ट्रंप की हिप्पोक्रेसी! भारत पर 50 प्रतिशत तो रूस से तेल खरीदने वाले EU पर मेहबानी क्यों? टैरिफ…

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (6 अगस्त) को भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी. ट्रंप ने पहले 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, लेकिन इसके बाद 25 प्रतिशत और बढ़ा दिया. वे भारत के रूस से तेल खरीदने को लेकर नाराज हैं और कई बार धमकी भी दे चुके थे, लेकिन ट्रंप दोहरी रणनीति अपना रहे हैं. एक तरफ भारत से रूस से रिश्ते को लेकर नाराज हैं और दूसरी तरफ यूरोपीय संघ पर मेहरबान हैं. यूरोपीय संघ भी रूस से तेल खरीदता है.
व्हाइट हाउस ने कहा कि यह कदम यूक्रेन युद्ध के चलते रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाया गया है. ट्रंप ने पहले ही पिछले हफ्ते भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जिसे अब आधिकारिक रूप से लागू किया जा रहा है. आदेश में कहा गया है कि भारत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस से तेल आयात कर रहा है, जिसे अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरा मानता है.
ट्रंप ने आदेश के जरिए टैरिफ को लेकर क्या कहा
आदेश के मुताबिक, “अनुरूप कानूनों के तहत, अमेरिका के सीमा शुल्क क्षेत्र में भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा.” यह नया शुल्क आदेश जारी होने के 21 दिन बाद लागू होगा. हालांकि, वे वस्तुएं जो उस समय तक समुद्री मार्ग में हों और 17 सितंबर से पहले अमेरिकी सीमा शुल्क से क्लियर हो जाएं, उन्हें इस शुल्क से छूट दी जाएगी.
रूस से यूरोपीय संघ का गहरा नाता
यूरोपीय संघ की बात करें वह रूस से लगातार व्यापार करता रहा है. हालांकि यह जरूर है कि उसके व्यापार में कमी आई है. ट्रंप इसके बावजूद यूरोपीय संघ पर मेहरबान हैं. रिपोर्ट के मुताबिक रूस के साथ उसका कुल व्यापार 2021 में 257.5 अरब यूरो (297.4 अरब डॉलर) से घटकर 2024 में 67.5 अरब यूरो (77.9 अरब डॉलर) रह गया है.
किन देशों पर ट्रंप ने लगाया है ज्यादा टैरिफ
ट्रंप के नए आदेश के बाद भारत सबसे ज्यादा टैरिफ वाले देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने ब्राजील पर भी 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. अब भारत और ब्राजील दोनों एक ही जगह पहुंच गए हैं. इनके अलावा स्विट्ज़रलैंड (39 प्रतिशत), कनाडा और इराक (35 प्रतिशत), और चीन (30 प्रतिशत) भी सबसे ज्यादा टैरिफ वाले देशों की लिस्ट में शामिल हैं.