Bihar College Degree Scam Racket Exposed; Patna Agent | Narkatiaganj | 3.5 लाख में…

‘एमटेक, बीटेक, LLB, बीफार्मा, डीफार्मा, जीएनएम, एएनएम, बीएड, बीएएमएस, बीएससी नर्सिंग और रेडियोलॉजिस्ट। 3 से 10 लाख रुपए जेब में हैं, तो डिग्री बिना एडमिशन, बिना क्लास, बिना एग्जाम, घर बैठे मिल जाएगी। वह भी सिर्फ 15 दिन में।’
.
‘पटना और नरकटियागंज छोड़िए, यूपी की सरकारी यूनिवर्सिटी में सेटिंग है। हरियाणा, मणिपुर, अरुणाचल और सिक्किम से भी मिल जाएगी। ऐसी डिग्री मिल जाएगी कि UPSC भी न पकड़ पाए। ये डिग्रियां लेकर लोग विदेशों में नौकरी कर रहे हैं।’
नरकटियागंज तारकेश्वर प्रसाद वर्मा कॉलेज में बीएड डिपार्टमेंट के हेड अनंत झा, कंकड़बाग में करियर काउंसलिंग सेंटर चलाने वाले शिवम कुमार और बेतिया के बरगदवा में सलीम मेमोरियल एजुकेशनल संस्था के मैनेजर उज्ज्वल बर्नवाल डिग्री दिलाने के दावे खुलेआम करते हैं। साथ ही वो ये भी बता रहे हैं कि बिहार सरकार लगातार नौकरियों की घोषणा कर रही है, इसलिए डिग्रियों की डिमांड भी बढ़ रही है।
बिहार में इन डिग्रियों की जरूरत कहां पड़ रही है? इन्हें बनवाने वालों का नेटवर्क कैसे काम कर रहा है? डिग्री की कीमत क्या है? और ये कैसे मिलेगी? दैनिक भास्कर की इन्वेस्टिगेटिव टीम ने एजेंट से लेकर कॉलेज और युनिवर्सिटी तक छानबीन की। पढ़िए स्टिंग ऑपरेशन…।
सबसे पहले अलग-अलग कोर्स के लिए फर्जी डिग्री का रेट जानिए
अब कैमरे पर बेनकाब एजेंट्स से पूरी डील जानिए
छानबीन के दौरान भास्कर की टीम को सबसे पहला नाम तारकेश्वर प्रसाद वर्मा कॉलेज का मिला। जानकारी मिली कि यहां से आसानी से डिग्री खरीदी जा सकती है। ये कॉलेज पटना से लगभग 250 किलोमीटर दूर नेपाल सीमा पर नरकटियागंज में है।
भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर डिग्री खरीदने पहुंचा। यहां कॉलेज के बीएड विभाग के हेड अनंत झा से मिला। पहली मुलाकात में उन्होंने डिग्री खरीदे-बेचे जाने की बातचीत करने से इनकार कर दिया। हालांकि उन्होंने रिपोर्टर का मोबाइल नंबर ले लिया। 15 दिन बाद उनका कॉल आया। उन्होंने रिपोर्टर को मिलने बुलाया।
रिपोर्टर: बिहार में वैकेंसी आ रही हैं, हमारे कुछ कैंडिडेट हैं, जिन्हें बैक डेट में डिग्री चाहिए।
अनंत झा: कौन सी डिग्री चाहिए?
रिपोर्टर: मेडिकल से जुड़े टेक्निकल पदों के लिए डी-फार्मा और बी-फार्मा की चाहिए।
अनंत झा: डी फार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी) और बी फार्मा (बैचलर ऑफ फार्मेसी) दोनों डिग्री मिल जाएगी। डी फार्मा 2 और बी फार्मा 4 साल का कोर्स होता है। बैचलर का फायदा होगा कि इंटर्नशिप की जरूरत नहीं होगी। आप कब कंपलीट करना चाहते हैं?
रिपोर्टर: विधानसभा चुनाव से पहले भर्ती हो जाएगी, इसलिए जल्दी चाहिए?
अनंत झा: अरुणाचल की हिमालयन यूनिवर्सिटी की डिग्री ठीक है। वहां की डिग्री मिल जाएगी और वेरिफिकेशन भी हो जाएगा।
रिपोर्टर- कितना खर्च आएगा?
