After 3 years, Railways called 25 Lok Sabha and 10 Rajya Sabha members, discussion will be held…

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रेलवे को 3 साल बाद फिर सांसदों की याद आई है, इसलिए उन्हें जयपुर बुलाने का न्योता भेजा है। हालांकि रेलवे के इस बुलावे पर 50 फीसदी ही सांसद आएंगे। दरअसल, उत्तर पश्चिम रेलवे के जवाहर सर्किल स्थित मुख्यालय में 4 और 19 सितंबर को क्षेत्रीय लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों के साथ यात्री सुविधाओं और स्टेशन के विकास पर मंथन के लिए बैठक रखी है।
इसमें लोकसभा के 25 और राज्यसभा के 10 सांसदों को बुलाया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 4 सितंबर को जयपुर और बीकानेर मंडल के क्षेत्राधिकार में आने वाले सांसदों की बैठक होगी। वहीं, 19 सितंबर को अजमेर और जोधपुर मंडल के क्षेत्राधिकार में आने वाले सांसदों के साथ बैठक होगी। इनमें से कई सांसदों को दोनों दिन बैठक में बुलाया गया है, क्योंकि इनके संसदीय क्षेत्र में दो रेलवे मंडलों के क्षेत्राधिकार आते हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं।
ऐसे में रेलवे ने उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए पत्र भेजा है। वहीं, रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भी राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं, इसलिए बिट्टू को भी बुलाया है। इसके अलावा राजस्थान कोटे से केंद्र में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, भूपेंद्र यादव, भगीरथ चौधरी को भी बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुलाया है।
सांसद कस्वां बोले-पहले की मांगें पूरी नहीं हुईं
रेलवे ने बैठक में शामिल होने वाले लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों से उनके क्षेत्र से जुड़े सुझाव और प्रस्ताव मांगे हैं। हालांकि अभी तक कुछ ही सांसदों ने प्रस्ताव भेजे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने अभी तक कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है।
उधर, चूरू सांसद राहुल कस्वां ने बताया कि रेलवे से उनके संसदीय क्षेत्र से होते हुए उत्तर भारत सहित कई शहरों के लिए ट्रेनों, कुछ ट्रेनों के विस्तार की मांग की है। रेलवे ने वर्ष 2022 में की गई मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया है। उधर, रेलवे द्वारा अमृत भारत योजना में बनाए जा रहे स्टेशनों में निम्न गुणवत्ता का सामान उपयोग में लिया जा रहा है। फतेहपुर शेखावाटी सहित कुछ स्टेशनों में काम में ली गई सामग्री की गुणवत्ता की पहली ही बारिश में पोल खुल गई। इस मुद्दे को भी बैठक में प्रमुखता से उठाऊंगा।