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ABVP staged a sit-in protest at the college; student arrived with a petrol bottle | कॉलेज आगे…

बाड़मेर एबीवीपी स्टूडेंट्स ने कालेज मैदान पर जिला क्रिकेट संघ से मुक्त करवाने, जर्जर कॉलेज और हॉस्टल भवन सहित विभिन्न मांगों को लेकर कॉलेज के आगे धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस व स्टूडेंट के बीच तनातनी भी देखने को मिली। पेट्रोल टायर पर पेट्रो

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दरअसल, गुरुवार को एबीवीपी के बैनर तले कॉलेज गर्ल्स और बॉयज स्टूडेंट हाथों में तख्तियां लिए कॉलेज के आगे धरने पर बैठ गए। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। स्टूडेंट हाथों में तख्तियां लिए धरने पर बैठे नजर आए। इस दौरान स्टूडेंट कॉलेज के अंदर जाने लगे तो पुलिस प्रशासन ने रोक दिया। पुलिस ने गेट बंद कर दिया। इस दौरान पुलिस ने स्टूडेंट को धक्का देकर हटाया। डीएसपी रमेश कुमार शर्मा वहां पर मौजूद रहे। डीएसपी ने कॉलेज के अंदर एग्जाम देने वाले स्टूडेंट को ही एंट्री मिलेगी। 2 घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस व प्रशासन के समझाइश के बाद स्टूडेंट मानें। धरना समाप्त किया।

पुलिस ओर स्टूडेंट के बीच हुई तीखी नोकझोंक।

कॉलेज स्टूडेंट महिपालसिंह ने बताया- हमने 15 दिन पहले जिला कलेक्टर को हमारी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया था। तब उन्होंने कहा कि था कि एक कमेटी बनाकर जांच करवाएंगे। साथ मैं कॉलेज परिसर में आकर निरीक्षण किया जाएगा। लेकिन न तो जिला कलेक्टर आए और न ही कोई कमेटी बनी है। केवल आश्वासन मिला है। पुलिस व प्रशासन से वार्ता के बाद एक बार धरना स्थगित कर दिया। समय रहते हमारी मांगों पर अगर धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ तो मजबूरन हमें उग्र आंदोलन करना पड़ेगा।

स्टूडेंट पेट्रोल बोतल लेकर पहुंचे

धरना प्रदर्शन करने के दौरान एक स्टूडेंट पेट्रोल बोतल लेकर धरना स्थल पर पहुंचा। पुलिस ने पेट्रोल की बोतल देखकर उसे रोका और बोतल छीनने लगे। इस दौरान स्टूडेंट और पुलिस के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। फिर बोतल लेकर प्राइवेट गाडी से भिजवाने के बाद मामला शांत हुआ।

दो घंटे के धरना प्रदर्शन के बाद मानें स्टूडेंट।

यह है मांगे

  • पीजी कॉलेज बाड़मेर के खेल मैदान पर जिला क्रिकेट संघ बाड़मेर का गैर कानूनी अधिग्रहण है। उसे दुबारा कॉलेज को दिया जाए। साथ ही खेल प्रशिक्षक की नियुक्ति की जाए ताकि कॉलेज की खेल एक्टिविटी सुचारू रूप से संचालित हो सकें।
  • कॉलेज बाड़मेर का छात्रावास जर्जर अवस्था में होने के कारण बंद हैं। उसका जीर्णोद्धार करवाकर दुबारा संचालित किया जाए। ताकि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले स्टूडेंट के रहने की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकें।
  • कॉलेज की चारदीवारी टूटी हुई हैं जिससे आवारा पशुओं और शराबियों का परिसर में जमावड़ा रहता हैं। इससे परिसर अव्यवस्थित और गंदा रहता हैं। महाविद्यालय परिसर का की चारदीवारी का उचित ऊंचाई के साथ मरम्मत करवाई जाए। साथ ही सुरक्षाकर्मी लगाए जाए।
  • कॉलेज का भवन पूर्ण रूप से जर्जर अवस्था में हैं। जो कभी भी गिर सकता हैं। अनहोनी हो सकती है। नवीन भवन का निर्माण राज्य सरकार द्वारा अथवा DMFT फंड और CSR फंड से किया जावें।

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