Chittorgarh city received 45 MM rainfall in last 24 hours | चित्तौड़गढ़ में 24 घंटे में 45 MM…

चित्तौड़गढ़ में शनिवार की देर रात तक तेज बारिश होती रही। पिछले 24 घंटों में शहर में कुल 45 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश की वजह से मौसम थोड़ा ठंडा महसूस हुआ और लोगों को गर्मी से राहत मिली।
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वहीं, रविवार की सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। ऐसा लग रहा है कि कभी भी बारिश हो सकती है, लेकिन सुबह से अब तक बारिश नहीं हुई। लोग बादलों को देखकर बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन मौसम अभी शांत है।
कई जगहों पर हुई अच्छी बारिश जिले के कई इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई है। गंगरार में 50 मिमी, कपासन में 71 मिमी, बेगूं में 23 मिमी, निंबाहेड़ा में 56 मिमी, भदेसर में 33 मिमी, डूंगला में 23 मिमी, बड़ीसादड़ी में 16 मिमी, रावतभाटा में 14 मिमी, बस्सी में 69 मिमी और भोपालसागर में 4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि जिले के लगभग सभी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
अब तक चित्तौड़गढ़ जिले में कुल 692.58 मिमी बारिश हो चुकी है। यह आंकड़ा जिले की औसत बारिश का 92.34 प्रतिशत है। यानी अब सिर्फ लगभग 8 प्रतिशत बारिश और हो जाए तो जिले में इस साल का औसत पूरा हो जाएगा। यह किसानों और जलस्तर के लिए अच्छी खबर मानी जा सकती है।
चित्तौड़गढ़ में पिछले 24 घंटों में शहर में कुल 45 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
बांधों के क्षेत्रों में भी हुई बारिश जिले के अलग-अलग बांधों के क्षेत्र में भी बारिश हुई है। गंभीरी में 23 मिमी, वागन में 15 मिमी, बस्सी में 53 मिमी, औराई में 46 मिमी, बड़गांव में 35 मिमी, भोपालसागर में 5 मिमी, कपासन में 45 मिमी, संदेसर में 30 मिमी और मातृकुंडिया में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस बारिश से बांधों में पानी की आवक बढ़ेगी, जिससे पीने और सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा।
तापमान में मामूली गिरावट, अलर्ट जारी बारिश के बावजूद शनिवार को तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ। शनिवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री और न्यूनतम 23.8 डिग्री सेल्सियस था। इसका मतलब है कि तापमान में बहुत ही मामूली गिरावट आई है।
मौसम विभाग ने चित्तौड़गढ़ जिले के लिए आने वाले दिनों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग का अनुमान है कि 26 अगस्त तक बारिश का सिलसिला बना रहेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर निचले इलाकों में जहां जलभराव की स्थिति बन सकती है।