Five tractor trolleys filled with gravel cause panic in the village | बजरी भरे 5…

भीलवाड़ा जिले में बजरी माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है। अवैध बजरी ले जाने के दौरान ओवर स्पीड के चलते लगातार हादसे होते जा रहे है। ऐसे ही एक घटना सोमवार सुबह सुठेपा गांव में हुई, जहां तेज स्पीड में बेकाबू हुई बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों ने गांव में
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इस दौरान ये ट्रैक्टर-ट्रॉलियां तेज स्पीड और निकलने की जल्दबाजी में बिजली के पोल से टकराए। एक मकान की दीवार और दरवाजे को डैमेज कर दिया। हादसे के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को घेर लिया, लेकिन ड्राइवर भाग निकले। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और 5 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त की।
अवैध बजरी से भरे तेज स्पीड में 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली संकड़ी गलियां होने के चलते गलियों में फंस गए।
संकड़ी गलियों में फंस गए ट्रैक्टर-ट्रॉली मामला भीलवाड़ा के बड़लियास थाना क्षेत्र के सूठेपा गांव का है। जहां सोमवार की सुबह गांव से अवैध बजरी से भरे तेज स्पीड में 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली संकड़ी गलियां होने के चलते गलियों में फंस गए। इन्हें निकालने और स्पीड के चक्कर में ट्रैक्टर ड्राइवर ने बिजली के पोल तोड़ दिए। एक घर की दीवार को टक्कर मार दी और एक मकान के गेट तोड़ दिए।
ग्रामीणों को देख भाग छूटे ड्राइवर हादसे और धमाके की आवाज सुन बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। जिन्हें देखकर ड्राइवर ट्रैक्टर छोड़कर भाग निकले। सूचना मिलने पर बड़लियास थाना पुलिस मौके पहुंची और पांचों ट्रैक्टरों को कब्जे में लिया।
हादसे और धमाके की आवाज सुन बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। जिन्हें देखकर ड्राइवर ट्रैक्टर छोड़कर भाग निकले।
बजरी भरकर चित्तौड़ की ओर जा रहे थे बताया जा रहा है कि ये ट्रैक्टर बड़लियास से बजरी भर के चित्तौड़ जिले के कड़ा क्षेत्र की ओर जा रहे थे। इसी दौरान तेज स्पीड और जल्दबाजी में गांव की तंग गलियों में फंस गए। घटना के बाद ग्रामीणों ने लचर पुलिस व्यवस्था विरोध किया।
ग्रामीणों का कहना है कि बेलगाम बजरी माफिया रात दिन गांव से तेज स्पीड से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां निकालते है, जिनसे उन्हें जान का खतरा बना रहता है।
दिन रात गांव से निकलते-कोई रोकने वाला नहीं ग्रामीणों का कहना है कि बेलगाम बजरी माफिया रात दिन गांव से तेज स्पीड से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां निकालते हैं। जिनसे उन्हें जान का खतरा बना रहता है, गांव की गली-मोहल्ले में बच्चे बूढ़े सभी निकलते हैं। इन पर रोक नहीं लगी तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।