न पूछो न बताओ (Dont Ask Dont Tell) का मतलब है कि दो लोग एक रिलेशनशिप में होने के बावजूद एक-दूसरे से न ही कुछ पर्सनल बातें पूछें और न ही पार्टनर को बताएं। इस Modern Dating Trend से दोनों की प्राइवेसी बनी रहती है। बता दें जब हम एक-दूसरे के पर्सनल स्पेस की कद्र करते हैं तो इससे विश्वास बढ़ता है और रिश्ता भी मजबूत होता है
- रिलेशनशिप होने का मतलब एक दूसरे को बेहतर बनाना होता है।
- न पूछो, न बताओ का ट्रेंड रिश्ते को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- मॉडर्न डेटिंग में इस तरह लोग प्राइवेसी का ख्याल रखने की कोशिश करते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Don’t Ask, Don’t Tell यानी DADT का मतलब है ‘न पूछो, न बताओ’। यह शब्द आजकल रिश्तों में बहुत सुनने को मिल रहे हैं। आसान शब्दों में समझें तो इसका मतलब है कि रिश्ते में कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनके बारे में हम बात नहीं करना चाहते। हम अपनी प्राइवेसी बनाए रखना चाहते हैं और साथ ही अपने पार्टनर पर भरोसा भी करना चाहते हैं। DADT के जरिए हम यह तय करते हैं कि हम किन चीजों के बारे में बात करेंगे और किन चीजों के बारे में नहीं। इससे हम अपने रिश्ते को और मजबूत बना सकते हैं और एक-दूसरे के साथ बिना किसी झगड़े के रह सकते हैं। आजकल लोग अपने रिश्तों में खुश रहना चाहते हैं और DADT उन्हें ऐसा करने में मदद करता है। आइए इस आर्टिकल में आपको Modern Dating के इस ट्रेंड के बारे में विस्तार से बताते हैं।
मॉडर्न डेटिंग का नया ट्रेंड है- “न पूछो, न बताओ”
DADT का मतलब है “न पूछो, न बताओ”। यह एक तरह का समझौता है जो दो लोग रिलेशनशिप में रहते हुए एक-दूसरे से करते हैं। इस समझौते में, दोनों लोग यह तय करते हैं कि वे एक-दूसरे की पर्सनल लाइफ के कुछ हिस्सों के बारे में बात नहीं करेंगे, खासकर जब यह किसी और से जुड़ा हो। इसका मतलब यह है कि वे एक-दूसरे से यह नहीं पूछेंगे कि वे किसके साथ समय बिता रहे हैं या किसके साथ रोमांटिक रिश्ते में हैं। यह समझौता अक्सर ऐसे रिश्तों में किया जाता है जहां दोनों लोग एक-दूसरे के साथ ईमानदार रहना चाहते हैं, लेकिन साथ ही वे यह भी चाहते हैं कि उनके पास कुछ पर्सनल स्पेस भी हो। DADT समझौता करके, दोनों लोग एक-दूसरे की प्राइवेसी की इज्जत करते हैं और साथ ही एक-दूसरे के साथ एक ओपन रिलेशनशिप भी बनाए रखते हैं।