नोरा फतेही जैसे दिखे बीवी! पुरुषों की मानसिकता में क्यों आ रहा बदलाव? एक्सपर्ट ने बता दी हकीकत

गाजियाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने न सिर्फ एक पति-पत्नी के बीच की अनबन को उजागर किया, बल्कि समाज के कई गहरे मुद्दों भी सामने ला दिए. यह कहानी है एक ऐसे शख्स की, जिसने अपनी नई-नवेली बीवी को बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री और डांसर नोरा फतेही जैसा दिखने के लिए मजबूर किया. शादी के कुछ ही महीनों बाद पति की इस जिद से पत्नी इस कदर परेशान हो गई कि उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. पत्नी का आरोप है कि उसका पति उसे रोजाना तीन-तीन घंटे जिम में वर्कआउट करने के लिए मजबूर करता था और खाने-पीने पर भी सख्त पाबंदी लगाता था. एक्सपर्ट से जानते हैं कि पुरुषों की मानसिकता में यह बदलाव क्यों आ रहा है?
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजियाबाद के इस शख्स की शादी कुछ महीने पहले ही हुई थी. शादी के बाद से ही वह फिटनेस और लुक्स को लेकर अपनी पत्नी पर दबाव बनाने लगा. उसकी ख्वाहिश थी कि उसकी बीवी नोरा फतेही जैसी फिगर और लुक वाली बने. इसके लिए उसने पत्नी को कठिन वर्कआउट रूटीन फॉलो करने और खाने-पीने में भारी कटौती करने के लिए मजबूर किया. पत्नी ने शुरू में इसे पति की फिक्र समझा, लेकिन धीरे-धीरे ये जिद उसकी जिंदगी के लिए बोझ बन गई. आखिरकार महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि उसका पति मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता है.
सोशल मीडिया ऐसे हुई चर्चा
इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. कुछ लोगों ने इस शख्स को मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया तो कुछ ने उसे फिटनेस का दीवाना कहा. हालांकि, इस मामले को गहराई से समझने के लिए मनोवैज्ञानिकों की राय लेना जरूरी था. दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के सीनियर मनोवैज्ञानिक डॉ. इमरान नूरानी ने इस मामले पर अपनी राय दी. उन्होंने कुछ ऐसी बातें बताईं, जो इस घटना के पीछे की मानसिकता को समझने में मदद करती हैं.
किस वजह से ऐसा करते हैं पुरुष?
डॉ. नूरानी के मुताबिक, अपने पार्टनर की तुलना किसी सेलिब्रिटी से करना यह दिखाता है कि आप अपने पार्टनर को दिल से स्वीकार नहीं कर रहे हैं. इस मामले में पति की चाहत थी कि उसकी पत्नी नोरा फतेही जैसी दिखे. यह एक तरह का ‘सेंस ऑफ कंट्रोल’ है. ऐसे लोग चाहते हैं कि सब कुछ उनके हिसाब से हो जैसे उनका पार्टनर कैसा दिखे. क्या खाए, कैसे रहे आदि बातें. डॉ. नूरानी कहते हैं कि इस तरह की मानसिकता वाले लोग अक्सर अपनी आत्मसम्मान (सेल्फ-एस्टीम) की कमी को छिपाने के लिए दूसरों पर अपनी इच्छाएं थोपते हैं. ऐसे लोग समाज में अपनी इमेज को लेकर बहुत जागरूक होते हैं. उन्हें लगता है कि अगर उनकी पत्नी किसी सेलिब्रिटी जैसी दिखेगी तो उनकी सामाजिक हैसियत बढ़ेगी. हालांकि, यह सोच हकीकत से कोसों दूर होती है. सोशल मीडिया पर दिखने वाली चमक-दमक को ये लोग असल जिंदगी में लागू करने की कोशिश करते हैं, जो न सिर्फ मुश्किल है, बल्कि कई बार क्रूर भी हो सकता है. इस मामले में पति का व्यवहार न सिर्फ नियंत्रण करने वाला था, बल्कि इसमें बॉडी शेमिंग और मानसिक प्रताड़ना (अबूसिव रिलेशनशिप) के भी लक्षण दिखे.
समाज में ऐसे लोगों की तादाद काफी ज्यादा
डॉ. नूरानी ने बताया कि समाज में ऐसे लोगों की कमी नहीं है. बहुत से लोग अपने पार्टनर पर तरह-तरह के दबाव डालते हैं. इनमें ड्रेसिंग से लेकर खान-पान और फिटनेस जैसी बातें भी शामिल हैं. हालांकि, यहां एक बारीक फर्क समझना जरूरी है. अपने पार्टनर की फिक्र करना और उस पर दबाव डालना, दो अलग-अलग चीजें हैं. फिक्र करना तब होता है, जब दोनों पार्टनर आपसी सहमति से किसी चीज के लिए तैयार हों. वहीं, अगर कोई अपने पार्टनर को जबरदस्ती अपनी मर्जी के मुताबिक चलाने की कोशिश करे तो यह मनोवैज्ञानिक समस्या हो सकती है. डॉ. नूरानी के अनुसार, हर 1000 में से 10 लोग ऐसे जरूर मिलेंगे, जो अपने रिश्ते में पार्टनर पर हावी होने की कोशिश करते हैं. ये लोग अपने रिश्ते को पावर और कंट्रोल के आधार पर चलाना चाहते हैं, जो लंबे समय में रिश्ते के लिए नुकसानदायक होता है.
बॉडी इमेज और पर्सनैलिटी कितनी जरूरी?
आजकल के दौर में बॉडी इमेज, पर्सनैलिटी और लुक्स को बहुत ज्यादा तवज्जो दी जा रही है. सोशल मीडिया ने लोगों की सोच को इस कदर प्रभावित किया है कि हर कोई परफेक्ट दिखना चाहता है. डॉ. नूरानी का कहना है कि अगर रिश्ते में प्यार और विश्वास हो तो ये चीजें कोई मायने नहीं रखतीं. बॉडी इमेज या पर्सनैलिटी को लेकर ज्यादा जोर देना सिर्फ बाहरी वैलिडेशन की चाहत है. अगर पति-पत्नी एक-दूसरे को दिल से अपनाएं और एक-दूसरे की कमियों को स्वीकार करें तो ये बाहरी चीजें रिश्ते में आड़े नहीं आती हैं.
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