‘दोनों ने कठिन समय देखा, अब आगे बढ़ना चाहते हैं’, चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मीटिंग में बोले…

चीन के विदेश मंत्री वांग यी सोमवार (18 अगस्त,2025) को नई दिल्ली पहुंचे, यहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया. इसके बाद वांग यी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की, जिसमें दोनों नेताओं ने सीमा विवाद और द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की. यह भारत-चीन के विशेष प्रतिनिधियों के 24वें दौर की वार्ता के अवसर पर हुई पहली मुलाकात है.
जयशंकर ने कहा, “हमारे संबंधों में किसी भी सकारात्मक गति की नींव यह है कि हम सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को मिलकर बनाए रख सकें. यह भी आवश्यक है कि तनाव कम करने की प्रक्रिया आगे बढ़े. उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ लड़ाई एक प्रमुख प्राथमिकता है. उन्होंने कहा ‘हमारे संबंधों में एक कठिन दौर देखने के बाद दोनों राष्ट्र अब आगे बढ़ना चाहते हैं. इसके लिए दोनों पक्षों की ओर से एक स्पष्ट और रचनात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता है. उस प्रयास में हमें तीन पारस्परिक बातों आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हित का ध्यान रखना चाहिए. मतभेद विवाद नहीं बनने चाहिए और न ही प्रतिस्पर्धा, संघर्ष बनना चाहिए’.
SCO शिखर सम्मेलन पर चर्चा
जयशंकर ने कहा कि वांग यी भारत आए हैं, जबकि चीन तियानजिन में SCO शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है. भारत ने इसके अध्यक्ष पद के दौरान चीन के साथ करीबी सहयोग किया है. उन्होंने वांग यी की सफल और ठोस परिणामों वाली शिखर सम्मेलन की कामना की. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह बातचीत भारत और चीन के बीच स्थिर, सहयोगी और भविष्य केंद्रित संबंध बनाने में योगदान देगी, जो दोनों देशों के हितों और चिंताओं को संबोधित करेगा.
वांग यी ने क्या कहा
एस जयशंकर से मुलाकात में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, “हमने सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखी और शिनजियांग स्वायत्त क्षेत्र में माउंट गंग रेनपोचे और लेक मापाम यून त्सो के लिए भारतीय तीर्थयात्रा फिर से शुरू की. हमने विश्वास साझा किया कि बाहरी हस्तक्षेप को दूर किया जाए, सहयोग बढ़ाया जाए और चीन-भारत संबंधों के सुधार और विकास की गति को और मजबूत किया जाए, ताकि अपने-अपने राष्ट्रीय उत्थान के साथ हम एक-दूसरे की सफलता में योगदान कर सकें और एशिया और दुनिया को सबसे आवश्यक निश्चितता प्रदान कर सकें.”