क्या ट्रंप ने दे दी जेलेंस्की को मास्को पर हमले की खुली छूट? रूस के तेल ठिकानों पर यूक्रेन की…

यूक्रेन ने रूस के ऑयल प्लांट पर हमला किया जिससे हंगरी और स्लोवाकिया को होने वाली तेल आपूर्ति प्रभावित हो गई. हंगरी और स्लोवाकिया की सरकारों ने शुक्रवार (22 अगस्त 2025) को कहा कि यूक्रेन की ओर से किए गए हमले की वजह से उनके देशों को रूसी तेल की आपूर्ति कम से कम पांच दिनों के लिए स्थगित की जा सकती है.
ट्रंप ने की थी फाइट बैक की बात
यूक्रेन ने यह हमला ऐसे समय में किया है जब एक दिन पहले ही ट्रंप ने जेलेंकी से ‘फाइट बैक’ की बात कही थी. इसका मतलब साफ है कि ट्रंप की ओर से जेलेंस्की को रूस के तेल ठिकानों पर हमला करने की मंजूरी मिल गई है. ट्रंप ने गुरुवार (21 अगस्त 2025) को कहा था कि किसी देश के पास अच्छी डिफेंस हो, लेकिन उसे हमला करने की अनुमति न मिले तो जीत नामुमकिन है. ऐसे में यूक्रेन के इस हमले को ट्रंप के बयान से जोड़कर देखा जा रहा है.
स्लोवाकिया और हंगरी पर तेल आपूर्ति का संकट
यूरोपीय यूनियन (EU) ने साल 2022 में यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस से ऊर्जा आपूर्ति कम कर दी है. EU 2027 तक के अंत तक रूसी तेल और गैस को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की कोशिश कर रहा है, जिसका ईयू के सदस्य स्लोवाकिया और हंगरी विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी अर्थव्यवस्थाएं रूसी तेल और गैस आपूर्ति पर निर्भर है. दोनों देशों ने रूस पर प्रतिबंधों का भी विरोध किया है.
यूरोप जाने वाली पाइपलाइन पर यूक्रेन ने किया हमला
हंगरी और स्लोवाकिया की सरकारों ने शुक्रवार को यूरोप यूनियन को पत्र लिखकर कहा कि यूक्रेन के हमले के वजह से उन्हें कम से कम पांच दिनों तक रूसी तेल आयात के बिना रहना पड़ सकता है. उन्होंने तेल और गैस आपूर्ति की सुरक्षा की गारंटी देने का आग्रह किया. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप के बयान के बाद गुरुवार देर रात यूक्रेन की सेना ने रूस के उनेचा तेल पंपिंग स्टेशन पर जमकर बम बरसाए. यह रूस की यूरोप जाने वाली द्रुज्बा तेल पाइपलाइन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इससे अब कुछ दिनों के लिए तेल आपूर्ति रोकी जा सकती है.
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