‘पसंद नहीं तो हमसे मत खरीदो’, रूसी तेल पर बैन से भड़के जयशंकर, ट्रंप प्रशासन को बता दी ‘लक्ष्मण…

रूसी तेल खरीदने को लेकर भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा. विदेश मंत्री ने शनिवार (23 अगस्त 2025) को इस बात पर जोर दिया कि भारत ऊर्जा के मामले में स्वतंत्र रूप से निर्णय लेना जारी रखेगा. विदेश मंत्री ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि जो लोग व्यापार-समर्थक अमेरिकी प्रशासन के लिए काम करते हैं, वे दूसरों पर व्यापार करने का आरोप लगा रहे हैं.
‘भारत से ज्यादा यूरोप करता है रूस से ट्रेड’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी कहा कि वाशिंगटन के साथ व्यापार वार्ता जारी है, लेकिन कुछ ऐसी सीमाएं हैं जिनका हमें बचाव करना होगा. विदेश मंत्री का बयान ऐसे समय में आया है जब भारत पर लगे एक्स्ट्रा टैरिफ 27 अगस्त से लागू होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि भारत की तुलना में यूरोप रूस के साथ कहीं अधिक व्यापार करता है.
‘पसंद नहीं तो हमसे मत खरीदो’
इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम 2025 विदेश मंत्री ने कहा, “अगर आपको भारत से तेल या रिफाइंड उत्पाद खरीदने में कोई समस्या है तो उसे न खरीदें. कोई आपको इसे खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर रहा है. यूरोप और अमेरिका खरीदता है इसलिए अगर आपको यह पसंद नहीं है तो इसे न खरीदें. 2022 में तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता थी. उस समय कहा गया था कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना चाहता है तो उसे खरीदने दें, क्योंकि इससे कीमतें स्थिर होंगी.”
भारत की अपनी रेड लाइन हैं- जयशंकर
ट्रंप प्रशासन के साथ ट्रेड डील की वार्ता में समस्याओं को स्वीकार करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि भारत की अपनी ‘रेड लाइन’ हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत स्वतंत्र निर्णय लेने की क्षमता रखता है. एस जयशंकर ने कहा, “भारतीय तेल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में स्थिरता लाने में मदद करती है. हम कीमतों को स्थिर रखने के लिए तेल खरीद रहे हैं. यह हमारे राष्ट्रीय हित में जरूर है, लेकिन यह वैश्विक हित में भी है.”
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