अनंत झा- 3.5 लाख में हो जाएगा। आप यूनिवर्सिटी के अकाउंट में पैसा जमा कीजिएगा और रसीद मुझे दे दीजिएगा। बाकी का काम मेरा है। आप पैसा दीजिए, चार साल का कोर्स 15 दिन में बिना पढ़ाई के होगा और बिना एग्जाम के डिग्री मिल जाएगी।
रिपोर्टर- जीएनएम के लिए कितना खर्च आएगा?
अनंत झा: जीएनएम की डिग्री भी 3.5 से 4 लाख में मिल जाएगी। वेरिफिकेशन की पूरी गांरटी होगी, कहीं से भी सरकार नहीं पकड़ पएगी, लेकिन पहले आधा पैसा जमा करना होगा।
रिपोर्टर: चार साल का कोर्स है, 15 दिन में डिग्री दे रहे हैं। कोर्स शुरू कबसे दिखाएंगे?
अनंत झा: 2020 से आपका मेंटेन हो जाएगा, आपकी पूरी डिटेल यूनिवर्सिटी में दर्ज हो जाएगी।
रिपोर्टर: सरकारी नौकरी का मामला है, वेरिफिकेशन में तो कोई दिक्कत नहीं होगी?
अनंत झा: कहीं कोई दिक्कत नहीं आएगी। लोग एमटेक-बीटेक की डिग्रियां लेकर विदेश गए हैं। जज तक के पैसे आते हैं। अभी एक हाईकोर्ट के जज के बेटे का कराया है। पैसा देते ही आप काे स्कैन कॉपी मिल जाएगी, यहां कभी किसी का फंसा नहीं है।
रिपोर्टर: टीचर की नौकरी में कई फर्जी डिग्री वाले पकड़े गए हैं?
अनंत झा: मैंने कई बीएड की डिग्री दी हैं, लोग नौकरी कर रहे हैं। हम लोग कई यूनिवर्सिटी से डील करते हैं। जैसी कैंडिडेट की डिमांड होती है, वैसी डिग्री दी जाती है।
रिपोर्टर: डॉक्टर की डिग्री के लिए कोई जुगाड़ है?
अनंत झा: बीएएमएस (बैचलर्स ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसन एंड सर्जरी) का हो जाएगा। आप पैसा दीजिए कौन सी ऐसी डिग्री है, जो नहीं मिलेगी। मैट्रिक से लेकर बीएएमएस तक सबका जुगाड़ हो जएगा। एक यूनिवर्सिटी में जुगाड़ है, वीसी चेंज हो रहा है, नए वीसी के आते ही डॉक्टर वाला भी हो जाएगा।
रिपोर्टर: यूनिवर्सिटी बाद में दिक्कत तो नहीं करेगी?
अनंत झा: कोई दिक्कत नहीं होगी। फॉर्म भरवाएंगे, तो उसमें सेशन मेंशन रहेगा। समझिए प्राइवेट यूनिवर्सिटी छोटी सी दुकान है, सब कंप्यूटर पर चढ़ा लेगा।
रिपोर्टर: क्या यूनिवर्सिटी चलाने वाले लोगों को पता है कि ये सब हो रहा है?
अनंत झा: सबको पता होता है, नहीं करेंगे तो माल कहां से आएगा भाई।
अनंत झा ने हमें मोबाइल में मार्कशीट दिखाई। इस मार्कशीट को लेकर उसने दावा किया UPSC भी इसे पकड़ नहीं पाएगा।
यूपी की सरकारी यूनिवर्सिटी में भी सेटिंग, डॉक्टर की डिग्री दे देंगे
अनंत झा ने बातचीत में पश्चिमी यूपी के एक सरकारी यूनिवर्सिटी में भी सेटिंग होने का दावा किया। अनंत झा ने कहा, ‘वहां अपना एक आदमी है। वह डॉक्टर की डिग्री दे देगा। वह जब तक है, कोई दिक्कत नहीं है। रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, जितनी प्रक्रिया है, सब हो जाएगी। 5 साल बाद रजिस्ट्रेशन वाला काम भी कर देगा। सब काम सेट करके कीजिए, तो कोई दिक्कत नहीं होगी।’ इसमें 25 लाख तक लग जाएगा।
डिग्री लो, नौकरी करो, नौकरी करते हुए काम सीख लेना
रिपोर्टर ने अनंत झा से टेक्निकल रिलेटेड डिग्री जैसे फार्मासिस्ट या इंजीनियरिंग पर सवाल किया तो उसका जवाब चौंकाने वाला था।
रिपोर्टर: डिग्री तो आप दे देंगे, लेकिन फार्मासिस्ट को इंजेक्शन भी लगाना न आया तो नौकरी कैसे करेगा?
