Passport Seva Kendra also has cafe, feeding room and selfie point | पासपोर्ट सेवा केन्द्र में…

पासपोर्ट सेवा केन्द्र उदयपुर शहर के लेकसिटी मॉल में सोमवार से शिफ्ट हो गया। इसका उदघाटन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर केजी श्रीनिवासन को करना था लेकिन उनके नहीं आने से उदघाटन की औपचारिकता नहीं हो पाई।
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क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी यशवंत मेथे ने बताया कि पासपोर्ट केन्द्र में आवेदन के बाद A,B और C तीन तरह के वेरीफिकेशन स्टेप है। पहले A स्टेप में डॉक्यूमेंट स्केनिंग और फोटोग्राफ बायोमेट्रिक का काम होता है। इसके बाद स्टेप B में डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन और स्टेप C में ग्रांट जोन में फाइल जमा होने के बाद पोसपोर्ट बनने की प्रक्रिया शुरू होती है।
पासपोर्ट की प्रक्रिया के 3 स्टेप पूरे करने के बाद उनसे ऑनलाइन फीडबैक भराया जाता है। इसके बाद सेल्फी प्वाइंट है। यहां वेटिंग एरिया में छोटा सा कैफे भी बनाया गया है।
सेल्फी प्वाइंट, ऑनलाइन फीडबैक, कैफे भी पासपोर्ट सेवा केन्द्र में एंट्री करने और बाहर जाने दोनों का रास्ता अलग है। जाने से पहले आवेदक की जांच की जाती है। पासपोर्ट की प्रक्रिया के 3 स्टेप पूरे करने के बाद उनसे ऑनलाइन फीडबैक भराया जाता है। इसके बाद सेल्फी प्वाइंट है। यहां वेटिंग एरिया में छोटा सा कैफे भी बनाया गया है। जहां आवेदक चाय-नाश्ता कर सकते हैं।
इसके अलावा फीडिंग रूम, महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग टॉयलेट्स हैं। इसके अलावा सबसे खास बात ये है कि यहां राजस्थान की संस्कृति और परंपरा से जुड़ी आकृतियां दीवारों पर बनवाई गई है।
यहां वेटिंग एरिया में छोटा सा कैफे भी बनाया गया है।
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा ने उदयपुर में की थी घोषणा पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक जून 2015 को उदयपुर दौरे पर आई थी। तब पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया और पूर्व मेयर चंद्रसिंह कोठारी ने पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोलने की मांग उठाई थी। तभी पूर्व मंत्री स्वराज ने उसी दिन उदयपुर में पासपोर्ट सेवा केन्द्र स्वीकृत किए जाने की घोषणा की थी।
तब निगम ने इसके लिए नि:शुल्क भवन उपलब्ध करवाया था। सुभाष नगर में करीब 5 करोड़ रुपए की लागत के भवन में पिछले 8 साल से पासपोर्ट कार्यालय चल रहा था। किसी तरह का कोई किराया नहीं लग रहा। इस भवन की 20 साल की पंजीकृत लीज डीड हो रखी है।