पुतिन संग डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में बातचीत हो जाएगी फेल? अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- ’25 परसेंट…

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि रूस के यूक्रेन पर हमले को खत्म करने के लिए कोई भी समझौता उनकी और व्लादिमीर पुतिन की शुक्रवार को होने वाली अलास्का बैठक में नहीं, बल्कि दूसरी, तीनतरफा बैठक में होगा जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी शामिल होंगे. ट्रंप ने बताया कि अलास्का बैठक मुख्य रूप से अगले चरण के लिए माहौल तैयार करेगी.
दूसरी बैठक होगी निर्णायक
फॉक्स न्यूज़ रेडियो से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “दूसरी बैठक बहुत, बहुत महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि वहीं समझौता होगा. मैं ‘बांटने’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहता, लेकिन किसी हद तक यह बुरा शब्द भी नहीं है.” उन्होंने अनुमान लगाया कि शुक्रवार को पुतिन के साथ होने वाली बैठक के असफल होने की 25% संभावना है.
अलास्का समिट का महत्व
अलास्का बैठक पुतिन की 10 साल में पहली अमेरिकी यात्रा होगी. यह 15 अगस्त को जॉइंट बेस एल्मेनडॉर्फ रिचर्डसन, एंकोरेज, अलास्का में होगी. यह जगह ऐतिहासिक महत्व रखती है, क्योंकि 1867 में रूस ने अलास्का को अमेरिका को बेचा था और इसका पश्चिमी छोर रूस से बेरिंग जलडमरूमध्य के पार है.
बैठक का कार्यक्रम
क्रेमलिन के मुताबिक, बैठक सुबह 11:30 बजे (स्थानीय समय) ट्रंप और पुतिन की वनऑनवन बातचीत से शुरू होगी, फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक और उसके बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी कैरोलाइन लेविट ने कहा कि यह एक “लिसनिंग एक्सरसाइज” होगी जिससे ट्रंप पुतिन के इरादों को बेहतर तरीके से समझ सकें.
अमेरिकी और यूक्रेनी रुख
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन के लिए “सुरक्षा गारंटी” शामिल होनी चाहिए और जल्द प्रगति की उम्मीद जताई. हाल ही में जेलेंस्की ने ट्रंप और यूरोपीय नेताओं के साथ पांच सिद्धांतों पर चर्चा की थी, जिसमें युद्धविराम भी शामिल है. हालांकि, अलास्का बैठक में कोई यूक्रेनी अधिकारी मौजूद नहीं होगा. ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से मुलाकात के बाद जेलेंस्की को कॉल करेंगे.
पुतिन की संभावित शर्तें
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन की शर्तों में पूर्वी यूक्रेन पर रूस के नियंत्रण की मान्यता, यूक्रेन को नाटो से बाहर रखना, उसकी सेना को सीमित करना और कीव में मॉस्को समर्थित सरकार सुनिश्चित करना शामिल हो सकता है. ट्रंप जिन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान 24 घंटे में युद्ध खत्म करने का वादा किया था, अपनी शांति पहल को नोबेल शांति पुरस्कार पाने की महत्वाकांक्षा से जोड़ते हैं.