Orientation Program Introduction- Students got lessons in 2025 | ओरिएंटेशन कार्यक्रम परिचय-2025…

जेईसीआरसी फाउंडेशन का 26वां ओरिएंटेशन कार्यक्रम परिचय 2025 की बुधवार को भव्यता और उत्साह के साथ प्रारम्भ हुआ।
जेईसीआरसी फाउंडेशन का 26वां ओरिएंटेशन कार्यक्रम परिचय 2025 की बुधवार को भव्यता और उत्साह के साथ प्रारम्भ हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन के पहले दिन संस्थान ने अपनी 26वीं बैच का स्वागत किया। इस अवसर पर 3,000 से अधिक लोगों की उपस्थिति रही।
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प्रवेश सत्र 2025 में जेईसीआरसी को उल्लेखनीय उपलब्धियां मिली हैं। इस बार 99.8 प्रतिशत अंक तक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों ने संस्थान को चुना है। वहीं 20,600 विद्यार्थियों में चौथा रैंक प्राप्त करने वाले छात्र ने भी जेईसीआरसी में प्रवेश लिया। इस वर्ष 35% छात्राओं ने दाखिला लेकर जेंडर डाइवर्सिटी में वृद्धि की है। सीएसई और आईटी इकोसिस्टम में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों का मीडियन प्रतिशत 87% रहा।
तीन दिवसीय इस आयोजन के पहले दिन संस्थान ने अपनी 26वीं बैच का स्वागत किया।
चेयरमैन जेईसीआरसी ओ.पी. अग्रवाल ने कहा कि यह सिर्फ एक स्वागत समारोह नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने का अवसर है। मुख्य अतिथि डॉ. राधाकृष्णन पिल्लई, हेड, चाणक्य फाउंडेशन ने विद्यार्थियों को चाणक्य नीति और आधुनिक जीवन प्रबंधन के सूत्रों से अवगत कराया। वे चाणक्य नीति और बिजनेस पर आधारित 24 बेस्टसेलर पुस्तकों के लेखक भी हैं।
इस अवसर पर 3,000 से अधिक लोगों की उपस्थिति रही।
गेस्ट ऑफ ऑनर इन्फोसिस फाउंडेशन की हेड, मनीषा साबू ने कहा कि जेईसीआरसी में पढ़ना हर बच्चे के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने विद्यार्थियों को सामाजिक सरोकारों और जीवन मूल्यों को साथ लेकर चलने का संदेश दिया।
कीनोट स्पीकर मोटिवेशनल स्पीकर, लाइफ कोच और बिजनेस कोच डॉ. स्नेह देसाई ने कहा कि जो बनना चाहते हो, वैसा माहौल चुनो। अपना लक्ष्य दृढ़ता से चुनो और उसे पाने के लिए निरंतर प्रयास करो। उनका संबोधन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी और जीवन निर्माणकारी रहा। इस अवसर पर 16 छात्र-छात्राओं को टॉपर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर 16 छात्र-छात्राओं को टॉपर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
डायरेक्टर डिजिटल स्ट्रैटेजीज धीमंत अग्रवाल ने कहा कि इस बार विद्यार्थी और अभिभावक दोनों की आकांक्षाएं ऊंची हैं। इसी कारण जेईसीआरसी ने भी स्मार्ट और विवेकपूर्ण शिक्षण पद्धतियां अपनाई हैं, ताकि विद्यार्थी भविष्य के लिए तैयार हो सकें।