Hartalika Teej Vrat 2025: हरतालिका तीज व्रत न रखें ये महिलाएं, जानें नियम

भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रखा जाने वाला हरतालिका तीज व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है. इस दिन सुहागिन स्त्रियां निर्जला व्रत रखकर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं.
मान्यता है कि, हरतालिका तीज के दिन निर्जला व्रत रखकर पूजा-पाठ करने से गौरी-शंकर से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वैवाहिक जीवन में परेशानियां नहीं रहती. लेकिन कुछ महिलाओं को यह व्रत रखने से बचना चाहिए. जानें किन्हें नहीं रखना चाहिए हरतालिका तीज व्रत.
गर्भवती महिलाएं- हरतालिका तीज का व्रत काफी कठिन व्रत माना जाता है. इसमें सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक निर्जला व्रत रखा जाता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए. इससे गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि आप इस दिन शिव-गौरी की पूजा कर सकती हैं.
बीमार महिलाएं- बीमार या शारीरिक रूप से अस्वस्थ रहने पर भी महिलाओं को हरतालिका तीज का व्रत न रखने की छूट होती है. अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो निर्जला व्रत रखना आपके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है. ऐसे में आप व्रत न रखकर सामान्य पूजा-पाठ भी कर सकती हैं.
बुजुर्ग महिलाएं- हरतालिका तीज या किसी भी व्रत का पुण्य फल तभी मिलता है, जब आप इसे अपने शारीरिक सामर्थ्य या स्वास्थ्य का ध्यान रखकर करें. इसलिए अत्यधिक बुजुर्ग महिलाएं हरतालिका तीज के कठिन व्रत को न करें. आप चाहे तो इस दिन फलाहार व्रत रखकर श्रद्धाभाव से पूजा कर सकती हैं.
कुंवारी कन्याएं- हरतालिका तीज का व्रत विवाहित महिलाओं के साथ ही कुंवारी कन्याएं भी कर सकती हैं. लेकिन कुंवारी कन्याओं को निर्जला व्रत रखने की जरूरत नहीं होती है. आप फलाहार भी इस व्रत को कर सकती है. व्रत रखकर सच्चे मन से भगवान की पूजा करें.
कई स्त्रियों को हरतालिका तीज के दौरान मासिक धर्म या पीरियड भी शुरू हो जाते है. ऐसे में मन में संशय रहता है कि, इस स्थिति में तीज का व्रत रखें या नहीं. बता दें कि आप पीरियड में भी विधि-विधान से व्रत रख सकती हैं और व्रत से सभी नियमों का पालन भी कर सकती हैं. केवल ऐसी स्थिति मे पूजा-पाठ करना वर्जित होता है.
Published at : 25 Aug 2025 12:29 PM (IST)