स्वास्थ्य

Shallow Breathing At Night: रात में सांस रुकना गंभीर खतरे का संकेत, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे…

रात को सोते समय सांस रुक-रुककर आना या सांस लेने में मुश्किल होना कोई आम समस्या नहीं है। कई लोगों को रात में सोते समय सांस लेने में मुश्किल होती है। यानी की सोने के दौरान ठीक से सांस नहीं आती है या फिर कम सांस आती है। हालांकि अक्सर लोग इसको नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसी स्थिति को नजरअंदाज करने से सेहत गंभीर रूप से बीमार हो सकती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि सोते समय ठीक से सांस न आने की क्या वजह है। साथ ही इस समस्या का उपाय भी जानेंगे।

सोते समय ठीक से सांस न आने की वजह

बता दें कि स्लीप एपिया नींद की गंभीर बीमारी है, जिसमें सोने के समय सांस लेने में मुश्किल होती है और दिन भर थकान महसूस होती रहती है।

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वहीं जो लोग मोटापे की समस्या का शिकार होते हैं। इन लोगों को भी कई  बार वायुमार्ग में रुकावट महसूस होती है और यह लोग सोते समय ठीक से सांस नहीं ले पाते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक स्टडी में बताया गया कि मोटापे की वजह से शरीर में फैट, ऊपरी श्वसन मार्ग में जमा हो जाता है। जिससे वायुमार्ग संकुचित होता है और सोने के दौरान सांस लेने में रुकावट आने लगती है। यह स्थिति ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की वजह बन सकती है।
नाम की समस्या होने की वजह से सांस लेने में रुकावट आ सकती है। नाक बंद होना, साइनस की समस्या या एलर्जी आदि भी इसकी वजह हो सकती है।
कई बार शराब और धूम्रपान की आदतें भी वायुमार्ग पर बुरा असर डालती है। जिसकी वजह से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
स्लीप पोजिशन की वजह से भी रात को सोने के दौरान सांस लेने की समस्या हो सकती है। जो लोग पेट के बल सोते हैं, उनके वायुमार्ग में अक्सर रुकावट महसूस होती है और सांस रुक सकती है। इसलिए यह ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है कि आप किस पोजिशन में सो रहे हैं। यह समस्या न हो इसलिए सीधे या करवट लेकर सोने की कोशिश करें।

जानिए क्या करें

कपालभाति, भुजंगासन और भ्रामरी जैसे योग और अनुलोम-विलोम प्रणायाम से श्वसन प्रणाली मजबूत होती है। साथ ही नींद में भी सुधार होता है।
वहीं रात में बाईं या दाईं करवट सोने से वायुमार्ग पर अधिक दबाव नहीं पड़ता है और अनिद्रा की समस्या दूर होती है। सोने के समय सांस लेने में अड़चन महसूस नहीं होती है।
अगर सोते समय सांस लेने में समस्या होती है, तो नाक के मार्ग को साफ करने के लिए नेजल स्प्रे या स्टीम इनहेलेशन का इस्तेमाल करें।
अगर सोते समय सांस लेने में समस्या होती है, तो वेट लॉस करें, जिससे वायुमार्ग पर दबाव कम हो सके और सांस लेने में समस्या न हो।
अगर आप स्लीप एनीमिया के मरीज हैं, तो सीपीएपी मशीन की सहायता से इलाज करवा सकते हैं। इससे वायुमार्ग खुलता है और सांस की रुकावट दूर होती है।

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