SCO Summit Tianjin: जिनपिंग को ऐसा क्या समझा रहे थे पुतिन? खिलखिलाकर हंस दिए पीएम मोदी, देखें…

चीन के तीसरे सबसे बड़े शहर तियानजिन में 25वें शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO) समिट का आयोजन हो रहा है. इसमें कई देशों के प्रमुख शिरकत कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जिस तरह आपसी तालमेल के वीडियो सामने आ रहे हैं, उसने समूचे यूरोप और अमेरिका खासकर डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान अपनी ओर खींचा है.
तियानजिन में चल रही एससीओ समिट से सोमवार (1 सितंबर, 2025) को सामने आए एक वीडियो ने पीएम मोदी की न सिर्फ पुतिन बल्कि जिनपिंग संग भी अच्छी केमिस्ट्री को दिखाया है. इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन, शी जिनपिंग को कुछ कहते दिख रहे हैं, इसी दौरान पुतिन की बात सुनकर पीएम मोदी खिलखिलाकर हंसते हैं और आस-पास के सभी नेता भी हंसते नजर आ रहे हैं. बता दें कि ये वैश्विक नेताओं की एक अनौपचारिक बातचीत का वीडियो है, जिसमें वो किसी मुद्दे पर आपस में बात कर रहे हैं.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi, Chinese President Xi Jinping, Russian President Vladimir Putin, and other Heads of States/Heads of Governments pose for a group photograph at the Shanghai Cooperation Council (SCO) Summit in Tianjin, China.
(Source: DD News) pic.twitter.com/UftzXy6g3K
— ANI (@ANI) September 1, 2025
मोदी, पुतिन और जिनपिंग की तगड़ी केमिस्ट्री
इस वीडियो में मोदी, पुतिन और जिनपिंग के अलावा भी कई नेता दिख रहे हैं. इस बातचीत के बाद पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन बात करते हुए हॉल में जाते दिखाई देते हैं. इससे पहले पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की रविवार को हुई द्विपक्षीय मुलाकात ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा, जिसे 2020 की गलवान झड़प के बाद रिश्तों को सामान्य करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है.
SCO समिट के घोषणा पत्र में पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र
SCO समिट में पीएम मोदी ने अपने भाषण में आतंकवाद पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि कुछ देश खुलकर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और हम उस पर आंखें बंद नहीं कर सकते. यही नहीं पीएम मोदी की पहल पर SCO समिट के साझा घोषणा पत्र में भी पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया गया है और उसकी तीखी निंदा की गई है.
बता दें कि SCO समिट में पहले कभी पाकिस्तान प्रायोजित हमले की इस तरह से निंदा नहीं की गई. ऐसे में प्रस्ताव में उसे शामिल किया जाना, भारत के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है.
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