आर्थिक अनिश्चितता के बीच महंगा हुआ सोना, जानें आज 21 अगस्त 2025 को आपके शहर का ताजा भाव

Gold Price Today: ट्रंप टैरिफ की टेंशन और आर्थिक अनिश्चितता के बीच गुरुवार 21 अगस्त 2025 को सोने की कीमत में इजाफा हुआ है. आज 24 कैरेट सोना देश में 1,00,750 रुपये प्रति 100 ग्राम की दर से बिक रहा है. यानी इसकी कीमत में प्रति 100 ग्राम 600 रुपये का इजाफा हुआ है. जबकि 22 कैरेट सोने का भाव 500 रुपये बढ़कर 9,230 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है. इसी तरह 18 कैरेट सोना भी 410 रुपये महंगा होकर 75,520 रुपये प्रति 100 ग्राम के भाव पर बाजार में उपलब्ध है.
अमूमन 24 कैरेट सोने की खरीदारी लोग निवेश के उद्देश्य से करते हैं, जबकि ज्वैलरी बनाने के लिए 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है.
आपके शहर का ताजा भाव:
आइए जानते हैं कि आज देश के अलग-अलग शहरों में किस भाव से सोना बिक रहा है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, जयपुर, लखनऊ और चंडीगढ़ में 24 कैरेट सोना आज 1,00,900 रुपये प्रति 100 ग्राम के भाव पर कारोबार कर रहा है. वहीं वडोदरा, अहमदाबाद, पटना और सूरत में यह 1,00,800 रुपये प्रति 100 ग्राम की दर से बिक रहा है.
22 कैरेट सोना दिल्ली में 92,450 रुपये प्रति 100 ग्राम पर उपलब्ध है. जबकि चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और केरल में इसका भाव 92,300 रुपये चल रहा है. 18 कैरेट सोना दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और केरल में 75,520 रुपये प्रति 100 ग्राम की दर से बिक रहा है. वहीं चेन्नई में इसका भाव 76,300 रुपये है.
कैसे तय होती है सोने और चांदी की कीमत?
सोना और चांदी के दाम रोज़ाना आधार पर तय किए जाते हैं और इसके पीछे कई आर्थिक और सामाजिक कारक जिम्मेदार होते हैं. इनमें मुख्य कारण इस प्रकार हैं: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतें अमेरिकी डॉलर में तय होती हैं. डॉलर-रुपया विनिमय दर में बदलाव का सीधा असर भारत में सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ता है. अगर डॉलर मजबूत होता है या रुपया कमजोर पड़ता है, तो भारत में सोना महंगा हो जाता है.
भारत अपनी जरूरत का ज्यादातर सोना आयात करता है. ऐसे में आयात शुल्क (Import Duty), जीएसटी और अन्य स्थानीय टैक्स सीधे तौर पर सोने की कीमत को प्रभावित करते हैं. वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक घटनाएं सोने-चांदी की कीमतों पर गहरा असर डालती हैं. युद्ध, आर्थिक मंदी, ब्याज दरों में बदलाव या जियोपॉलिटिकल तनाव की स्थिति में निवेशक अस्थिर संपत्तियों की बजाय सोना-चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों को चुनते हैं. इससे कीमतें बढ़ जाती हैं.
भारत में सोना केवल निवेश ही नहीं बल्कि परंपरा और संस्कृति का हिस्सा भी है. शादी-ब्याह, त्योहार और शुभ अवसरों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इन मौकों पर मांग बढ़ने से इसकी कीमत पर असर पड़ता है. सोना लंबे समय से महंगाई के खिलाफ एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है. जब मुद्रास्फीति बढ़ती है या शेयर बाजार में अनिश्चितता होती है, तो लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं. यही वजह है कि इसकी मांग और कीमत हमेशा बनी रहती है.