अन्तराष्ट्रीय

पुतिन ने गले लगाया, जिनपिंग के साथ दिखी ट्यूनिंग और शहबाज की कर दी फजीहत… PM मोदी के चीन दौरे…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन दौरा पूरा हो गया है और वह तियानजिन से रवाना हो चुके हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ को देखते हुए पीएम मोदी का चीन दौरा काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ. पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को घेरा तो वहीं बीआरआई को लेकर चीन को भी मैसेज दिया, जबकि चीन और रूस के साथ एक मंच पर भारत के आने से डोनाल्ड ट्रंप को भी कड़ा संदेश मिल गया है. पीएम मोदी के एससीओ समिट की बड़ी बातें पढ़िए-  

1- पीएम मोदी जापान से 31 अगस्त को चीन के तियानजिन पहुंचे. यहां रेड कार्पेट पर उनका भव्य स्वागत किया गया. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी पीएम मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. SCO समिट के फोटो सेशन में भी पीएम मोदी पहली कतार में खड़े हुए थे, जहां शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन खड़े हुए थे. इनके अलावा तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी पहली पंक्ति में खड़े हुए थे. 

2- SCO समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शानदार ट्यूनिंग दिखाई दी. इस दौरान जहां पुतिन ने पीएम मोदी को गले लगाया, वहीं शी जिनपिंग के साथ भी उनकी ट्यूनिंग दिखाई दी. तीनों नेता एक साथ खड़े हुए थे और आपस में मुस्कुरा-मुस्कुरा कर बात कर रहे थे. 

3- तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन के दौरान ही एक अनोखी घटना भी दिखाई दी. जब प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन एक साथ बात करते हुए आगे बढ़ रहे थे, तभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक कोने में खड़े हुए थे. इस दौरान वह काफी तनाव में दिखाई दिए. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

4- प्रधानमंत्री मोदी ने SCO समिट के दौरान पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र कर पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत आतंकवाद का दंश झेल रहा है. कितनी ही माताओं ने अपने बच्चे खोए और कितने बच्चे अनाथ हो गए. हाल ही में हमने पहलगाम में आतंक का बहुत ही घिनौना रूप देखा. इस दुख की घड़ी में जो मित्र देश हमारे साथ खड़े रहे, मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं. यह हमला केवल भारत की आत्मा पर नहीं हुआ था, बल्कि मानवता में विश्वास करने वाले हर देश और व्यक्ति को चुनौती थी. ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुला समर्थन हमें स्वीकार हो सकता है. हमें स्पष्ट और एक ही सुर में कहना होगा कि हमें आतंकवाद पर कोई भी डबल स्टैंडर्ड स्वीकार्य नहीं होगा. हमें मिलकर आतंकवाद का हर रंग और रूप में विरोध करना होगा. ये मानवता के प्रति हमारा दायित्व है.’  

  
5- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच रिश्ते कैसे हैं, इसे तियानजिन से आई एक तस्वीर से ही समझा जा सकता है. इस फोटो में पीएम मोदी और पुतिन एक साथ एक ही कार में बैठे हुए थे. इस दौरान दोनों नेता बातचीत करते हुए नजर आए. यह भी सामने आया है कि पुतिन जब द्विपक्षीय वार्ता स्थल के लिए निकलने वाले थे, उस समय उन्होंने पीएम मोदी के साथ जाने की इच्छा जताई थी. इसके लिए रूसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का 10 मिनट तक इंतजार भी किया था ताकि पीएम उनके साथ आ जाएं. इसके बाद दोनों नेता एक ही कार से द्विपक्षीय वार्ता स्थल के लिए रवाना हुए. 
  
6- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बातचीत में कहा, ‘भारत और रूस हमेशा कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं. हमारा घनिष्ठ सहयोग न केवल दोनों देशों की जनता के लिए, बल्कि वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है.’ यूक्रेन जंग को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि हम यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर लगातार चर्चा कर रहे हैं. हम शांति के लिए हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं. इस बातचीत के दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को ‘अपना दोस्त’ बताया. 

7- पीएम मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पुतिन को भारत आने का न्योता भी दिया. उन्होंने कहा, ‘मुझे हमेशा लगता है कि आपसे मिलना एक यादगार अनुभव रहा है. हमें कई विषयों पर जानकारी का आदान-प्रदान करने का अवसर मिला. हम लगातार संपर्क में रहे हैं. दोनों पक्षों के बीच नियमित आधार पर कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुई हैं. 140 करोड़ भारतीय इस वर्ष दिसंबर में होने वाले हमारे 23वें शिखर सम्मेलन के लिए आपका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. 

8- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में कहा, ‘आपसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हो रही है. एससीओ वैश्विक दक्षिण और पूर्व के देशों को एकजुट करने के लिए एक मंच प्रदान करता है. 21 दिसंबर, 2025 को भारत-रूस संबंधों को ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी’ के रूप में विकसित किए जाने की 15वीं वर्षगांठ है. हमारे बीच बहुआयामी संबंध हैं. आज की बैठक से भारत-रूस संबंधों को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. रूस और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं.’

9- शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के घोषणा पत्र में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की गई है. डिक्लेरेशन में 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गई हैं. घोषणापत्र में आगे कहा गया है कि ऐसे हमलों के दोषियों, आयोजकों और प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए. 

10- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन की यात्रा को सफल बताते हुए कहा कि इस यात्रा में मैंने SCO शिखर सम्मेलन में भाग लिया और विभिन्न विश्व नेताओं से बातचीत की. साथ ही प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर भारत के रुख पर भी जोर दिया. इस शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग, चीनी सरकार और जनता का आभार.

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