NATO में यूक्रेन की नो एंट्री! रिपोर्ट में दावा- पुतिन संग मुलाकात के बाद जेलेंस्की से ट्रंप…

अमेरिका ने यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी का प्रस्ताव रखा है, जो नाटो सदस्य देशों के बीच ज्वाइंट डिफेंस डील के समान है. हालांकि यह नाटो में शामिल होने जैसा नहीं होगा. इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के बीच फोन पर बात भी हुई.
न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और एक राजनयिक ने बताया कि ट्रंप की जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के साथ बातचीत पुतिन के साथ शिखर वार्ता के बाद हुई. राजनयिक सूत्र ने बताया कि यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी के तौर पर अमेरिका ने गैर-नाटो आर्टिकल-5 जैसी गारंटी का प्रस्ताव रखा है.
अमेरिकी प्रस्ताव से पुतिन सहमत- रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति के संकेत दिए हैं. मेलोनी ने एक बयान में कहा कि इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य सामूहिक सूरक्षा को परिभाषित करना था ताकि यूक्रेन को अमेरिका सहित अपने सभी सहयोगियों के समर्थन का लाभ मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि अगर रूस दोबारा हमला करे तो यूक्रेन कार्रवाई के लिए तैयार रहे.
यूक्रेन को नाटो जैसी सुरक्षा देने पर हुई चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बार-बार यूक्रेन के पश्चिमी देशों के सैन्य गठबंधन नाटो में शामिल होने की संभावना को खारिज किया है. अलास्का में हुई बैठक से पहले ट्रंप ने जेलेंस्की को फोन किया था और संयुक्त सुरक्षा प्रस्ताव का मुद्दा उठाया. इसके बाद ट्रंप ने यूरोपीय देशों के साथ बातचीत कर इसे दोहराया.
रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले पर नजर रखने वाले एक अन्य सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि यूक्रेन को नाटो जैसी सुरक्षा गारंटी को लेकर चर्चा हुई है. उन्होंने कहा, “फिलहाल ये किसी को नहीं पता है कि ये प्रस्ताव कैसे काम करेगा और पुतिन इसके लिए क्यों सहमत हुए हैं, जबकि वह स्पष्ट रूप से नाटो के खिलाफ हैं.”
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