Buses are parked in no parking zones all day, causing traffic jams many times, yet the traffic…

चौहटन चौराहे से महज 200 मीटर की दूरी पर प्राइवेट बस स्टैंड है, लेकिन बस स्टैंड पर बसें खड़ी नहीं रह कर ट्रेफिक घुमटी के इर्द-गिर्द रोज 15-20 बसें दिनभर खड़ी रहती है। फोटो: नरपत रामावत भास्कर न्यूज | बाड़मेर बाड़मेर शहर का सिणधरी चौराहे के बाद सबसे व्
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ट्रैफिक पुलिस गुमटी के सामने ही दर्जनों बसें खड़ी रहती है। इतना ही नहीं शाम 6 बजे तो ट्रेफिक पुलिस के सामने ही बसों की छतों पर ओवरलोड सवारियां भरी जाती है। जबकि अंबेडकर सर्किल से महज 150 मीटर की दूरी पर प्राइवेट बस स्टैंड बनाया गया है। जहां शुरूआत के कुछ महीनों में तो बसें खड़ी रहती थी, लेकिन धीरे-धीरे ट्रेफिक पुलिस की नरमी से फिर से अंबेडकर सर्किल अवैध पार्किंग का अड्डा बन गया। अब यहां दिनभर जहां मर्जी पड़े वहां बसें खड़ी रहती है।
यहां ट्रेफिक पुलिस की चौकी भी है और 3-3 पुलिस जवान तैनात रहते हैं, लेकिन हाइवे पर नो पार्किंग जोन में खड़ी रहने वाली बसों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। कई बार तो बसों हाइवे पर आड़ी-तिरछी खड़ी रहने से जाम लग जाता है। इससे दूसरे वाहनों के चालक परेशान होते हैं। बसों के अलावा यहां अवैध रूप से चलने वाली टैक्सियों की पार्किंग भी होती है। पुलिस के सामने ही इन गाड़ियों में सवारियों को भरकर ले जाते हैं। सबसे ज्यादा अवैध सवारी टैक्सी बाड़मेर-चौहटन रूट पर संचालित हो रही है।