अन्तराष्ट्रीय

US-India Relations: ट्रंप की गलती पर निक्की हेली की फटकार- ‘टारगेट चीन, दोस्त भारत के साथ…

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अमेरिका-भारत संबंध टूटने की कगार पर हैं. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं पर लगाम लगाना चाहता है तो उसे भारत के साथ संबंधों को प्राथमिकता देनी होगी.

बुधवार (20 अगस्त 2025) को न्यूजवीक में प्रकाशित एक लेख में हेली ने लिखा कि अमेरिका को सबसे महत्वपूर्ण बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि हमारा टारगेट चीन है. उसका सामना करने के लिए अमेरिका के पास भारत के रूप में एक दोस्त होना चाहिए.

टैरिफ और रूसी तेल को लेकर विवाद
हेली का बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका और भारत के बीच व्यापार विवाद और रूसी तेल आयात को लेकर तनाव बढ़ा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीद जारी रखने के चलते 25% पारस्परिक शुल्क और 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है, जो 27 अगस्त से लागू होगा. हेली ने माना कि भारत की ओर से तेल खरीदने की वजह से रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए आर्थिक मदद मिल रही है, लेकिन साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि भारत के साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करना एक रणनीतिक गलती होगी.

चीन को रोकने में भारत की अहम भूमिका
हेली ने कहा कि एशिया में चीन के प्रभुत्व का मुकाबला करने वाला एकमात्र देश भारत है. भारत के पास चीन जैसे पैमाने पर मैन्युफैक्चर करने की क्षमता है, जो अमेरिका को चीन के बजाए भारत के जरिए अपनी सप्लाई चेन की डिमांड को पूरा करने में मदद पहुंचा सकती है. भारत के अमेरिका और इजरायल जैसे देशों के साथ मजबूत रक्षा संबंध इसे विश्व की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बनाते हैं. हेली का मानना है कि आने वाले समय में भारत चीन की महत्वाकांक्षाओं को कमजोर करेगा.

ट्रंप-मोदी बातचीत की अपील
हेली ने सुझाव दिया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे बातचीत करनी चाहिए ताकि दोनों देशों के बीच पैदा हुई गलतफहमियों को दूर किया जा सके. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो चीन इस दरार का फायदा उठाएगा. हेली ने अपने लेख ने 1982 में इंदिरा गांधी से अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की कही बात का जिक्र किया. उन्होंने लिखा कि अमेरिका और भारत कभी-कभी अलग-अलग रास्ते अपना सकते हैं, लेकिन उनकी मंज़िल एक ही रहनी चाहिए. हेली ने दोहराया कि चीन की चुनौती का सामना करने के लिए अमेरिका को भारत के साथ दोस्ती रखना जरूरी है.

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