Gold Price Today: ट्रंप टेंशन के बीच लगातार दूसरे दिन सोने की चमक तेज, जानें 28 अगस्त 2025 को…

Gold Price Today: सोना पिछले कुछ समय से लगातार समाचार की सुर्खियों में बना हुआ है. गणेश चतुर्थी के खास मौके पर लगातार दूसरे दिन सोने की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है. इसके बाद इसका भाव एक बार फिर से ऑल टाइम हाई के करीब पहुंच गया है. पिछले हफ्ते सोने में लगातार गिरावट देखने को बाद इस हफ्ते सोने की कीमत में धीरे-धीरे इजाफा होने लगा है.
24 कैरेट सोना लोग निवेश के लिहाज से खरीदते हैं, जबकि ज्वैलरी बनाने के काम में 22 कैरेट और 18 कैरेट सोना का इस्तेमाल किया जाता है. आज 24 कैरेट सोने के दाम में जहां 160 रुपये का इजाफा हुआ तो वहीं 22 कैरेट सोना में 150 रुपये की बढ़ोतरी और 18 कैरेट में 120 रुपये का इजाफा हुआ है.
आइये जानते है आपके शहर में सोने का भाव:
आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,02,750 रुपये जबकि आर्थिक राजधानी मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, केरल और पुणे में 1,02,600 रुपये की दर से बिक रहा है. इसी तरह से 22 कैरेट सोना दिल्ली में 94,200 रुपये जबकि मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, केरल और पुणे में 94,050 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है.
इसी तरह से 18 कैरेट सोना दिल्ली में 77,080 रुपये, चेन्नई में 77,750 रुपये जबकि मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, केलर, पुणे और वडोदरा में 76,990 रुपये के भाव पर उपलब्ध है.
कैसे तय होता है रेट?
सोना और चांदी की कीमतें रोज़ाना तय होती हैं और इसके पीछे कई आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक कारण जुड़े होते हैं. सबसे पहले, एक्सचेंज रेट और डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव इन धातुओं की कीमत को सीधे प्रभावित करते हैं, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी अमेरिकी डॉलर में ही तय होते हैं. अगर डॉलर महंगा हो जाए या रुपया कमजोर हो जाए, तो भारत में सोने-चांदी की कीमतें बढ़ जाती हैं.
दूसरा बड़ा कारण है सीमा शुल्क और टैक्स. भारत में सोने का अधिकांश आयात होता है, इसलिए इंपोर्ट ड्यूटी, जीएसटी और स्थानीय टैक्स इसकी कीमत पर असर डालते हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति भी सोने की दरों को बदल देती है. युद्ध, आर्थिक मंदी, ब्याज दरों में बदलाव या वैश्विक अस्थिरता के समय निवेशक शेयरों की बजाय सोने-चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख करते हैं, जिससे इनकी कीमतें बढ़ जाती हैं.
भारत में सोने का एक खास सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी है. शादियों, त्योहारों और शुभ अवसरों पर सोना खरीदना परंपरा मानी जाती है. इस वजह से मांग बढ़ती है और दाम पर असर पड़ता है. आख़िर में, मुद्रास्फीति और निवेश के दृष्टिकोण से भी सोना और चांदी अहम हैं. महंगाई के समय सोना बेहतर रिटर्न देने वाला साधन साबित होता है. शेयर बाजार में जोखिम बढ़ने पर लोग सोना-चांदी को सुरक्षित निवेश मानते हैं. यही वजह है कि इन धातुओं की मांग और कीमतें हमेशा ऊंची बनी रहती हैं.