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MP said- Basanpir, Dangri case was seen from different perspective | सांसद बोले-बासनपीर, डांगरी…

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सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने डांगरी घटनाक्रम पर बिना नाम लिए बीजेपी नेताओं पर भीड़ उकसाने का आरोप लगाया गया है। वहीं प्रशासन ने मामले में तूल देने में उनका सहयोग किया। जैसलमेर में हुई बासनपीर और डांगरी घटना को अलग-अलग नजरिए से देखा जा रहा है। नेताओं ने

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दरअसल, बाड़मेर सेवा दल प्रशिक्षण चल रहा था। दूसरे दिन सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल प्रशिक्षण पहुंचे। बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस अपने संगठन सेवा दल को मजबूत करने के लिए ट्रेनिंग करवा रही है। इससे कांग्रेस आने वाले समय में और ज्यादा मजबूत होगी। इसके बाद सांसद बेनीवाल ने मीडिया से बातचीत की। कहा- डांगरी घटना बहुत ही निदंनीय है। इस प्रकार की घटना किसी भी समाज, देश और क्षेत्र में ऐसी घटनाओं को कोई स्थान नहीं है। हम इस घटना की घोर निंदा करते है। लेकिन घटना के बाद जो भी स्थितियां हुई वो भी चिंताजनक है। प्रशासन इस स्थिति को कंट्रोल करने में नाकाम रहा है। स्थितियां बिगड़ने का इंतजार करता रहा। बिगड़ने के बाद एक्टिव हुआ। इस मामले में इतना ही कहना है कि निर्दोष लोगों पर कार्रवाई नहीं हो। अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति करने का दुःसाहस नहीं करें।प्रशासन इस मामले में सख्ती से निपटें।

सांसद बेनीवाल ने जिला कलेक्टर और प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप।

बेनीवाल बोले- उकसाने वाले नेताओं पर कार्रवाई हो

बेनीवाल ने प्रदर्शन करने वाले नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो नेता लोग उस मामले को और ज्यादा बंवडर फैलाने की कोशिश कर रहे थे। इसके अंदर भड़काऊ भाषण देकर लोगों को गुमराह कर रहे थे। लोगों को उकसा रहे थे। उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।

बेनीवाल बोले- बासनपीर और डांगरी घटना को अलग-अलग नजरिए से देखा जा रहा है,

सांसद ने कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा – इस मामले में जिला कलेक्टर का फैलियर है। अगर सही एक्शन लिया होता तो यह घटना नहीं होती। ऐसी घटना पहले बासनपीर के अंदर भी हुई। उस समय भी पत्थरबाजी हुई थी। उस घटना को और डांगरी घटना को अलग-अलग नजरिए से देखा गया।

बीजेपी नेताओं के बिना नाम लिए बेनीवाल ने कहा कि बामसपीर घटना पर बड़े-बड़े नेताओं ने लोगों को पत्थरबाज और देशद्रोही जैसे बयान दिए। अब कोई फूल नहीं बरसा रहे थे। देश कानून से चलता है। लोगों को कानून पर पूरा विश्वास है। कानून को लागू करने की संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। कलेक्टर की लापरवाही की वजह से बड़ी घटना हुई है। स्थितियां बिगड़ी है।

सांसद ने सेवा दल के प्रशिक्षण में शामिल होने पहुंचे।

सांसद का आरोप डांगरी मामले को तूल देने में प्रशासन ने सहयोग किया

पूरे मामले को किसको दोषी मानते के सवाल पर बेनीवाल ने कहा- लाठीचार्ज जिला प्रशासन की नाकामी रही है। अगर वो समय रहते बीएनएस की धारा 163 (पुराने कानून की 144) लगानी थी। समय रहते धारा लगा देते तो भीड़ इकट्‌ठी नहीं होती। भीड़ इकट्‌ठी होने के पीछे प्रशासन की लापरवाही रही है। जान बुझकर इस मामले को तूल देने में प्रशासन ने सहयोग किया है। इस वतह से इतनी बड़ी घटना हुई है। इसकी घोर निंदा करते है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो।

नेता जेसीबी और पुलिस गाडी पर चढ़कर लोगों को उकसाया

बेनीवाल ने बीजेपी नेताओं के बिना नाम लिए कहा- कुछ नेता जेसीबी और पुलिस की गाडी पर चढ़कर जोर-जोर लोगों को उकसाने का काम किया है। स्थितियां खराब होने लगी उस समय जोधपुर आईजी से बात की और उनको मामले को संभालने के निर्देश दिए थे। नहीं तो स्थितियां और ज्यादा खराब हो सकती थी।

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