इंडोनेशिया के टॉयलेट में हो गया खेला! पता चलने पर सैकड़ों लोगों के सामने मारे गए कोड़े, जानें…

इंडोनेशिया के आचे प्रांत में दो पुरुषों को सार्वजनिक रूप से कोड़े मारने का आदेश दिया गया, क्योंकि उन्हें पब्लिक टॉयलेट में एक-दूसरे को चूमते और गले लगाते हुए पाया गया था. मामले को लेकर बांदा आचे के बुस्तानुस्सलातिन शहर के पार्क में मंगलवार (26 अगस्त 2025) को एक मंच पर लगभग 100 लोगों की मौजूदगी में कोड़े मारने की सजा दी गई. अदालत ने दोनों को 80-80 कोड़े मारने का आदेश सुनाया था. हालांकि, पहले से चार महीने हिरासत में बिताने की वजह से उन्हें 76 कोड़े ही मारे गए.
यह घटना एक सार्वजनिक प्रदर्शन की तरह थी. दोनों को बारी-बारी से भीड़ के सामने खड़ा किया गया और पुलिस ने उन्हें कोड़े मारे. भीड़ में मौजूद लोग इस दृश्य को चुपचाप देखते रहे मानो यह धार्मिक अनुशासन का एक सामान्य हिस्सा हो. यहां तक कि इस घटना में केवल ये दोनों पुरुष ही शामिल नहीं थे. उसी दिन कुल 10 लोगों को अलग-अलग अपराधों जैसे, विवाहेतर संबंध, विपरीत लिंग के लोगों से निकटता और ऑनलाइन जुआ के लिए कोड़े मारे गए.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और एमनेस्टी इंटरनेशनल की आलोचना
एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसी संस्थाओं ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की. एमनेस्टी की क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक मोंटसे फेरर ने कहा कि समान लिंगीय आचरण को अपराध घोषित करना न्यायपूर्ण और मानवीय समाज में स्वीकार्य नहीं है. मानवाधिकार संगठनों का मानना है कि इस तरह की सार्वजनिक सजाएं न केवल शारीरिक हिंसा हैं, बल्कि पीड़ितों के सम्मान और निजता पर भी हमला हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय लंबे समय से इंडोनेशिया सरकार से इस कानून पर पुनर्विचार करने की अपील कर रहा है. हालांकि, आचे में अभी भी बड़ी संख्या में लोग मानते हैं कि यह कानून समाज की धार्मिक और नैतिक संरचना बनाए रखने के लिए जरूरी है. यही कारण है कि ऐसी सजाओं को यहां अक्सर जनता का समर्थन मिलता है.
आचे प्रांत में शरिया कानून
इंडोनेशिया का आचे प्रांत देश का इकलौता इलाका है, जहां शरिया कानून लागू है. 2001 में विशेष आदेश मिलने के बाद इस प्रांत ने इस्लामी धार्मिक कानूनों को लागू करना शुरू किया. इन कानूनों के तहत जुआ खेलना, शराब पीना, विवाहेतर यौन संबंध बनाना, महिलाओं का तंग कपड़े पहनना और पुरुषों का शुक्रवार की नमाज से गैरहाजिर होना अपराध माना जाता है.