क्या मुकेश अंबानी की इस कंपनी पर पड़ेगा ट्रंप के टैरिफ का असर? AGM से पहले 28 अगस्त को फोकस में…

Reliance Industries Shares: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर गुरुवार, 28 अगस्त को कंपनी की 48वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) से पहले फोकस में रहने वाले हैं. AGM शुक्रवार, 29 अगस्त, 2025 को होने वाली है, जिसमें कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपने लगभग 44 लाख शेयरहोल्डर्स को संबोधित कर सकते हैं.
रूस से कच्चे तेल की खरीद को लेकर अमेरिका का भारतीय सामानों के आयात पर लगाया गया 25 परसेंट का एक्स्ट्रा टैरिफ आज से लागू हो गया है. इस बढ़े हुए टैरिफ का RIL के शेयरों पर सीधा असर देखने को मिल सकता है क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत में रूसी कच्चे तेल के सबसे बड़े खरीदारों में से एक है. ऐसे में कंपनी आगे चलकर कच्चे तेल की सोर्सिंग चुनौतियों से कैसे निपटेगी इस पर निवेशकों की पैनी नजर बनी रहने वाली है.
रिलायंस के शेयर की यह है खासियत
तमाम भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद रिलायंस के शेयर की कीमत 2025 में लगभग 14 परसेंट तक का इजाफा हुआ है. जो निफ्टी 50 के 4.5 परसेंट की बढ़त से कहीं ज्यादा है. इसके अलावा, रिलायंस इंडस्ट्रीज अभी भी देश की सबसे वैल्यूऐबल कंपनी है, जो इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाए रखेगी. जेपी मॉर्गन ने सितंबर 2026 के लिए रिलायंस को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है और शेयर के लिए टारगेट प्राइस 1,695 रुपये प्रति शेयर रखा है. इससे पहले, मंगलवार को BSE पर रिलायंस के शेयर 1.95 परसेंट गिरावट 1,385.30 की कीमत पर बंद हुए.
फोकस में आलोक इंडस्ट्रीज के भी शेयर
चूंकि ट्रंप के टैरिफ का टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर बुरा असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है इसलिए मुकेश अंबानी की ही एक और कंपनी आलोक इंडस्ट्रीज के भी शेयर इन दिनों फोकस में रहने वाले हैं. बीते कुछ दिनों से इसमें पहले से ही गिरावट देखी जा रही है. मंगलवार को भी 2 परसेंट से भी ज्यादा टूटकर इसके शेयर की कीमत 17.61 रुपये पर आ गई. आलोक इंडस्ट्रीज एक टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जिसे NCLT प्रॉसेस के तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज और जेएम फाइनेंशियल ने मिलकर खरीदा था.
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