अनंत झा: डिग्री से कहीं नौकरी नहीं फंसेगी। नौकरी के दौरान सुई लगवाकर नहीं देखा जाता है। सरकारी में हो जाए, ताे बाद में सीखते रहना सुई-दवाई करना। बहुत लोग ऐसे ही कर रहे हैं, नौकरी पाने वाला हर कोई काबिल थोड़े होता है। नौकरी लगने के बाद सब कोई सुई लगाना सीख जाता है।
अनंत झा ने हमें डुप्लीकेट मार्कशीट भी दिखाई उसने कहा जो बनवाना है बनवा लीजिए। इसमें पकड़े जाने का डर रहेगा।
150 कैंडिडेट ले आओ, आपको भी 10 लाख की कमाई करवा देंगे
अनंत झा ने रिपोर्टर को भी फर्जी डिग्री बेचने वाले इस रैकेट में शामिल होने का ऑफर दिया। अनंत बोला- ‘बीएड के लिए आप 100 से 150 बच्चे पकड़िए। बच्चे ज्यादा होंगे, तो फीस कम लगेगी। हरियाणा का एकदम लास्ट कॉलेज ले लिया जाएगा। एक बच्चे पर कम से कम 10 हजार रुपए बचेंगे। बैठे-बैठे साल का 5 से 10 लाख तक की कमाई हो जाएगी।’
अनंत का दावा है, ‘बीएड में तो जितनी चाहिए, उतनी डिग्री दे देंगे। हरियाणा में जैसे बच्चों की संख्या होती है, वैसी फीस कम-ज्यादा होती है। फीस दो साल के लिए एक लाख तीन हजार रुपए है। बिना एग्जाम दिए तुरंत डिग्री चाहिए तो डबल या तीन गुना तक देना होगा। LLB की डिग्री भी मिल जाएगी। अगर बिना पढ़ाई पहले ही डिग्री चाहिए, तो भी हो जाएगा। यूनिवर्सिटी सिर्फ एक दिन बुलाएगी और एक ही दिन में सब करा देगी।’
अनंत आगे बताता है कि डिग्री लेने के तीन ऑप्शन हैं। रेट भी इसी तरह तय होता है। अनंत के मुताबिक, ‘3 तरह के आप्शन हैं, एक एग्जाम दिलाने का, दूसरा बिना एग्जाम वाला और तीसरा स्टूडेंट्स को कहीं आना-जाना ही नहीं होगा, घर बैठे डिग्री मिल जाएगी। प्राइवेट यूनिवर्सिटी, प्राइवेट कॉलेज में कोई एग्जाम नहीं देना होगा।’
छानबीन के दौरान पटना के कंकड़बाग स्थित कैरियर मार्गदर्शक के सेंटर इंचार्ज शिवम कुमार का नाम सामने आया। रिपोर्टर खुद करियर काउंसलर और कंप्यूटर सेंटर का इंचार्ज बनकर मिलने पहुंचा।
रिपोर्टर: बेतिया से आए हैं। मेरा एक कंप्यूटर सेंटर चलता है, जिसमें हम लोग कुछ एडमिशन भी लेते हैं। अभी हम गोरखपुर से जुड़कर काम कर रहे हैं, एडमिशन वहीं देते हैं?
शिवम: कौन से कोर्स में आपका एडमिशन होता है, बीटेक, डिप्लोमा या अन्य कोई?
रिपोर्टर: नर्सिंग और बीएड ज्यादा होता है। आपके यहां कौन सा कोर्स होगा?
शिवम- (फोन बजता है, शिवम फोन पर किसी से कहता है) एग्जामिनेशन सेंटर का अलग से रहेगा, लेकिन सेंटर मैनेज के लिए अभी बात नहीं हुई है। बाद में बात करते हैं।
रिपोर्टर: कितने दिनों से सेंटर चल रहा है?
शिवम: मेरी संस्था बिहार में 10 साल से चल रही है। अगर नर्सिंग करना है, तो सबसे पहला ऑप्शन शिवम कॉलेज पटना का ही आता है। पास में मां तारा नर्सिंग कॉलेज भी है, वहां से भी करा सकते हैं। तीसरा पटना का श्रीराज नर्सिंग कॉलेज है, वहां से भी करा सकते हैं। अपने संपर्क में कई कॉलेज हैं, वहां करा सकते हैं।
रिपोर्टर: क्या कुछ सुविधाएं मिल सकती हैं?
