‘PM मोदी को सख्त संदेश’, डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को क्यों बनाया भारत में अमेरिका का…

टैरिफ वॉर को लेकर बीते कुछ दिनों से भारत और अमेरिका के रिश्तों में तल्खियां बढ़ी हुई हैं. इस बीच अमेरिका ने शुक्रवार (22 अगस्त 2025) को सर्जियो गोर को भारत का नया राजदूत नियुक्त किया है. उन्हें दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत की जिम्मेदारी भी दी गई है. सर्जियो गोर ट्रंप के सबसे भरोसेमंद अधिकारी में से एक माने जाते हैं और फिलहाल व्हाइट हाउस में कार्यरत हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ट्रंप के नये दूत के भारत आने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार होगा.
एरिक गार्सेटी की जगह लेंगे सर्जियो गोर
सर्जियो गोर की छवि ट्रंप की तरह अमेरिका फर्स्ट एजेंडे की है. ऐसे में ये भी साफ है कि अमेरिका भारत के साथ अपने रिश्तों को व्यापारिक लेन-देन के नजरिए से देखेगा. ट्रंप की घोषणा के बाद उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि सर्जियो गोर भारत में हमारे देश के लिए एक शानदार राजदूत बनेंगे. ट्रंप ने कई अन्य प्रमुख देशों की तुलना में भारत के लिए राजदूत की नियुक्ति बाद में की. सर्जियो गोर एरिक गार्सेटी का स्थान लेंगे, जिन्होंने मई 2023 से जनवरी 2025 तक राजदूत के रूप में कार्य किया.
अमेरिकी डिफेंस पॉलिसी के डिप्टी सेक्रेटरी एल्ब्रिज कोल्बी ने कहा, ‘ट्रंप के विश्वसनीय सलाहकार सर्जियो गोर का भारत में हमारे राजदूत के रूप में होना शानदार रहेगा. भारत-अमेरिका रिश्ते बहुत महत्वपूर्ण हैं और इस भूमिका में इतने योग्य और दूरदर्शी व्यक्ति (सर्जियो गोर) का होना काफी महत्वपूर्ण है.’ सर्जियो गोर की नियुक्ति पीएम मोदी के लिए एक सख्त संदेश भी है.
डोनाल्ड ट्रम्प ने सर्जियो गोर को क्यों चुना?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सर्जियो गोर के पास भारत के साथ किसी भी तरीके से काम करने का अनुभव कम है, लेकिन कई मामलों में वे एरिक गार्सेटी से बेहतर बताए जाते हैं. अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर रिपोर्ट करने वाले पोलिटिको के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि भारत में सर्जियो गोर की नियुक्ति का उद्देश्य तनाव को कम करना है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप व्यक्तिगत रूप से अपने बहुत करीबी दूत को भारत भेजकर मोदी सरकार को एक शक्तिशाली संदेश भेज रहे हैं.
सर्जियो का कोई भी संदेश सीधा ट्रंप का आदेश होगा
उन्होंने कहा कि सर्जिया की भारत में नियुक्ति इस बात का संकेत है कि दोनों देशों के बीच अब गंभीर वार्ता होगी. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि सर्जियो का कोई भी संदेश सीधा ट्रंप का संदेश होगा. व्हाइट हाउस के पूर्व अधिकारी स्टीव बैनन ने भी सर्जियो की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों का लाभ होगा. उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स और कुछ अन्य लोगों के अलावा सर्जियो ही एकमात्र व्यक्ति हैं, जिन्हें किसी भी समय दिन या रात राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने की सुविधा है.
स्टीव बैनन ने कहा, ‘सर्जियो गोर के पास भारतीय नीति से जुड़े मुद्दों पर ज्यादा जानकारी नहीं है,लेकिन वह चीजों को जल्दी समझ जाते हैं. उनकी न सिर्फ राष्ट्रपति ट्रंप तक पहुंच है, बल्कि ट्रंप को उनपर काफी भरोसा भी है.’