Sawai Madhopur Rainfall Flood Viral Video; Jarawata Villagers | Police | सवाई-माधोपुर में…

सवाई माधोपुर के जड़ावता में बारिश से बने 50 फीट गहरे 80 फीट चौड़े गड्ढे को मिट्टी के बाढ़ बना कर रोकते ग्रामीण
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बाढ़ के बाद सरकार ने कुछ नहीं किया तो ग्रामीणों ने ही जुटकर मेढ़ बनानी शुरू कर दी।
ऐसे कैप्शन के साथ सवाई माधोपुर के जड़ावता गांव को टैग कर वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
दावा है कि ये वीडियो जड़ावता के ग्रामीणों का है। जब ग्रामीणों के घर टूटने लगे और सरकारी मदद न मिली तो ग्रामीण खुद ही जुट गए।
भास्कर में पड़ताल की तो वीडियो का सच सामने आया। पुलिस ने खुद आगे आकर इस वीडियो की सच्चाई बताई और भ्रामक पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
पहले पढ़िए पोस्ट क्या है?
अलग-अलग सोशल मीडिया पर इस वीडियो को सवाई माधोपुर के जड़ावता का बताया जा रहा है। लेकिन हकीकत कुछ और है। यह वीडियो हरियाणा के रोहतक जिले गांव भैणी सुरजन के खेतों में जलभराव का है। जहां ग्रामीण मेढ़ बना कर पानी रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इसे जड़ावता गांव का बताए जाने के साथ भ्रामक जानकारी पोस्ट की जा रही है।
ऐसे में सवाई माधोपुर पुलिस ने पोस्ट के जरिए इसे खारिज किया है।
वीडियो भ्रामक कार्रवाई की जाएगी
पढ़िए पुलिस ने क्या कहा- सवाई माधोपुर पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook, X, Youtube, Instagram आदि पर ग्राम जड़ावता में ग्राम वासियों के मिट्टी कटाव को लेकर पानी की पाल लगाने के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो प्रचारित हो रहा है, जो ग्राम जड़ावता, सवाई माधोपुर जिले की नहीं है।
यह वीडियो किसी अन्य जिले का है। प्रचारित वीडियो में दिखाई दे रहे स्थान व जगह दोनों ही सवाई माधोपुर जिले से संबंधित नहीं है। सोशल मीडिया पर बिना जाने तथ्यहीन जानकारी पोस्ट की गई है। सवाई माधोपुर पुलिस सोशल मीडिया पर इस प्रचारित वीडियो का खंडन करती है।
डिलीट करने को कहा
सवाई माधोपुर पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया है की ऐसी पोस्ट और वीडियो को तत्काल प्रभाव से डिलीट कर दें और बिना जांचे ऐसी पोस्टों व वीडियो को शेयर नहीं करें। ऐसी पोस्ट/वीडियो कोई व्यक्ति शेयर करता है, या भ्रामक खबर फैलाता है तो उसके खिलाफ आईटी एक्ट व अन्य धाराओं के तहत दंडात्मक एवं कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।