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NSDL turns into a multibagger for investors | लिस्टिंग के बाद 60% चढ़ा NSDL: आज 10% की तेजी के…

मुंबई4 दिन पहले

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एनएसडीएल एक डिपॉजिटरी इंस्टीट्यूशन है। 1996 में बनी ये कंपनी आज देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है।

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड यानी NSDL के शेयर लिस्टिंग के बाद से 60% से ज्यादा चढ़ चुके हैं। आज इसके शेयरों में करीब 10% की तेजी देखी गई। शेयर ने ₹1425 का हाई बनाया। हालांकि बाद में ये 2% की गिरावट के साथ 1,273 रुपए पर बंद हुआ।

इस शेयर का इश्यू प्राइस ₹800 था और लिस्टिंग ₹880 पर हुई थी। इस IPO से कंपनी ने 4,011 करोड़ रुपए जुटाए थे। ये पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था, यानी, मौजूदा शेयरहोल्डर्स ने अपनी हिस्सेदारी बेची थी। SBI और IDBI ने 2 रुपए के भाव पर इसमें निवेश किया था।

सुबह NSDL के शेयर में करीब 10% की तेजी थी। हालांकि, बाद में ये 2% गिरकर बंद हुआ।

SBI का ₹1.20 करोड़ का निवेश ₹779 करोड़ में बदला

  • SBI ने NSDL के 60 लाख शेयर (3% हिस्सेदारी) सिर्फ ₹2 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे थे। ₹1.20 करोड़= के निवेश की वैल्यू आज ₹779 करोड़ हो गई है।
  • IDBI बैंक ने भी ₹2 प्रति शेयर की कीमत पर 2.99 करोड़ शेयर (14.99% हिस्सेदारी) खरीदे थे। IDBI का ₹5.996 करोड़ का निवेश अब ₹3,898 करोड़ में बदल गया है।
  • SUUTI ने 1.0245 करोड़ शेयर (5.12% हिस्सेदारी) ₹2 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे थे। ₹2.049 करोड़ के निवेश की वैल्यू ₹1,332 करोड़ हो गई है।
  • NSE ने शेयर ₹12.28 प्रति शेयर की औसत कीमत पर खरीदे थे। एनएसई ने आईपीओ में अपनी 9% हिस्सेदारी बेच दी, लेकिन अभी भी उसके पास 2.9999 करोड़ शेयर (15% हिस्सेदारी) हैं। इनकी लागत थी ₹36.84 करोड़, जो अब ₹3,900.90 करोड़ की हो गई है।
  • HDFC बैंक ने 1.38 करोड़ शेयर (6.95% हिस्सेदारी) ₹108.29 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे थे। यानी, ₹150.54 करोड़ का निवेश अब ₹1,657.54 करोड़ हो गया है।
  • यूनियन बैंक ने 51.25 लाख शेयर (2.56% हिस्सेदारी) 5.20 रुपए प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे थे। यानी ₹2.66 करोड़ का निवेश 666.90 करोड़ रुपए हो गया है।

कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ कैसी है?

वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) में कंपनी का:

  • नेट प्रॉफिट: 343.12 करोड़ रुपए, जो पिछले साल के 275.45 करोड़ से 24.57% ज्यादा है।
  • रेवेन्यू: 1,535.19 करोड़ रुपए, जो FY24 के 1,365.71 करोड़ से 12.41% ज्यादा है।
  • मार्केट कैप: 800 रुपए की ऊपरी कीमत पर मार्केट कैप करीब 16,000 करोड़ रुपए होगा।

कंपनी का प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) रेश्यो 46.62 है, जो इसके काम्पिटीटर सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) के 66.63 P/E से कम है।

निवेशकों को शेयर होल्ड करने की सलाह

लेमॉन मार्केट्स डेस्क के गौरव गर्ग ने कहा- “हम एनएसडीएल को लेकर सकारात्मक हैं, क्योंकि यह इंस्टीट्यूशनल डिपॉजिटरी सेगमेंट में लीडर है।

म्यूचुअल फंड्स, बीमा कंपनियों, बैंकों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को कस्टोडियल और डिपॉजिटरी सर्विसेज देने में इसकी अहम भूमिका है।

मजबूत मार्केट स्थिति, स्थिर आय की संभावना और उचित वैल्यूएशन को देखते हुए IPO में शेयर पाने वाले निवेशक लंबे समय के नजरिए के साथ होल्ड करें”।

क्या है एनएसडीएल और इसका काम?

एनएसडीएल एक डिपॉजिटरी इंस्टीट्यूशन है। यानी ये आपके डीमैट अकाउंट में शेयर, बॉन्ड्स और दूसरी सिक्योरिटीज को डिजिटल फॉर्म में रखने का काम करता है।

जैसे बैंक में आपका पैसा सुरक्षित रखता है वैसे ही NSDL शेयरों को डीमैट अकाउंट में सुरक्षित रखता है। 1996 में बनी ये कंपनी आज देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है।

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