Sarpanch said on MP’s statement – parking fee is being charged | रामदेवरा में प्रवेश शुल्क…

जैसलमेर-बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने रामदेवरा मेले के दौरान श्रद्धालुओं से एंट्री फीस लगाने का आरोप लगाया है। रामदेवरा सरपंच समंदर सिंह ने सांसद की एंट्री फीस वसूली की बात को गलत बताया है।
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समंदर सिंह ने कहा-सांसद ने जो वीडियो डाले है उसको लेकर ये कहा गया है कि प्रवेश शुल्क के नाम पर ये वसूली की जा रही है। ऐसा कुछ नहीं हैं। ग्राम पंचायत के द्वारा पार्किंग का टेंडर जारी किया गया है। ग्राम पंचायत के द्वारा जो फीस तय की गई है, उसी के तहत वे शुल्क ले रहे हैं। गांव में वाहनों की नो एंट्री है। ये पार्किंग शुल्क ही लिया जा रहा है। कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जा रहा है।
SDM बोले-कोई प्रवेश शुल्क लेता है तो शिकायत करें
पोकरण SDM लाखाराम ने बताया- ग्राम पंचायत ने पार्किंग के टेंडर जारी किए थे। पंचायत द्वारा किसी भी प्रकार के प्रवेश शुल्क की अनुमति नहीं है। अगर प्रवेश शुल्क वसूलने के नाम की कोई शिकायत है तो प्रशासन और पंचायत द्वारा कंट्रोल रूम बनाया गया है तो वहां शिकायत कर सकते हैं। पार्किंग ऐच्छिक है, जिसकी दरें और स्थान ग्राम पंचायत द्वारा तय किया गया है।
रामदेवरा ग्राम पंचायत द्वारा पार्किंग शुल्क को लेकर ये बैनर लगाए गए है।
72 लाख रुपए में पार्किंग का ठेका दिया
सरपंच ने बताया-मेले में वाहन पार्किंग का ठेका 72 लाख रुपए में दिया गया है। यह अब तक का सबसे बड़ा ठेका है। पार्किंग शुल्क के अनुसार, मोटरसाइकिल, स्कूटर और थ्री व्हीलर टैक्सी से 20 रुपए, जीप कार और ट्रैक्टर से 100 रुपए लिया जाता है। मिनी बस और 21 सीट से बड़े वाहनों के लिए 120 रुपए, जबकि ट्रक और बड़ी बसों से 150 रुपए का शुल्क निर्धारित है।
अधिक वसूली की तो पंचायत करेगी कार्रवाई
सरपंच ने कहा-अगर इन दरों से कोई अधिक किराया वसूल करता है तो उसके खिलाफ रामदेवरा ग्राम पंचायत के द्वारा कार्रवाई की जाएगी। कई लोग रामदेवरा गादीपति राव भोम सिंह का नाम लेकर दुष्प्रचार कर रहे हैं। समाधि समिति का पार्किंग के ठेके से कोई लेन-देना नहीं है। ग्राम पंचायत रामदेवरा द्वारा ये ठेका दिया गया है। यहां बहुत सारे यात्री पैदल चल रहे है तो कस्बे के भीतर नो पार्किंग जोन है।
उम्मेदाराम बेनीवाल ने वीडियो शेयर कर अवैध वसूली का आरोप लगाया है।
उम्मेदाराम बेनीवाल ने ये लिखा था X पर
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने लिखा- पिछले दो-तीन दिनों से पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े आस्था केंद्र रामदेवरा से कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिनमें श्रद्धालुओं से पार्किंग पर्ची दिखाकर एंट्री फीस के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। गांव की सीमा पर श्रद्धालुओं से इस तरह का उलझाव और व्यवहार निंदनीय है।
रामदेवरा केवल इस क्षेत्र का नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारत की आस्था का केंद्र है। गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र जैसे दूर-दराज राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल यात्रा कर यहां पहुंचते हैं। इतनी दूर अपनी आस्था लेकर आने वाले यात्रियों के साथ ऐसा सलूक बिल्कुल बर्दाश्त योग्य नहीं है।
सांसद ने लिखा- हमारी परंपरा सेवा और मान-मनुहार की रही है, जिसका गौरव गान पूरे देश में होता है। इस प्रकार की गतिविधियां न केवल श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं बल्कि इस पावन परंपरा को भी आहत करती हैं। मैंने सक्षम स्तर के अधिकारियों और जैसलमेर एसपी अभिषेक शिवहरे से फोन पर बात कर ऐसे कृत्य करने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के असामाजिक तत्वों, लपकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है।
जज ने संज्ञान लेकर प्रशासन से मांगी रिपोर्ट
मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ADJ किशोर कुमार तालेपा ने बताया- इस तरह के वीडियो को लेकर संज्ञान लिया गया है। पूरे मामले को लेकर जैसलमेर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। इस तरह की घटनाओं से जातरुओं की सुरक्षा को लेकर क्या बंदोबस्त किए गए हैं, इसकी भी जानकारी मांगी गई है।