Case of assault on Tehsildar | तहसीलदार से मारपीट का मामला: जयपुर के 15 कार्यालयों में 4 दिन से…

दौसा जिले के लालसोट तहसील कार्यालय में तहसीलदार अमितेश मीणा व स्टाफ के साथ 19 अगस्त को अधिवक्ताओं द्वारा की गई मारपीट, अभद्र व्यवहार और तोड़फोड़ की घटना के विरोध में जयपुर में लगातार चौथे दिन भी रजिस्ट्रियां बंद रहीं।
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शुक्रवार को शहर के 15 पंजीयन मुद्रांक कार्यालयों में पंजीयन कार्य नहीं हुआ। कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार से जयपुर के सभी उप पंजीयन अधिकारी, गिरदावर और पटवारी हड़ताल पर हैं। भूखंड, मकान, फ्लैट, दुकान और अन्य दस्तावेजों की रजिस्ट्री कराने आए लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
लोग भटकते रहे, सूने पड़े रहे कार्यालय
- जयपुर में पंजीयन विभाग के 3 डीआईजी स्टांप कार्यरत हैं, जो जयपुर के साथ-साथ दौसा और कोटपूतली जिलों की भी मॉनिटरिंग करते हैं। यहां रोज औसतन 750 से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन होता है। हड़ताल के चलते अब तक 3500 से अधिक रजिस्ट्री अटकी हैं, इससे सरकार को करीब 90 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व नुकसान हुआ है।
प्रदेशव्यापी हड़ताल की चेतावनी शुक्रवार को दौसा में तहसीलदार सेवा परिषद की बैठक हुई। सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए दोषी वकीलों की गिरफ्तारी, एफआईआर दर्ज करने में देरी के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। मांगें नहीं मानी तो अब प्रदेशस्तरीय आंदोलन करेंगे।
वैकल्पिक व्यवस्था…
डीआईजी स्टांप प्रथम, डॉ. जी.एल. शर्मा ने बताया कि पंजीयन कार्य बाधित न हो, इसके लिए विभिन्न उप पंजीयन कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी दोहरी जिम्मेदारी निभाएंगे। यह व्यवस्था सामूहिक अवकाश की अवधि तक लागू रहेगी।