शिवम कुमार ने हमें बताया कि ANM के लिए एक लाख लगेगा। इसमें अटेंडिंग और नॉन-अटेंडिंग दोनों है।
शिवम: ANM के लिए एक लाख लगेगा। इसमें अटेंडिंग और नॉन-अटेंडिंग दोनों है। स्टूडेंट्स को सिर्फ एग्जाम देने आना होगा। बच्चा क्लास नहीं करता है, तो अलग से पैसा देना होता है। BSC नर्सिंग के लिए अलग-अलग स्कूलों की अलग-अलग फीस है।
रिपोर्टर: अगर क्लास नहीं करेंगे, तो नॉलेज कैसे होगा?
शिवम: ग्रुप बना दिया जाता है, उस ग्रुप से सारी जानकारी मिल जाती है। खुद पढ़ लेगा।
रिपोर्टर: अभी नर्सिंग की वैकेंसी आने वाली है, तो बैक डेट में कोई व्यवस्था है क्या?
शिवम: बैक में जो चल रहा है, वो भी बता देंगे।
रिपोर्टर: स्टूडेंट्स को आने की जरूरत है?
शिवम: नहीं, आने की जरूरत नहीं, बस एग्जाम देना होगा।
रिपोर्टर: एग्जाम सेंटर मैनेज होगा न?
शिवम: हां, एग्जाम सेंटर मैनेज हो जाएगा। सेंटर मैनेज करने का चार्ज 5 हजार रुपए अलग से लगेगा।
रिपोर्टर: एग्जाम में स्टूडेंट्स को आना होगा, इसमें कोई सुविधा मिलेगी क्या?
शिवम: एग्जाम में अपने किसी जानने वाले को बैठा दीजिएगा।
रिपोर्टर: बैक में किस-किस कोर्स का हो जाएगा?
शिवम: अभी एक ऑप्शन है GNM का। इसमें 21-24, 22-25, और 23-26 साल के बैच का विकल्प है।
22-25 और 23-26 के लिए 4.5 लाख रुपए लगेंगे, प्लस एग्जाम और रजिस्ट्रेशन फीस अलग से। 21-24 के लिए 3.5 लाख रुपए प्लस एग्जाम और रजिस्ट्रेशन फीस लगेगी। एग्जाम दो महीने के अंदर होगा और रिजल्ट भी मिल जाएगा।
इन्वेस्टिगेशन के दौरान अगला नाम बेतिया के बरगदवा की सलीम मेमोरियल एजुकेशनल संस्था पता चला। यहां रिपोर्टर की मुलाकात संस्था के मैनेजर उज्ज्वल बर्नवाल से हुई। उज्जवल के मुताबिक संस्था के 16 एकड़ के कैंपस से 4 अलग-अलग कॉलेज चल रहे हैं। उज्जवल आसानी से कमीशन पर एडमिशन, बिना कॉलेज आए डिग्री देने और मेडिकल की डिग्री देने के लिए राजी हो गया।
रिपोर्टर: कौन-कौन सी डिग्री का हो जाता है?
उज्ज्वल: नर्सिंग और एएनएम, जीएनएम की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को कॉलेज नहीं आना होगा। इस इंतजाम के लिए अलग से चार्ज लगेगा। हमारे कैंपस में 4 कॉलेज हैं। एग्जाम सेंटर एक-दूसरे के कॉलेज में दिखाकर मैनेज कर लिया जाता है। फुल कैश में बैक डेट सीट मिल जाती है। बच्चा बस एग्जाम में लिखना जानता हो, प्रैक्टिकल और बाकी सब हम मैनेज कर देंगे।
सलीम मेमोरियल एजुकेशनल संस्था के मैनेजर उज्ज्वल बर्नवाल ने हमें ऑफर दिया कि कि नर्सिंग और एएनएम, जीएनएम की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को कॉलेज नहीं आना होगा। इस इंतजाम के लिए अलग से चार्ज लगेगा।
रिपोर्टर: टेक्निकल डिग्री में प्रैक्टिकल कैसे मैनेज होता है?
