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Different news- Robots will give birth to babies like humans | खबर हटके- रोबोट भी इंसानों की…

11 मिनट पहलेलेखक: प्रांशू सिंह

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चीन की एक रोबोटिक्स कंपनी ऐसा रोबोट बना रही है, जो इंसानों की तरह ही बच्चों को जन्म दे सकेगा। यह रोबोट अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा। वहीं लावारिस कुत्तों पर हो रही चर्चा के बीच एक ऐसा देश चर्चा में है, जहां डॉग्स पर चिप लगाकर ट्रैक किया जाता है।

  1. रोबोट इंसानों की तरह बच्चे को जन्म कैसे देगा?
  2. कुत्तों पर चिप लगाकर ट्रैक करने वाला देश कौनसा है?
  3. कार तेज चलाने पर ₹1 करोड़ का चालान क्यों कटा?
  4. स्कॉलरशिप के लिए पहाड़ चढ़ने की शर्त क्यों?
  5. किस गाय ने 3 दिनों में 343 लीटर दूध देकर रिकॉर्ड बनाया?

इमेज सोर्स: AI जनरेटेड

चीन की एक रोबोटिक्स कंपनी ‘काइवा टेक्नोलॉजी’ ने दावा किया है कि वह दुनिया का पहला प्रेग्नेंसी रोबोट बना रही है। यह रोबोट इंसान की तरह ही बच्चे को जन्म दे सकेंगे। इस कंपनी के CEO झांग किफेंग ने बताया कि यह प्रेग्नेंसी रोबोट 10 महीने की प्रेग्नेंसी को पूरा कर सकता है। फिर एक असली बच्चे को जन्म भी देगा।

रोबोट के पेट में एक आर्टिफिशियल गर्भ होगा, जिसमें भ्रूण को पोषण मिलेगा। इस रोबोट को अगले साल लॉन्च किया जाएगा। इसकी कीमत 1 लाख युआन (करीब ₹11.6 लाख) होगी।

वैज्ञानिकों ने उठाए सवाल, लोगों की राय बंटी

इस पर कुछ चीनी एक्स्पर्ट्स ने दावा किया कि इससे बच्चे और मां का नैचुरल कनेक्ट खत्म हो जाएगा। हालांकि, कई मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि रोबोट में इंसानों की तरह प्रेग्नेंसी दोहराना अभी लगभग नामुमकिन है।

इमेज रिप्रजेंटेशनल

भारत में लावारिस कुत्तों को लेकर बहस छिड़ी हुई है। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां लावारिस कुत्तों की देखभाल के लिए खास इंतजाम हैं।

यह देश है नीदरलैंड। यहां लावारिस कुत्तों के लिए एक खास पुलिस टीम है। यह टीम कुत्तों को पकड़ती है। उन्हें वैक्सीन लगाती है। फिर उन्हें शेल्टर होम में भेजती है।

यहां तक कि लावारिस कुत्तों के लिए हमेशा अस्पताल खुलने रखने के नियम हैं। उन्हें हर समय मेडिकल सेवा मिलती है।

दुकान से डॉग खरीदने पर भारी टैक्स लगता है

वहीं कुत्तों को लिए खास कानून है। अगर आप दुकान से कुत्ता खरीदते हैं, तो आपको भारी टैक्स देना होगा। इसलिए, लोग शेल्टर होम से कुत्ते गोद लेना पसंद करते हैं। यहां हर कुत्ते में एक माइक्रोचिप लगाई जाती है। इससे उनकी पूरी जानकारी एक डेटाबेस में रहती है। अगर कुत्ता खो जाए, तो उसे आसानी से ढूंढा जा सकता है।

स्विट्जरलैंड में एक शख्स को तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर भारी जुर्माना लगा है। उसने स्पीड लिमिट सिर्फ 27 किलोमीटर प्रति घंटा पार की थी। लेकिन अब उसे 90,000 स्विस फ्रैंक (यानि करीब 90 लाख रुपए) का जुर्माना भरना पड़ेगा।

यह हैरान करने वाला जुर्माना इसलिए है। क्योंकि स्विट्जरलैंड में सजा व्यक्ति की दौलत के हिसाब से तय होती है। यह शख्स देश के सबसे अमीर लोगों में से एक है।

अमीर ड्राइवरों पर लगाम लगाने के लिए कानून

कोर्ट ने शख्स को 10,000 स्विस फ्रैंक तुरंत जमा करने को कहा है। बाकी 80,000 फ्रैंक का जुर्माना तब लगेगा। जब वह अगले 3 साल में फिर से ऐसी गलती करेगा। यह कोई नया मामला नहीं है। 2010 में एक करोड़पति फरारी ड्राइवर को तेज रफ्तार के लिए 290,000 डॉलर (करीब 2.4 करोड़ रुपए) का जुर्माना देना पड़ा था।

स्कॉलरशिप आमतौर पर अच्छे नंबरों पर मिलती है। लेकिन दक्षिण कोरिया का एक कॉलेज एक अनोखी शर्त दे रहा है। वहां छात्रों को स्कॉलरशिप के लिए पहाड़ चढ़ने होंगे।

यह मामला सियोल राष्ट्रीय विश्वविद्यालय (SNU) का है। यहां छात्रों को 6 विशाल पहाड़ चढ़ने होंगे। ऐसा करने पर उन्हें ₹47,000 से ज्यादा की सहायता मिलेगी। जो छात्र 3 पहाड़ चढ़ेंगे, उन्हें ₹19,000 मिलेंगे।

पूर्व छात्र ने फंडिंग कर शुरू की स्कीम

इस स्कीम की शर्त है कि पहाड़ चढ़ने के लिए केबल कार का इस्तेमाल नहीं कर सकते। छात्रों को ‘ब्लैक याक’ ऐप से चढ़ाई का सबूत देना होगा। इस योजना को कॉलेज के 81 साल के पूर्व छात्र क्वोन जुन-हा चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्र सिर्फ पढ़ाई में न लगे रहें। वे अपना स्वास्थ्य भी ठीक रखें। इस स्कॉलरशिप के लिए 70 जगहों के लिए 1,400 छात्रों ने आवेदन किया है।

ब्राजील में एक गाय ने कमाल कर दिखाया है। उसने 3 दिन में सबसे ज्यादा दूध देकर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। गाय ने कुल 343 लीटर दूध दिया है।

यह रिकॉर्ड ब्राजील के डेल्फिम मोरेरा में हुए एक डेयरी टूर्नामेंट में बना। यह गाय जिरोलैंडो नस्ल की है। यह नस्ल ज्यादा दूध देने के लिए मशहूर है। एक दिन में इसने 120 लीटर दूध दिया। यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के भी बहुत करीब है। गिनीज रिकॉर्ड 127.6 लीटर का है।

इस प्रतियोगिता के लिए किसान महीनों तक करते हैं

किसान अपनी गायों को महीनों तक तैयार करते हैं। उन्हें अच्छा खाना देते हैं। इस गेम में पहले गायों को स्टेरॉयड दिए जाते थे लेकिन अब टूर्नामेंट के नियम सख्त हो गए हैं।

टूर्नामेंट से 48 घंटे पहले गायों को लाना होता है। दूध निकालने के बीच 8 घंटे का अंतर होना चाहिए। दुनिया की सबसे महंगी गाय (करीब ₹37 करोड़ की नेलोर नस्ल) का रिकॉर्ड भी ब्राजील के नाम है।

तो ये थी आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ और दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ…

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