अन्तराष्ट्रीय

बिना रिफ्यूलिंग 10,000 KM की रेंज, 1100KM/घंटा की स्पीड… B-2 जेट से कितने खतरनाक हैं अमेरिका…

अमेरिका ने ऑपरेशन ‘मिडनाइट हैमर’ में जिन B-2 बॉम्बर्स से ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह किया था, अब उनकी विदाई होने वाली है. अब अमेरिका छठी पीढ़ी का एक ऐसा महाविनाशक बॉम्बर तैयार कर रहा है, जो पूरी दुनिया में तबाही मचा सकता है. इस बॉम्बर का नाम है- B-21. ये बिना रिफ्यूलिंग के 10 हजार किलोमीटर तक की उड़ान भर सकेगा और इसकी रफ्तार 1,100 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. यह दुनिया के सबसे एडवांस स्टेल्थ बॉम्बर्स में से एक माना जा रहा है और पुराने B-2 जेट की तुलना में कई मायनों में ज्यादा खतरनाक है.

क्या है B-21 बॉम्बर की विशेषताएं और क्षमता?

B-21 बॉम्बर फिलहाल टेस्टिंग फेज में है और इसे B-2 के फ्लाइंग विंग डिजाइन के आधार पर बनाया गया है, लेकिन इसमें कई अपग्रेडेशन किए गए हैं. इसके एयर-इनलेट्स अंदर धंसे हुए हैं, जिससे रडार पर पकड़ना मुश्किल है. 2-D एग्जॉस्ट सिस्टम इन्फ्रारेड ट्रैकिंग को मुश्किल बनाता है. इसमें लेटेस्ट रडार, सेंसर, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, ISR और नेटवर्किंग क्षमताएं शामिल हैं. इसका रेंज लंबा है और ओपन सिस्टम आर्किटेक्चर भविष्य में नए हथियार जोड़ने में आसान बनाएगा.

US एयरफोर्स को कितने B-21 बॉम्बर मिलेंगे?

 अमेरिकी वायुसेना कम से कम 100 B-21 बॉम्बर शामिल करना चाहती है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि संख्या कम होने पर लागत कई अरब डॉलर तक पहुंच सकती है. B-2 बॉम्बर के समय 132 बनाने का लक्ष्य था, लेकिन सिर्फ 21 ही बने. अमेरिकी जनरल्स ने सुझाव दिया है कि कम से कम 200 B-21 खरीदने चाहिए, खासकर चीन और अन्य क्षेत्रों में शक्ति प्रदर्शन के लिए.

लंबी दूरी के मिशनों के लिए बना B-21

B-21 को खास तौर पर लंबी दूरी के सीक्रेट स्ट्रैटजिक बमबारी मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है. इसके तकनीकी विवरण गुप्त रखे गए हैं, लेकिन माना जाता है कि इसकी अधिकतम स्पीड हाई सबसोनिक रेंज में है, यानी लगभग मैक 0.85 से 0.95 (करीब 630 मील प्रति घंटा). इसकी रेंज लगभग 6,500 मील आंकी गई है, जो हवाई रिफ्यूलिंग के साथ और भी ज्यादा हो सकती है. इसी वजह से यह आसानी से इंटरकॉन्टिनेंटल मिशन पूरे कर सकता है.

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