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ऑपरेशन सिंदूर में भारत की ताकत देख छूटे पसीने, पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर शहबाज शरीफ का…

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के मिसाइल अटैक से सुन्न पड़े पाकिस्तान ने एक नई रॉकेट फोर्स कमांड बनाने की घोषणा की है. गुरुवार (14 अगस्त, 2025) को अपने देश के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस नई आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड (ARFC) बनाने का ऐलान किया.

जानकारी के मुताबिक, चीन की पीएलए-रॉकेट कमांड की तर्ज पर ही पाकिस्तान अपनी रॉकेट फोर्स खड़ी करने की योजना बना रहा है क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की एयर डिफेंस से जुड़ी कोई भी रक्षा प्रणाली भारत की ब्रह्मोस और स्कैल्प जैसी मिसाइलों को काउंटर करना तो दूर डिटेक्ट तक नहीं कर पाई थी. साथ ही पाकिस्तान की ओर से भारत के सैन्य ठिकानों पर लॉन्च की गई मिसाइलें और रॉकेट तक भारत ने आसमान में ही मार गिराई थी.

भारत के खिलाफ पूरी तरह विफल होने के बाद शहबाज शरीफ ने रॉकेट फोर्स कमांड बनाने का ऐलान किया है. हालांकि, पाकिस्तान की अपनी अभी तक कोई फुल कमांड नहीं है. भूगौलिक तौर से कम क्षेत्रफल होने के चलते, पाकिस्तानी सेना, कोर-फॉर्मेशन पर गठित है. दूसरी और भारतीय सेना, सात अलग-अलग कमांड पर केंद्रित है. भारतीय सेना की ट्रेनिंग कमांड को छोड़कर बाकी सभी ऑपरेशनल कमांड के अधीन, तीन कोर हैं.

चीन की पीएलए-रॉकेट कमांड में मिसाइल, थलसेना या वायुसेना का नहीं बल्कि एक अलग कमांड का हिस्सा होती हैं. ऐसे में सभी तरह के छोटी दूरी से लेकर मध्यम और लंबी दूरी की मिसाइलों को लॉन्च करने की जिम्मेदारी इस रॉकेट फोर्स कमांड की होती है.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के मुरीदके और जैश ए मोहम्मद के बहावलपुर स्थित हेडक्वार्टर को मिसाइल के अटैक में पूरी तरह तबाह कर दिया था. इन अटैक में वायुसेना के रफाल (राफेल) फाइटर जेट ने अहम भूमिका निभाई थी. साथ ही पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस को बर्बाद करने के लिए वायुसेना के सुखोई (सु-30 एमकईआई) लड़ाकू विमानों ने ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया था. भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को, पाकिस्तान की एक भी एयर डिफेंस मिसाइल डिटेक्ट करने में नाकाम रही थी.

पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के लिए फतेह मिसाइल का इस्तेमाल जरूर किया था, लेकिन उसे आसमान में ही भारत की एमआरसैम यानी मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल (बराक-8) ने सिरसा के आसमान में मार गिराया था. ऐसे में पाकिस्तान की मिसाइल और एयर डिफेंस प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.

ऑपरेशन सिंदूर के तीन महीने बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने रॉकेट फोर्स खड़ी करने का ऐलान किया है. पहले से ही खराब अर्थव्यवस्था से जूझ रही पाकिस्तानी सेना के लिए नई रॉकेट फोर्स खड़ी करना भी थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि पाकिस्तानी सेना के टैंक को चलाने के लिए तेल नहीं है तो ट्रेनिंग करने के लिए जरूरी गोला-बारूद की भी किल्लत है.

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