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‘राहुल गांधी की सोच जिन्ना जैसी’, NCERT पर कांग्रेस ने उठाए सवाल तो भाजपा ने किया पलटवार

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारत के विभाजन पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के पाठ पर सवाल उठाने के लिए शनिवार (16 अगस्त, 2025) को कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि विपक्षी पार्टी को पीड़ा इस बात की है कि ‘सच्चाई’ सामने आ गई है.

कांग्रेस को ‘राहुल-जिन्ना पार्टी’ बताते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उनकी सोच पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के समान है.

इतिहास को ‘विकृत’ करने का लगाया आरोप

कांग्रेस ने शनिवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर संस्थानों के कामकाज में ‘हस्तक्षेप’ करने और देश के इतिहास को ‘विकृत’ करने का आरोप लगाया. यह आरोप एनसीईआरटी की ओर से ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर जारी किए गए एक विशेष पाठ के बाद लगाया गया है, जिसमें जिन्ना, कांग्रेस और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन को भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.

इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि विभाजन हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग के कारण हुआ था. खेड़ा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी निशाना साधा और उसे देश के इतिहास का सबसे बड़ा खलनायक बताया.

भारत के विभाजन का एक ‘कड़वा सच’

पलटवार करते हुए भाटिया ने कहा कि कांग्रेस को इस बात से पीड़ा हो रही है कि एनसीईआरटी ने विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए भारत के विभाजन का एक ‘कड़वा सच’ सामने ला दिया है. उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘राहुल-जिन्ना पार्टी को सबसे पहले इस दर्द का एहसास हुआ और यह कहना गलत नहीं होगा कि जिन्ना और राहुल की सोच एक जैसी है. दोनों एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं.’

भाटिया ने आरोप लगाया, ‘जिन्ना की तुष्टीकरण और सांप्रदायिकता की जहरीली सोच थी. राहुल गांधी और कांग्रेस की भी यही सोच है.’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह जानना लोगों का अधिकार है कि विभाजन क्यों हुआ और यह किसकी विफलता थी.

धर्म के आधार पर हुआ अखंड भारत’ का विभाजन

उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि कांग्रेस और उसके नेता की महत्वाकांक्षा राष्ट्रीय हित से ऊपर हो गई थी. उन्होंने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि ‘अखंड भारत’ का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था. हमारे इतिहास में यह काला धब्बा कांग्रेस की देन है.’

भाटिया ने कहा कि देश की जनता और भाजपा का मानना है कि देश को संविधान से चलना चाहिए, जबकि कांग्रेस का मानना है कि देश को शरिया कानून से चलना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘जिन्ना ने भी कहा था कि शरिया कानून होना चाहिए. कांग्रेस कहती है कि लोगों को धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए, जिन्ना ने भी यही कहा था.’

भारत के साथ विश्वासघात

आरएसएस पर हमले को लेकर भाटिया ने कहा, ‘जिन लोगों ने हमेशा भारत के साथ विश्वासघात किया, वे ऐसे देशभक्त संगठन पर सवाल उठा रहे हैं, जिसका उद्देश्य भारत की विरासत को संरक्षित करना और उसे मजबूत बनाना है.’

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