12 villages are cut off from communication, people are coming to Baharwanda Khurd after…

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बहरावंडा खुर्द कस्बे के 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सोनकच्छ और बोहना गांव के बीच एक पुलिया बनी हुई थी।जो पहले 1 अगस्त को तेज बारिश और चंबल का पानी आने से पुलिया टूट गई थी।उसके बाद में पीडब्ल्यूडी विभाग ने रेत और कट्टे लगाकर आवागमन सुचारू कराया था किंतु 22 अगस्त की रात्रि को एक बार ओर फिर से पुलिया पूरी तरह टूट गई।
ग्रामीणों ने विधायक व प्रशासनिक अधिकारियों से इस स्थान पर पुलिया बनाने के लिए अवगत करवा दिया किंतु समाधान नहीं हुआ।दरअसल इस पुलिया से होकर एक नाला गुजर रहा है। जहां पानी का वेग तेज आता है।ओर पुलिया का स्तर नीचा है।जिसके कारण हल्की बरसात होते ही नाले का पानी ऊपर से गुजरने लग जाता था। तेज नाले ओर चंबल के पानी आने से पुलिया टूट गई।जिसके कारण आस के पास के 1 दर्जन से अधिक गांवों का आपस में सीधा संपर्क टूट गया।अब ग्रामीणों को 30 किलोमीटर का फेर खाकर बहरावंडा खुर्द पहुंचना पड़ रहा है।
ग्रामीण रामवतार गुर्जर, मुकेश माली, नंदकिशोर माली दिनेश माली केदार माली आदि ने बताया कि सोनकच्छ गांव के निकट पुलिया बनी हुई थी जो 22 अगस्त की रात्रि को फिर से टूट गई। इस रास्ते से पाली का सीधा खंडार से संपर्क कट गया है।
इन गांवों का कटा संपर्क
इस रास्ते से पाली नरोड़ा, मीना खेड़ी सेवती खुर्द ,सत्रह मील सोनकच्छ, पाली, दौलतपुरा बहरावंडा खुर्द आदि गांवों के लोग इस रास्ते से होकर खंडार जाते थे।ओर खंडार के रामेश्वर, बडौद, गोठड़ा, पादड़ी तोपखाना बरनावदा,अनियाला, बोहना आदि गांवों के ग्रामीण इस रास्ते से होकर सीधे बहरावंडा खुर्द होते हुए सवाई माधोपुर जाते थे इस पुलिया के टूटने से एक दर्जन गांवों का आपस मे सीधा संपर्क कट गया।
^सोनकच्छ पुलिया पर आज ही जाकर आया हूं ।उस पर पानी आ रहा है।एक दो दिन में पानी कम हो जाएगा।जैसे ही पानी कम होगा उस दिन ही मोरम डलवाकर रास्ता अस्थाई रूप से चालू कर दिया जाएगा।
सोनू कुमार मीना, जेईएन पीडब्ल्यूडी खंडार