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Bihar Elections 2025: नीतीश, तेजस्वी या प्रशांत, किस चेहरे में सबसे ज्यादा दम, कौन पहली पसंद,…

बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है, हालांकि अभी तक चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. चुनावों के नजदीक आते ही राजनीतिक हलचल चरम पर है. स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और मतदाता सूची से नाम कटने के विवाद के बीच राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति तेज कर दी है. इस दौरान सी-वोटर (C-Voter) ने ताज़ा सर्वे जारी किया है, जो बताता है कि जनता के बीच किस नेता की लोकप्रियता बढ़ रही है और कौन पीछे छूट रहा है. सर्वे के मुताबिक यह चुनाव एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के साथ-साथ स्वतंत्र चेहरे प्रशांत किशोर के लिए भी बड़ा अवसर साबित हो सकता है.

इस बार के चुनाव को वोटर लिस्ट विवाद और SIR ने दिलचस्प बना दिया है. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव भी वोटर्स अधिकार यात्रा के जरिए जनता के बीच लगातार संवाद कर रहे हैं. ऐसे में यह जानना बेहद अहम है कि जनता किसे सीएम के तौर पर देखना चाहती है. इसी को लेकर C-Voter ने फरवरी, जून और अगस्त 2025 में तीन अलग-अलग सर्वे किए. आइए, देखते हैं क्या कहती है जनता की राय.

C-Voter सर्वे नीतीश कुमार और एनडीए के चेहरे
नीतीश कुमार लंबे समय से बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा रहे हैं, लेकिन C-Voter सर्वे बताता है कि उनकी लोकप्रियता में लगातार गिरावट आ रही है. फरवरी में 18% लोग उन्हें सीएम फेस के रूप में पसंद कर रहे थे. जून में यह आंकड़ा 18% पर टिका रहा, लेकिन अगस्त तक यह घटकर 15% रह गया. NDA के दूसरे चेहरे चिराग पासवान और सम्राट चौधरी हैं. चिराग पासवान फरवरी में 4% पर थे, जून में अचानक 11% पर पहुंचे, लेकिन अगस्त में 10% पर आ गए हैं. सम्राट चौधरी फरवरी में 8%, जून में 7% और अगस्त में 10% पर रहे. इसका मतलब यह है कि NDA  में फिलहाल कोई बड़ा चेहरा नीतीश कुमार की जगह नहीं ले पाया है.

तेजस्वी यादव जनता की पहली पसंद?
तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन से सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं. सर्वे के तीनों चरणों में वे नंबर वन पर रहे हैं. फरवरी में 41%, जून में 37% और अगस्त में सीधे 31 फीसदी पर आ गए हैं. इस तरह से उनकी लोकप्रियता में गिरावट दिख रही है, लेकिन इसके बावजूद वे नीतीश कुमार, चिराग पासवान और सम्राट चौधरी सभी पर भारी पड़ रहे हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि जनता का झुकाव अभी भी तेजस्वी यादव की ओर है, भले ही ग्राफ़ थोड़ा नीचे आया हो.

प्रशांत किशोर किंगमेकर बनेंगे या खिलाड़ी?
सबसे दिलचस्प चेहरा प्रशांत किशोर का है. उनको फरवरी में 15 फीसदी वोट मिले, जून में ये आंकड़ा बढ़कर 16 हो गया और अगस्त में 6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 22 पर जा पहुंचा. यानि उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. अगर यही रफ्तार रही तो नवंबर तक वे बड़ी चुनौती बन सकते हैं. चूंकि वे किसी भी गठबंधन से नहीं जुड़े हैं, इसलिए सवाल यह उठ रहा है कि वे किंगमेकर होंगे या खुद किंग बनने की कोशिश करेंगे.

चुनाव आयोग और राहुल गांधी का विवाद
इस चुनावी माहौल में राहुल गांधी ने भी वोटर लिस्ट से नाम कटने और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. एक सर्वे में 59% लोगों ने माना कि राहुल गांधी के आरोपों में दम है. वहीं 67% लोगों ने कहा कि चुनाव आयोग को राहुल गांधी के सवालों का जवाब देना चाहिए. यह मुद्दा सीधे तौर पर वोटरों को प्रभावित कर सकता है और चुनावी समीकरण बदल सकता है.

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