Government accused of delay in taking decision | सरकार पर फैसला लेने में देरी का आरोप: एसआई…

एसआई भर्ती परीक्षा पिछली कांग्रेस सरकार के समय आयोजित की गई थी। उसी समय इस समेत अन्य भर्तियों को लेकर नकल, पेपर लीक व भर्तियों में घोटाले संबंधी अनेक आरोप लगे। विरोध हुआ, भर्ती रद्द करने की मांग उठी और अब कोर्ट ने इसे रद्द कर भी दिया। इसे लेकर कांग्र
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बीते तीन दिन में पार्टी के प्रमुख नेता और अब पिछली सरकार के सीएम अशोक गहलोत ने भी एसआई भर्ती पर बयान दे दिया है। आरोप लगाया गया कि मौजूदा सरकार भर्ती रद्द करने को लेकर फैसला क्यों नहीं कर पाई। कोर्ट ने भी कहा था कि फैसला लीजिए। सरकार ने तो कोर्ट में एफिडेविट दे दिया था कि परीक्षा रद्द नहीं होनी चाहिए, आधे एसआई को खुश करने के लिए।
पायलट पेपर लीक के खिलाफ खड़े हुए थे गहलोत सरकार के समय भर्तियों को लेकर सचिन पायलट ने आवाज उठाई थी। उन्होंने आरपीएससी की कार्य प्रणाली और पेपर लीक पर सवाल उठाते हुए अजमेर से जयपुर तक रैली निकाली थी। अब जबकि एसआई भर्ती रद्द हो गई तो पायलट का कहना है कि पौने दो साल तक मौजूदा सरकार कोई निर्णय नहीं ले पाई और कोर्ट को भर्ती रद्द करनी पड़ी। यह बात वे पहले से ही कहते रहे थे कि परीक्षा कराने वाले ही नकल करा रहे हैं। आज भी कोर्ट ने ऐसी ही बात कही है। जब रिपोर्ट आई कि रद्द होनी चाहिए तो रद्द क्यों नहीं की।
डोटासरा ने कहा- युवा परेशान थे, रद्द क्यों नहीं की कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी एसआई भर्ती को रद्द किए जाने पर बयान दिए। कहा- आंदोलन हुए, युवा परेशान थे तो पौने दो साल तक सरकार ने भर्ती रद्द नहीं की। मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा भी भर्ती रद्द कराना चाहते थे कि लेकिन मुख्यमंत्री नहीं चाहते थे।
जूली ने रद्द होने का स्वागत किया नेता प्रतिपक्ष जूली ने रद्द करने के फैसले को स्वागतयोग्य बताया था। कांग्रेस सरकार में हुई भर्ती परीक्षा को लेकर जूली का तो यह भी कहना था कि पेपर लीक के खिलाफ उम्रकैद एवं 10 करोड़ रुपए जुर्माना, दोषियों की संपत्ति कुर्क जैसा कठोर कानून पिछली कांग्रेस सरकार ने ही बनाया था।
गहलोत बोले- हमारी सरकार गिराने किरोड़ी-हनुमान हेलीकाप्टर में घूमे थे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा और हनुमान बेनीवाल की तकरार पर कहा- भाजपा का दोहरा चरित्र जनता के सामने एक्सपोज हो गया। गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘हम जानते हैं हमने अपनी सरकार कैसे बचाई थी।
बेनीवाल और किरोड़ी तब सरकार गिराने वालों में शामिल थे। ये दोनों पुराने दोस्त थे और हेलीकॉप्टर लेकर राजस्थान में घूम रहे थे। दूसरी तरफ बीजेपी जनता में तो एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर अलग बात करती है और हाईकोर्ट में एफिडेविट देती है कि एसआई भर्ती परीक्षा रद्द नहीं करनी है।
डॉ. किरोड़ीलाल ने कहा- सरकार गिराने के सूत्रधार गहलोत खुद थे
मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल ने जवाब दिया, बोले- इस सच को पूरा प्रदेश जानता है कि इसके सूत्रधार गहलोत खुद थे। दूसरों के हक पर डाका डाला इसलिए बगावत हुई। उन्होंने कुर्सी तो बचा ली, लेकिन जनता की नजरों से सरकार को गिरने से नहीं बचा पाए। आपकी सरकार तो जनता की नजरों में उसी दिन गिर गई जिस दिन युवाओं की मेहनत और सपनों का सौदा नकल माफिया से किया। मेरे बार-बार पुख्ता सबूत देने पर भी पेपर लीक करने वालों पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें संरक्षण दिया। आपकी सरकार तो जनता की नजरों में उसी दिन गिर गई जिस दिन से भ्रष्टाचार को सरकार का संस्कार बना दिया। आपके संरक्षण में मंत्री, अधिकारी और विधायकों ने राजस्थान को लूटने के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। जनता ने हिसाब चुकता कर लिया।