर्न और सरकारी संस्थाओं की भारी लापरवाही स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है. उन्होंने कहा, “यह अब तक के रेप गैंग कांड का सबसे बड़ा खुलासा है.”
Our Rape Gang Inquiry has today released research detailing eighty-five local authorities in which the gang-based sexual exploitation of children is taking place, or has historically done so.
This is one of the most comprehensive exposes of the rape gang scandal to date. pic.twitter.com/lRRRaQeuFN
— Rupert Lowe MP (@RupertLowe10) August 26, 2025
ब्रिटिश सांसद ने सरकारी जांच से पहले ही मामले में की निजी जांच
ब्रिटिश संसद के इंडिपेंडेंट सांसद रूपर्ट लोव ने रेप गैंप मामले में अपनी निजी जांच प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की ओर से शुरू की गई जांच से पहले ही शुरू कर दी थी, प्रधानमंत्री ने जून महीने में इस मामले पर सरकारी जांच शुरू करने के आदेश दिए थे. हालांकि, सांसद रूपर्ट लोव की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि ब्रिटेन में रेंप गैंग्स की समस्या काफी गहरी और पुरानी है. जांच में एक तरफ ब्रिटेन में जारी और दूसरी तरफ ऐतिहासिक मामलों का पता चला, जिसमें कुछ मामले तो 1960 के दशक के भी हैं. रूपर्ट लोव की जांच टीम का कहना है कि इस मामले में जिस नतीजे पर वे पहुंचे हैं, वो सैकड़ों पीड़ितों, उनके परिजनों और व्हिसलब्लोअर्स की गवाही पर आधारित हैं. इसके अलावा, इसमें हजारों फ्रीडम ऑफ इंफोर्मेशन रिक्वेस्ट्स (Freedom of Information Requests) से जुटाए गए तथ्य भी शामिल हैं.
अधिकारियों ने पीड़ितों के रूप से नहीं किया स्वीकार- जांच रिपोर्ट
ब्रिटेन में ग्रूमिंग गैंग्स के पीड़ितों ने जांच आयोग को बताया कि उन्हें बचपन से ही यौन शोषण के घिनौने कृत्य में फंसाया गया, नशे की दवाइयां दी गईं, यौन शोषण किया गया, तस्करी की गई और डरा-धमकाकर चुप रहने के लिए मजबूर किया गया. इस मामले की शिकार ज्यादातर पीड़ितों में अधिकांश लड़कियां अश्वेत थीं, जिन्हें अधिकारियों की ओर से नजरअंदाज कर दिया जाता था. यहां तक कि उन्हें पीड़ित के रूप में स्वीकार भी नहीं किया गया.
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