क्या ईरान कर रहा जंग की तैयारी? हिंद महासागर में की मिलिट्री ड्रिल, दागे ड्रोन और मिसाइल

इजरायल के साथ जून में हुए युद्ध के बाद ईरान ने गुरुवार (21 अगस्त, 2025) को अपना पहला एकल सैन्य अभ्यास किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की ओर से ये सैन्य अभ्यास अपनी ताकत को फिर से दुनिया को दिखाने के लिए किया गया.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी सशस्त्र सेना बलों की नौसेना ने ‘सस्टेनेबल पावर 1404’ के दौरान हिंद महासागर में खुले पानी के ठिकानों पर मिसाइलें और ड्रोन दागी. ईरान की ओर से ये अभ्यास उत्तरी जलक्षेत्र (कैस्पियन सागर) में हुए कैसरेक्स 2025 नाम के ईरान-रूस अभ्यास के लगभग एक महीने बाद हुआ है.
इजरायल के साथ अमेरिका ने किया एयर स्ट्राइक
‘सस्टेनेबल पावर 1404’ अभ्यास ईरान के दक्षिणी जलक्षेत्र में हो रहा है. इजरायल ने ईरान के साथ युद्ध के दौरान 12 दिनों तक एयर स्ट्राइक किया, जिसमें कुछ समय के लिए अमेरिका भी शामिल हुआ. इजरायल ने ईरान के प्रमुख स्थानों पर बमबारी की और बड़े सैन्य कमांडरो और परमाणु वैज्ञानिकों को मार दिया.
युद्ध के दौरान इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों को भी तबाह कर दिया और माना जा रहा है कि इजरायल के लगातार हमले से ईरान के बैलिस्टिक हथियारों का ठिकाना भी तबाह हो गया. ईरान के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि दुश्मन के किसी भी नए हमले का करारा जवाब दिया जाएगा.
अमेरिकी की ईरान को चेतावनी
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान की चेतावनी दी है कि अगर वह यूरेनियम संवर्धन संयंत्रों सहित अपने परमाणु ठिकानों को फिर से तैयार करता है तो अमेरिका उस पर हमला करेगा. इजरायल और अमेरिका के स्ट्राइक के बाद ईरान ने परमाणु हथियारों पर अंकुश लगाने वाले अमेरिकी वार्ता को स्थगित कर दिया. ईरान ने परमाणु बम विकसित करने के किसी भी इरादे से इनकार किया है.
ईरान के राजनयिक ने बुधवार (20 अगस्त, 2025) को कहा कि ईरान का मानना है कि अमेरिका के साथ ‘प्रभावी’ परमाणु वार्ता का समय अभी नहीं आया है. हालांकि ईरान संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के साथ सहयोग पूरी तरह से बंद नहीं करेगा.
ये भी पढ़ें:- केरल कांग्रेस के विधायक पर महिलाओं ने लगाए उत्पीड़न के आरोप, इस्तीफे के बाद कही ये बात