उज्ज्वल: पॉलिटेक्निक और बाकी कोर्स के लिए पैसे देकर बिना क्लास और प्रैक्टिकल वाला सिस्टम भी है। ये रेट एडमिशन के समय तय होता है। सेंटर भी मैनेज कर देते हैं, स्टूडेंट को हर सुविधा मिलती है। आप स्टूडेंट लेकर आएंगे, तो आपको भी कमीशन देंगे। कमीशन का रेट तय कर लेंगे।
इस छानबीन के दौरान हमें कुछ ऐसी यूनिवर्सिटी के नाम मिले, जो बिहार-यूपी में नहीं बल्कि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में हैं। यहां से 15 दिन में डिग्री देने का दावा किया जा रहा था। ऐसी डिग्री देने वाली यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर मौजूद फोन नंबर्स पर हमने कॉल कर बातचीत की।
रिपोर्टर ने सबसे पहले मणिपुर की एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में कॉल लगाया। कॉल पर हमारी बातचीत खुद को एडमिशन काउंसलर बताने वाली विजेता श्रीवास्तव से हुई। विजेता ने दावा किया कि किसी भी टेक्निकल कोर्स की डिग्री 15 दिन में दे देंगे, सेशन आप तय करके बता दीजिए।
विजेता ने बताया, ‘जनवरी 2022 में एडमिशन लेंगे और जनवरी 2024 में डिग्री फाइनल दिखा देंगे। डिग्री की सॉफ्ट कॉपी 15 दिन और हार्ड कॉपी 60 दिन में आपको घर बैठे मिल जाएगी। फीस आपको यूनिवर्सिटी के अकाउंट में जमा करनी होगी। फीस रिसीव होने के बाद रिजल्ट आएगा।’
डिग्री के वेरिफिकेशन के सवाल पर विजेता ने कहा, ‘बैक डेट की डिग्री देंगे, जिसकी पूरी डिटेल यूनिवर्सिटी सर्वर पर अपडेट होगा। बैक डेट में सब कर देते हैं। मेडिकल के किसी भी कोर्स में बैक डेट एडमिशन हो जाएगा। कुछ 2022 से देंगे, कुछ का 2023 से कराएंगे। आप चाहें तो स्टूडेंट लाइए आपको कमीशन देंगे।’
मणिपुर के बाद रिपोर्टर ने सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी को फोन लगाया। रिपोर्टर की बात खुद को यूनिवर्सिटी का एडमिशन काउंसलर बताने वाले देव से हुई। देव ने भी फोन पर बातचीत में ही मेडिकल और इंजीनियरिंग के टेक्निकल कोर्सेज की डिग्री बिना पढ़ाई के देने की बात की।
रिपोर्टर ने काउंसलर देव से एक डमी कैंडिडेट की बात कराई। इस बातचीत में बैचलर ऑफ रेडियोलॉजी की डिग्री को लेकर बात हुई। देव ने कहा, ‘बैक डेट में एडमिशन दे देंगे। कहीं से कोई दिक्कत नहीं होगी, सरकारी और प्राइवेट किसी भी नौकरी में कोई समस्या नहीं होगी। 2022 में एडमिशन और 15 दिन में डिग्री दे देंगे। पेमेंट यूनिवर्सिटी के बैंक अकाउंट में ऑनलाइन जमा करा दीजिए, बाकी सब हो जाएगा।’
खुद को सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी का एडमिशन काउंसलर बताने वाले देव हमें बिना पढ़ाई के डिग्री देने के लिए तैयार हो गए।
जिस एजेंट ने UPI ID भेजी उसे, यूनिवर्सिटी ने फर्जी बताया
इंवेस्टिेगेशन के दौरान एजेंट्स से एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी का नाम मिला था। दोनों की वेबसाइट पर दिए गए नंबरों पर हमने कॉल किया, इसके बाद हमारे पर अलग-अलग नंबरों से कॉल आनी शुरू हो गई। कॉल करने वालों ने खुद को यूनिवर्सिटी का एडमिशन काउंसलर होने का दावा किया।
यूनिवर्सिटी का पक्ष जानने के लिए हमने दोनों यूनिवर्सिटी को मेल किया, सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर 3 मेल आईडी दी गई हैं। वहीं एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने कोई जवाब नहीं दिया।
सिक्किम स्किल यूनिवर्सिटी ने मेल पर जवाब दिया कि खुद को एडमिशन काउंसलर बताने वाला यूनिवर्सिटी का है ही नहीं। जबकि एडमिशन काउंसलर ने हमारे साथ डील में यूनिवर्सिटी की यूपीआई आईडी के साथ बैंक की पूरी डिटेल दी थी। एजेंट ने पैसे यूनिवर्सिटी के इसी अकाउंट में यूपीआई करने की बात कही थी।
एक्सपर्ट बोले- ये ईमानदार कैंडिडेट्स के साथ अन्याय है
वकील बोले- पकड़े जाने पर नौकरी जाएगी, केस भी होगा